बिहार राज्य के जिला चम्पारण से अमरूल आलम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि विद्यालय में चापाकल नहीं होने के कारण बच्चे बहार पानी पिने को मजबूर

विद्यालय के वार्षिक उत्सव के अवसर पर छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेलकूद में भाग लिया व मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्षा पूनम मौर्या नेबच्चों को पुरस्कृत किया।

उत्तरप्रदेश राज्य के कौशाम्बी ज़िला से ओम प्रकाश ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि प्राइमरी स्कूलों में अच्छे से पढ़ाई नहीं होती है। शिक्षा यूँही बैठे रहते है। खाना भी अच्छा नहीं मिलता है। शिक्षकों पर कड़ी कार्यवाई होनी चाहिए

बिहार में शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टी का एलान भले ही एक महीने के लिए कर दिया है लेकिन उस दरम्यान शिक्षकों और छात्रों को स्कूल आना ही पड़ेगा। इसे लेकर भी योजना तैयार किया गया है। गर्मी की छुट्टी में विशेष कक्षा आयोजित की जाएगी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के कैमूर ज़िला से सीताराम ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि हर जगह एकल अभियान चलाया जा रहा है। यह एक अच्छा अभियान है कि गरीब बच्चे अच्छे से पढ़ पाए।

जिले के माध्यमिक विद्यालयों में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के मौलवान छात्रों से नई शैक्षिक तकनीक सीखने के लिए नई तकनीक सीखेंगे स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा भी तैयारी की जा रही है। सात दिवसीय आवासीय कार्यक्रम का आयोजन करके छात्रों को नई शैक्षिक प्रौद्योगिकी से परिचित कराया जाएगा। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

मुख्य सेवा मिशन दक्ष के तहत 15 अप्रैल से 15 मई तक स्कूलों में विशेष निपुणता कक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जिसके दौरान उपस्थित बच्चों को मध्याह्न भोजन प्रदान किया जाएगा। योजना निदेशक मिथलेश मिश्रा ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

जिला शिक्षा अधिकारी कपिल देव तिवारी ने कक्षा नौ में नामांकन के संबंध में एक संशोधित पत्र जारी किया है। उक्त पत्र झाझा के खंड शिक्षा अधिकारी के नाम पर शहर के तीन अंतर-विद्यालयों में माध्यमिक विद्यालय में नामांकन के संबंध में जारी किया गया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

राज्यभर के स्कूलों में नियमित रूप से चल रहे सघन निरीक्षण के बाद भी रोजाना औसतन 300 से अधिक शिक्षक बिना पूर्व सूचना के स्कूलों से गायब मिल रहे हैं। पदाधिकारियों द्वारा स्कूल निरीक्षण में यह बात सामने आ रही है। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट बता रही है कि बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की संख्या फिर बढ़ गयी है। शिक्षा विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि नियमित निरीक्षण से स्कूलों से बिना किसी सूचना के रोजना अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की संख्या घटकर एक सौ के आसपास पहुंच गयी थी। विगत कुछ दिनों से इसमें फिर से इजाफा हो गया है। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट बताती है कि नौ अप्रैल को राज्यभर में 372 शिक्षक बिना अनुमति से स्कूल से अनुपस्थित मिले थे। इनमें सबसे अधिक दरभंगा के 23 शिक्षक थे। पदाधिकारी यह भी बताते हैं कि नयी व्यवस्था के तहत 15 हजार से अधिक स्कूलों में प्रतिदिन दो बार निरीक्षण होता है। भोजनावकाश के पहले और फिर इसके बाद भी। यही कारण है कि स्कूल से अनुपस्थि पाये जाने वाले शिक्षकों के अधिक मामले आ रहे हैं। जिलों को निर्देश है कि बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का उस दिन का वेतन काट लिया जाएगा। इसी क्रम में जुलाई, 2023 से अब-तक 16 हजार से अधिक शिक्षकों के वेतन में कटौती की गयी है। विभाग के निर्देश पर सभी जिलों में प्रतिदिन 60 हजार स्कूलों में पदाधिकारी और कर्मी जाकर वहां की गतिविधियों की जानकारी लेते हैं। इसके बाद वह लिखित रूप से अपने जिले में रिपोर्ट देते हैं। स्कूलों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन, परिसर और शौचालय की साफ-सफाई तथा शैक्षणिक गतिविधि का जायजा निरीक्षण के दौरान लिया जाता है।

सरकारी विद्यालयों में पाठ पुस्तक का किया जाएगा वितरण। 13 अप्रैल तक सभी छात्रों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।