पीपराकोठी। झखरा उपराटी में भूसा रखे झोपड़ी में आग लगने से झुलस कर एक वृद्ध की मौत हो गई। मृतक वृद्ध बरकुरवा के जागा राय(65) बताया गया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। बताया जाता है कि वृद्ध अपने घर से दूर झखरा उपराटी में बथान है। जहां एक झोपड़ी में भूसा व जलावन रखने सहित बकरी बांध कर रखा जाता था। शाम को दीया जलाने के क्रम में झोपड़ी में आग लग गई। आग से बकरी को बचाने के क्रम में मृतक आग के चपेट में आ गया। 

मलाही थाना क्षेत्र की ममरखा पंचायत के नहर टोला में मंगलवार देर रात अचानक आग लग गयी। अग्निकांड में पांच घर जलकर नष्ट हो गये। झुलसने से 70 वर्षीय रतन साह की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार, मलाही दरगाह के पास स्थित टोला की एक झोपड़ी में अचानक आग लग गयी। ग्रामीणों ने बताया कि आग लगने के समय सभी लोग घरों में सो रहे थे। इस कारण आग तेजी से फैल गयी। पता चलते ही लोग आग बुझाने के लिए जद्दोजहद करने लगे। इसी बीच फायर ब्रिगेड टीम व मलाही थाने की पुलिस पहुंच गयी। स्थानीय लोग व फायर ब्रिगेड टीम की मदद से आग पर काबू पाया गया।अगलगी में राजकुमार साह, प्रभु साह, जामुन सहनी, ऋषिकांत सहनी व सुदिष्ट कुमार सहनी के घर व घर में रखे सभी सामान जलकर नष्ट हो गये। झुलसने से गांव के बुजुर्ग की मौत हो गयी।

बिहार राज्य के जिला चम्पारण से काशी साव, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उनको वृद्धा पेंशन नहीं मिला है।

बिहार राज्य के जिला चम्पारण से हमारे श्रोता, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उनको वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है जिससे वह बहुत परेशान है।

-आदापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अज्ञात वृद्ध की हुई मौत -शव हॉस्पिटल के मुख्य द्वार पर लावारिश अवस्था में पांच घंटे तक पड़ा रहा शव -स्थानीय लोगों व राहगीरों के लिए तमाशबीन बना रहा -बाद में कराया गया पोस्टमार्टम

बिहार राज्य के चम्पारण जिला से तुलसी देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहती हैं कि वृद्धा पेंशन बनवाने के लिए क्या क्या दस्तावेज़ चाहिए होते हैं ?

बिहार राज्य के चम्पारण जिला से सुगौली प्रखंड सेअमरूल आलम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जिला अधिकारी सौरभ जौरवाल के द्वारा भेजे गए स्वीकृति पत्र को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने वृद्ध मतदाताओं को प्रतिपत्र भेंट किया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

अधेड़ों- बुजुर्गों की बीमारी माने जाने वाले हाईपरटेंशन की जद में अब किशोर और युवा आने लगे हैं। विशेषकर जब से कोरोना ने दस्तक दे दी है, तब से युवाओं व किशोरों में हाई बीपी की बीमारी हाईपरटेंशन बढ़ने लगा है। अर्नव हॉस्पिटल जीवधारा  डॉ. अभिषेक बताते हैं कि मेडिसिन के ओपीडी से लेकर इंडोर में मिलने वाले कुल व्यस्क हाई बीपी के मरीजों में से सात प्रतिशत किशोर व 13 प्रतिशत युवा हाईपरटेंशन की चपेट में मिल रहे हैं। किशोरों का आशय 13 साल से 17 साल के बीच और युवाओं का आशय 18 से 25 साल के बीच की उम्र है। आंकड़ों की बात करें तो पुरुषों की तुलना में तेजी से महिलाओं को हाई बीपी की बीमारी बढ़ रही है। नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़ें बताते हैं कि साल 2015-16 से लेकर साल 2019-20 के बीच जिले में पुरुषों (1.4 प्रतिशत) की तुलना में हाईपरटेंशन की शिकार महिलाओं की संख्या (3.9 प्रतिशत) में ज्यादा इजाफा हुआ। एनएफएचएस-5 के अनुसार, साल 2015-16 में जहां जिले में हाईपरटेंशन की शिकार (140/90 या इससे अधिक) महिलाओं की संख्या 9.4 प्रतिशत थी, वह साल 2019-20 में बढ़कर 13.3 प्रतिशत हो गयी। वहीं साल 2015-16 में जहां बीपी के शिकार (140/90 या इससे अधिक) पुरुषों की संख्या 11.2 प्रतिशत थी, वह साल 2019-20 तक बढ़कर 14.7 प्रतिशत पर पहुंच गयी। जिस तरह से साल 2019-20 तक पहुंचते-पहुंचते हाईपरटेंशन के शिकार पुरुषों (14.7 प्रतिशत) के नजदीक हाईपरटेंशन की शिकार महिलाओं की संख्या (13.3 प्रतिशत) पहुंच गयी थी। इस तरह से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन तीन सालों में हाई बीपी की शिकार महिलाओं की संख्या पुरुषों के बराबर हो चुकी होगी।

सीतामढ़ी जिले के दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिक के लिए खुशी की खबर पास के माध्यम से सरकारी बसों में अब कर सकते हैं फ्री सफर इसकी जानकारी सीतामढ़ी सरकारी बस स्टैंड के कर्मी विजय कुमार ने दी है

दोस्तों , अगर आप लोग चाहते हैं कि परिवार में सभी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहें तो अपनी सोच सकारात्मक रखो. भरपूर नींद लोग और योग, ध्यान जैसी गतिविधियां करनी शुरू करो. और एक बात का ध्यान रखना... शराब, तम्बाखू या किसी भी प्रकार के नशे से खुद को और परिवार को दूर रखना. ये चीजें शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं. साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करेंगी. जिससे कोविड के प्रति लड़ना मुश्किल हो जाएगा. ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .