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गौतम कुमार प्रीतम

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तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी गांधी विचार में होगा सेमिनार का आयोजन

बिहार राज्य के भागलपुर से शशि भूषण ने मोबाईल वाणी के माध्यम से जानकारी दिया कि नरगाकोठी शिशु मंदिर में अभिभावबिहार क गोष्ठी दिनांक 12.06.2020 दिन शुक्रवार को पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर नरगाकोठी के कक्षा चतुर्थ एवं पंचम के भैया/बहनों के अभिभावकों की ऑनलाइन गोष्ठी भागलपुर विभाग के विभाग प्रमुख बजरंगी प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।गोष्ठी का प्रारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य , गोपाल सिंह एवं ललिता झा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया ।विभाग प्रमुख बजरंगी प्रसाद ने कहा कि बच्चों के आस पास पढ़ाई का माहौल बनाकर बच्चे को स्वयं पढ़ाई के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है ।वर्तमान समय में ऑनलाइन कक्षा में अभिभावकों का सहयोग मिलने के कारण ही बच्चों की शिक्षा हो रही है ।हमेशा बच्चों को संस्कारयुक व्यवहारिक शिक्षा देकर स्वावलंबी बनाना विद्या भारती विद्यालय का लक्ष्य है ।बालकों को लाभ मिल रहा है किन्तु और अधिक लाभ मिले इस दृष्टि से प्रयास करना है ।ऑनलाइन कक्षा में कुछ समस्या तो होती है इसलिए अभिभावक गोष्ठी रखी गई है कि अभिभावकों द्वारा समस्या आने पर उसका समाधान किया जा सके ।विद्यालय का कार्यालय खुल रहा है लोग भी घर से बाहर निकलने लगे हैं तो बच्चों के विकास हेतु बीच बीच में अभिभावक को विद्यालय आकर प्रधानाचार्य से मिलना चाहिए ।प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य ने कहा कि भैया/बहनों की प्रथम पाठशाला उनका परिवार है ।वर्तमान समय में अच्छी शिक्षा के साथ साथ बच्चों के अच्छे व्यक्तित्व निर्माण के लिए शिक्षक के साथ माता पिता को भी मिलकर प्रयास करना चाहिए ।आगामी 10जुलाई 2020से ऑनलाइन पेरिऑडिक टेस्ट 1 होने के कारण आप कार्यालय से अपने बच्चों का रौल नम्बर अवश्य प्राप्त कर लें ।साथ ही कहा गया कि आज के बैठक में जो सुझाव अभिभावकों के द्वारा दिया गया है उसे आगे से ठीक करने का प्रयास किया जाएगा ।अभिभावक द्वारा सुझाव में कक्षा चतुर्थ के भैया करण के अभिभावक प्रमोद कुमार ने बताया कि सभी विषयों के कक्षा से संतुष्ट हैं थोडा अंग्रेजी विषय का विडियो सरलतम रूप से आने पर बच्चों को ज्यादा लाभ मिलेगा ।कक्षा पंचम अभिनव राज की माँ रश्मि कुमारी का कहना था कि संगणक विषय के कक्षा को और सरल करने की जरूरत है तथा विडियो क्लिप द्वारा बताने की आवश्यकता है ।कक्षा पंचम की बहन जया के पिताजी धीरज कुमार का कहना था कि सामाजिक विज्ञान में भी और विषयों की तरह विडियो क्लिप आना चाहिए ।आज के आॅनलाईन बैठक में अधिकारी परिचय प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य द्वारा किया गया । संचालन शशि भूषण मिश्र एवं दीपक कुमार द्वारा किया गया ।कक्षा प्रमुख की ओर से अंजू रानी, मनोज तिवारी, अभिजीत आचार्य, नरेन्द्र कुमार एवं शशि भूषण मिश्र ने भी अपने अपने विचार रखे ।नरेन्द्र कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया ।इस अवसर पर बजरंगी प्रसाद, रंजीत कुमार आचार्य, मनोज तिवारी, शशि भूषण मिश्र, अभिजीत आचार्य, नरेन्द्र कुमार, सुबोध झा, सुबोध ठाकुर अमर ज्योति, गोपाल सिंह, संजीव ठाकुर, राजेश कुमार, उपेन्द्र प्रसाद साह, दीपक कुमार, सुप्रिया कुमारी, कविता पाठक, ललिता झा, रेणु कुमारी एवं कक्षा चतुर्थ, पंचम के अभिभावक उपस्थित थे ।

