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जिला पूर्वीसिंघभुम के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि हमारे पंचायत हाथीबिन्दा एवं झारखण्ड में लड़कियों के शिक्षा के प्रति परिवार वालो की सोच बदल रही है। क्योकि लड़कियां आज लड़किया हर क्षेत्र में आगे बढ़ती जा रही हैं। जिससे लड़कियों, हमारे समाज और हमारी सोच में एक बहुत बड़ी भूमिका सामने आई है
जिला पूर्वी सिंघभूम के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि, आज भी किसी परिवार में लड़कियों का जन्म लेना बोझ माना जाता है।आज भी हाथीबिंदा पंचायत या आस-पास के क्षेत्र में यह देखा जाता है कि परिवार वाले आज भी लड़कों को शिक्षित करने के बारे में अधिक सोचते हैं यही सोच लड़कियों के प्रति नहीं नजर है।परिवार वाले यह सोचते हैं की लड़की पराई होती हैं और उसे शिक्षा से वंचित रखा जाता है।
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जिला पूर्वी सिंघभूम पोटका प्रखंड के हाथीबिन्दा पंचायत से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पोटका प्रखंड अंतर्गत हाथीबिन्दा पंचायत में स्थित शिव कालेश्वर मंदिर तीन सौ साल से भी अधिक पुराना है। फिर भी यह स्थल आज भी उपेक्षित है। झारखण्ड के अलग राज्य बने १७ साल हो गएँ हैं लेकिन आज भी इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है। वहाँ पर गौरा नदी मंदिर के गौरव को बनाये रखा है। यहाँ जो गुप्त गंगा है, उससे शिव की उपस्थिति का एहसास दिलाता है। साथ ही साथ पहाड़ ,घने पेड़ पौधे,कला मंदिर का प्रतिष्ठा को और बढ़ाता है। लेकिन आज के युवा पीढ़ी इस आधुनिक युग में अपने रहन सहन और सोच विचार इस सच से परे हैं। कोगदा गांव और आस पास के लोगो ने विकास का नींव 2010 में डाले। उसके बाद इस क्षेत्र को टाटा जमशेदपुर रास्ते से जोड़ा गया उसके बाद विकास इस क्षेत्र का विकास कुछ हद तक विकास संभव हो पाया है । लेकिन अभी भी विकास अधूरा है । इसके लिए पंचायत के प्रतिनिधि और राज्य के प्रतिनिधि को इसपर ध्यान देना होगा।
जिला पूर्वीसिंघभुम के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बाल विवाह जो है अधिकतर झारखंड में गांव में देखा जाता है। इसमें देखा जाता है की गांव के जो लड़की या लड़का होते हैं उनके शिक्षा में अभिभावक उतना ध्यान नहीं दे पाते हैं। अगर सरकार झारखण्ड के गांव में खेलों को प्रोत्साहन दे। और उसमे लड़का लड़की दोनों भाग ले और कुछ आगे के लिए करे तो सोच ऊँचा बढ़ेगी।
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झारखण्ड के जिला पूर्वी सिंघभूम ,पोटका प्रखंड के हाथीबिंदा पंचायत,गाँव कोगदा से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उत्क्रमित मध्यविद्यालय कोगदा में छात्र-छात्राओं के बीच छात्रवृति की राशि दी जाती है।शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं से आधार नंबर, बैंक खाते से लिंक करने के लिए माँगा गया और बैंक में जमा भी किया गया।परन्तु कई ऐसे छात्र है,जिनका अबतक बैंक खाता से आधार नंबर लिंक नहीं किया गया है, जिस कारण विधार्थी छात्रवृति राशि का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। अतः सरकार द्वारा इस मुद्दे पर जाँच किया जाए कि आधार नंबर और छात्र-छात्राओं का नाम बैंक में जमा करने के बाद भी उन्हें इसका लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है।वे कहते हैं कि यदि बैंक प्रबंधक के गलतियों के कारण आधार नंबर बैंक खातें से लिंक नहीं हुई है, तब भी छात्रों को इसका लाभ दिया जाना चाहिए ।क्योंकि छात्रवृति की राशि नहीं मिलने के कारण छात्र अपनी जरुरत की चीज़े जैसे- कॉपी,बैग,जूता,किताब,कलम इत्यादि नहीं खरीद पा रहें हैं और इससे छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।