आचार्य परिवार की ऑनलाइन बैठक दिनांक 09.06.2020 दिन मंगलवार को पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर एवं गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर नरगाकोठी के आचार्य परिवार की ऑनलाइन बैठक विभाग प्रमुख बजरंगी प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । बैठक में बजरंगी प्रसाद ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में समस्या जो आयी है इसमें कार्य करने की क्षमता बढी है और समस्या का समाधान करने में पूरी शक्ति लगा रहे हैं ।परिस्थिति को ठीक करने के लिए गतिविधियों को बढानी पडेगी ।आचार्यों को विद्यालय आना है इसके लिए प्रधानाचार्य को व्यवस्था बनानी है ।कक्षाशः अभिभावकों की बैठक लेनी है ।शहर से बाहर रह रहे आचार्य को शहर में बुलाना है । शिशु मंदिर नरगाकोठी के प्रधानाचार्य रंजीत कुमार आचार्य ने कहा कि नई-नई तकनीक के द्वारा ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं जिसका लाभ भैया/बहनों को हो रहा है तथा अभिभावक भी संतुष्ट हैं । विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य रामजी प्रसाद सिन्हा ने बताया कि विद्यालय में कार्यालय प्रतिदिन खुल रहा है ।नामांकन भी हो रहा है ।विद्यालय के आचार्य प्रातः 06:00बजे से अलग अलग कक्षाओं का कक्षा ले रहे हैं ।अभिभावक का आग्रह था कि अलग अलग कक्षाओं का समय निर्धारित हो जिससे एक मोबाइल होने के कारण घर के सभी बच्चे कक्षा कर सके ।उनके बातों को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है ।विषय प्रमुख एवं संकुल प्रमुख की भी बैठक चल रही है । परीक्षा प्रमुख डॉ संजीव झा ने कहा कि आगामी 10.07.2020 को भैया/बहनों की ऑनलाइन पेरिऑडिक टेस्ट -1 लिया जाएगा । इस अवसर पर बजरंगी प्रसाद, रामजी प्रसाद सिन्हा, रंजीत कुमार आचार्य, अशोक मिश्र, एवं सभी शिशु मंदिर/विद्या मंदिर के आचार्य उपस्थित थे । मीडिया प्रभारी शशि भूषण मिश्र (भागलपुर विभाग)

दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार प्रारंभ दिनांक 09.06.2020 दिन मंगलवार को पूरनमल बाजोरिया शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय नरगाकोठी के प्रांगण विद्यालय से अध्यक्ष डॉ चन्द्र भूषण सिंह, सदस्य डॉ मधुसूदन झा, मारवाड़ी महाविद्यालय के प्रो रामसेवक सिंह एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार पाण्डेय द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया । ति मा भागलपुर विश्वविद्यालय के भूतपूर्व कुलपति डॉ रमाशंकर दुबे ने कहा कि प्रचीन शिक्षा गुरूकुल पद्धति की थी जिसमें शिष्य शिक्षा ग्रहण करने जाते थे तो उसका खर्च समाज वहन करता था ।शिष्य भिक्षा मांगकर लाते थे और उससे गुरूकुल का खर्च चलता था ।गुरु शिष्य का उस समय मजबूत संबंध होता था ।शिष्यों के सर्वांगीण विकास हेतु शरीर, मन,बुद्धि, आत्मा के साथ साथ शस्त्र एवं शास्त्रों की शिक्षा देकर शिष्यों का विकास किया जाता था ।गुरु शिष्य के अन्दर की प्रतिभा को देखकर उसे तरासते थे ये शिक्षा की परंपरा थी ।सांसारिक ज्ञान को आध्यात्मिक ज्ञान से जोडना आवश्यक है ।आज गुरु शिष्य मिलकर ऐसी समाज की स्थापना करे जो समाज के साथ साथ देश को भी आगे बढाएगा ।हमारी भावनाएँ भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत होनी चाहिए ।अपना अलग-अलग डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाकर प्रतियोगिता के तरह से आगे बढ़ना है ।आज ज्ञान आधारित समाज की ओर बढ़ रहे हैं ।हमें भारतीय शिक्षा को भारतीय दृष्टिकोण से करानी है ।पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था में आज संस्कार, आध्यात्म भरते हुए शिक्षा देना है । आज के वेबिनार का विषय वस्तु प्रवेश करते हुए विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव दिलीप कुमार झा ने कहा कि भारतीय शिक्षा के स्वरूप गुरूकुल से वर्तमान समय में काफी परिवर्तन आया है ।भविष्य की संभावनाओं पर विचार करने की बात कही ।शैक्षणिक विकास के साथ साथ आध्यात्मिक विकास की बात कही ।देश भर में विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षा के साथ साथ जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा देने का कार्य कर रही है ।शिक्षा सिर्फ़ रोटी देने वाली न हो यह मानव को मानव से जोडने वाली होनी चाहिए । गया केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रो सनत कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षा में गुरु और शिष्य का सामंजस्य होना चाहिए ।इसलिए शिक्षक को छात्र की भाषा को जानना जरूरी है तथा उसे तकनीकी बनाना जरूरी है ।शिक्षक के भाव भंगिमा से विषय वस्तु प्रस्तुत हो जाय ऐसा बनाना चाहिए ।ऑनलाइन कक्षा में मूल्यांकन कार्य के लिए वस्तु परक प्रश्न बनाकर पूछना चाहिए । बीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो डॉ नन्द किशोर साहाजी ने कहा कि शिक्षकों में संबोधन, तादात्म्य, आशावादी, उत्साह, रहन सहन, बात चीत शैली, संयम, निष्पक्ष, शुभचिंतन, सहानुभूति, जीवन शक्ति, गुणवत्ता पूर्ण गुण होनी चाहिए तभी आदर्श शिक्षक कहलाएंगे ।हमें सभी वर्गों के छात्रों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए ।छात्रों को देश का आदर्श नागरिक बनाने का प्रयास करना चाहिए ।आदर्श शिक्षक वो है जो विद्वता के साथ साथ स्वस्थ रहे। भरती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव गोपेश कुमार घोष ने कहा कि छात्रों के उत्तरोत्तर विकास हेतु जो संभव हो सके कार्य करना चाहिए इसके लिए न कठोर बनना है और न मुलायम रहना है ।बच्चों में कार्य वृत्ति के प्राण का संचार करना चाहिए । भारती शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सह सचिव प्रकाश चन्द्र जायसवाल ने कहा कि भारतीय परिदृश्य में शिक्षकों की भूमिका अहम है ।प्राचीन संस्कृति को शिक्षा व्यवस्था में जोडनी चाहिए । विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय मंत्री अवनीश भटनागर ने कहा कि भारतीय शिक्षा दर्शन के परिपेक्ष्य में चुनौती पर प्रकाश डाला है ।उनके अनुसार विद्यालय विकल्प के रूप में ऑनलाइन कक्षा की व्यवस्था की गई है ।उनका मानना है कि जीवन दृष्टि से शिक्षा के उद्देश्य को अलग करने से उसका महत्व समाप्त हो जाता है । ऑनलाइनबैठक में अतिथि परिचय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया ।संचालन सरिता कुमारी द्वारा एवं फुलवडिया बी एड काॅलेज के संदीप कुमार सिंह द्वारा किया गया ।धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के सचिव ब्रजभूषण तिवारी द्वारा किया गया । इस अवसर पर विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली रामजी, डॉ मधुसूदन झा, डॉ अजीत कुमार पाण्डेय, राजकुमार ठाकुर, गौरी शंकर मिश्र, रौशन सिन्हा, हरेन्द्रनाथ पांडे, धनंजय कुमार, रामजी पोद्दार, शशि भूषण मिश्र एवं पूरे देश से पांच सौ प्रतिभागी जुडे थे। मीडिया प्रभारी शशि भूषण मिश्र (भागलपुर विभाग )

विद्या भारती विद्यालय के हृदय होते हैं संगणक आचार्य-गोपेश घोष दिनांक 06.06.2020 दिन शनिवार को भागलपुर विभाग के सभी शिशु /विद्या मंदिर के संगणक प्रमुख आचार्यों की ऑनलाइन बैठक भारती शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव गोपेश कुमार घोष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।बैठक में भागलपुर और बाँका जिले के अन्तर्गत चलने वाले सभी शिशु/विद्या मंदिर के संगणक प्रमुख आचार्यों ने भाग लिया । गोपेश कुमार घोष ने कहा कि विद्या भारती विद्यालय के रक्त का संचार करने वाले हृदय के रूप में हैं आप सभी संगणक आचार्य ।आप के कार्यों के कारण ही अभिभावक विद्यालय से जुड़े हैं ।हमें जिज्ञासु बनकर धैर्य पूर्वक जानकार लोगों से सहयोग लेकर नए-नए एप के माध्यम से आगे बढ़ना है ।शिक्षा की वर्तमान स्थिति ,परिवर्तन की दिशा एवं हमारी भूमिका आज अहम हो गयी है ।हम कितना ग्रहण कर बच्चों में बाँट सकते हैं इस पर आज की बैठक की सफलता निर्भर करेगी । विभाग प्रमुख बजरंगी प्रसाद ने कहा कि शहरी क्षेत्र के विद्यालय के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय के भैया/बहन भी लाभान्वित हो सके और शिक्षा ग्रहण कर सके इस हेतु संगणक संकुल प्रमुख आचार्यों का दायित्व बढ़ गया है ।आज भैया/बहनों के साथ आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के कारण ही अभिभावक जुड़ रहे हैं यह आचार्यों के परिश्रम का फल है । भागलपुर विभाग के संगणक प्रमुख सुमित रौशन ने कहा कि आज तक प्रत्येक विषय में जहाँ तक कक्षा कार्य कराया गया है वहाँ तक की जाँच भैया/बहनों से ऑनलाइन लिया जाए ।आज अभिभावक भी बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा में मदद कर रहे हैं ।उन्होंने कहा कि पहले बच्चे जहाँ मोबाइल से गेम खेलकर समय एवं डाटा बर्बाद करते थे वही समय ऑनलाइन शिक्षा में लगाकर समय एवं डाटा का सदुपयोग कर रहे हैं । नरगा संकुल के प्रमुख सतीश गुप्ता ने कहा कि कक्षाचार्य तो अपने कक्षा के अभिभावक से सम्पर्क में हैं किन्तु एक बार सभी विद्यालय में ऑनलाइन अभिभावक मिटिंग होनी चाहिए । आज के आॅनलाईन बैठक में 28 संगणक प्रमुख आचार्यों ने भाग लिया । इस अवसर पर संजीव झा, प्रशांत कुमार, अमित आनंद, मनोज कुमार मिश्र, नीरज झा,गौतम भारती, राजेश कुमार, शशि भूषण मिश्र एवं भागलपुर विभाग के सभी संगणक प्रमुख आचार्य उपस्थित थे । मीडिया प्रभारी शशि भूषण मिश्र (भागलपुर विभाग)

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