बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के नारे से रंगी हुई लॉरी, टेम्पो या ऑटो रिक्शा आज एक आम दृश्य है. पर नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च द्वारा 2020 में 14 राज्यों में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि योजना ने अपने लक्ष्यों की "प्रभावी और समय पर" निगरानी नहीं की। साल 2017 में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में हरियाणा में "धन के हेराफेरी" के भी प्रमाण प्रस्तुत किए। अपनी रिपोर्ट में कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ स्लोगन छपे लैपटॉप बैग और मग खरीदे गए, जिसका प्रावधान ही नहीं था। साल 2016 की एक और रिपोर्ट में पाया गया कि केंद्रीय बजट रिलीज़ में देरी और पंजाब में धन का उपयोग, राज्य में योजना के संभावित प्रभावी कार्यान्वयन से समझौता है।

विद्यापतिनगर। प्रखंड अंतर्गत मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत निवासी किसान पंकज सिंह व सविता देवी की पुत्री मुस्कान कुमारी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 12वीं (वाणिज्य संकाय) की परीक्षा में अपनी मेहनत और लगन के बल पर 444 अंक प्राप्त कर अपने परिवार के साथ-साथ शिक्षकों एवं शुभचिंतकों को गौरवान्वित किया है। मुस्कान प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्यापति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा है। उसने इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारी दलसिंहसराय स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान से की है। मुस्कान के पिता पंकज सिंह ने बताया कि वह भविष्य में बैंक अधिकारी बनने की कामना मन में संजोए अपनी पढ़ाई कर रही है। मुस्कान ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरू जनों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों को दी है। वह वाणिज्य संकाय में स्नातक करेगी तथा समस्तीपुर में रहकर ऑफलाइन तथा ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से बैंकिंग की तैयारी शुरू कर चुकी हैं। मुस्कान की सफलता पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य अमित भूषण, मुस्कान के बड़े पापा दीपक सिंह, चाचा मुकेश सिंह, प्रवीण सिंह, मुखिया दिनेश प्रसाद सिंह, राजेश रोशन (कन्हैया) आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।

भारत में शादी के मौकों पर लेन-देन यानी दहेज की प्रथा आदिकाल से चली आ रही है. पहले यह वधू पक्ष की सहमति से उपहार के तौर पर दिया जाता था। लेकिन हाल के वर्षों में यह एक सौदा और शादी की अनिवार्य शर्त बन गया है। विश्व बैंक की अर्थशास्त्री एस अनुकृति, निशीथ प्रकाश और सुंगोह क्वोन की टीम ने 1960 से लेकर 2008 के दौरान ग्रामीण इलाके में हुई 40 हजार शादियों के अध्ययन में पाया कि 95 फीसदी शादियों में दहेज दिया गया. बावजूद इसके कि वर्ष 1961 से ही भारत में दहेज को गैर-कानूनी घोषित किया जा चुका है. यह शोध भारत के 17 राज्यों पर आधारित है. इसमें ग्रामीण भारत पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है जहां भारत की बहुसंख्यक आबादी रहती है.दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- दहेज प्रथा को लेकर आप क्या सोचते है ? और इसकी मुख्य वजह क्या है ? *----- समाज में दहेज़ प्रथा रोकने को लेकर हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है ? *----- और क्यों आज भी हमारे समाज में दहेज़ जैसी कुप्रथा मौजूद है ?

रोसड़ा(समस्तीपुर): भारत का छात्र फेडरेशन एसएफआई के द्वारा यूआर कॉलेज के अंबेडकर छात्रावास में एसएफआई जिलाध्यक्ष नील कमल,जिला कमिटी सदस्य प्रिंस कुमार व संतोष कुमार महात्मा के नेतृत्व में सदस्यता अभियान चलाया गया।इस दौरान दर्जनों छात्रों ने संगठन की सदस्यता ग्रहण किया। जिलाध्यक्ष नीलकमल ने कहा कि वर्तमान समय में महंगाई के इस दौर में गरीब और वंचितों के लिए शिक्षा ग्रहण करना काफी मुश्किल हो गया है।एक तरफ बिहार सरकार जहां एससी-एसटी के छात्रों एवं छात्राओं के लिए निःशुल्क शिक्षा मुहैया करने का ढोल पीट रही है।वहीं स्नातक व स्नातकोत्तर में नामांकन हेतु ऐसे कोटि के छात्र-छात्राओं से कॉलेजों द्वारा नामांकन के नाम पर सरकार व विवि के आदेश का धज्जियां उड़ाकर लाखों रुपए का गबन किया जा रहा है। इसी कड़ी में तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल यूआर कॉलेज के प्राचार्य को स्नातक सत्र 2023-27 के द्वितीय सेमेस्टर में ऐसे छात्रों से लिया गया ₹700 वापस करने एवं आगे निःशुल्क नामांकन लेने हेतु ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने यह चेतावनी दी है कि यदि समय रहते हैं ऐसे कोटि के छात्रों से लिया गया रुपया वापस और आगे बचे हुए छात्रों का निःशुल्क नामांकन नहीं होता है तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा एल।जिसका जवाबदेही कॉलेज प्राचार्य,विश्वविद्यालय एवं बिहार सरकार की होगी। वहीं अमित कुमार,संजय कुमार,गोलू कुमार,कृष्ण कुमार,गुंजन कुमार,विवेक कुमार,सुमित कुमार,अनिल कुमार,अमित कुमार आदि दर्जनों छात्रों ने सदस्यता ग्रहण किए।

कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के बरहेता गांव के बिहार लोक सेवा आयोग पटना द्वारा आयोजित 67 वी संयुक्त परीक्षा के आधार पर गृह विभाग के आरक्षी शाखा द्वारा बरहेता गांव निवासी अवकाश प्राप्त सैनिक सरबजीत कुमार देव उर्फ़ गोपाल देव की पुत्री सुश्री ज्योति कुमारी को पुलिस उपाधीक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र मिलने पर गांव में खुशी की लहर है। शुक्रवार को डीएसपी बनी ज्योति के घर पहुंचने पर नीमाचहेदर गांव निवासी भुमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष संजय चौधरी, मनु देव, संतोष कुमार देव, हरिष कुमार देव, रागेश देव के संयुक्त नेतृत्व में मिथिला परंपरागत से पाग चादर माला सहित अन्य उपहार देकर सम्मानित किया गया। जहां ज्योती ने सम्मानित स्थल पर लोगों से आशीर्वाद लेते हुए कहा कि गांव की बेटीयां अव किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है। अब गांव की बेटी पढ़-लिख कर हर क्षेत्र में अब्बल हो रही है। मौके पर पूर्व वीओ नागेंद्र प्रसाद, अरूण प्रसाद देव, अविनाश कौशिक, नवीन प्रसाद देव सहित अन्य उपस्थित थे।

अख्तियारपुर, समस्तीपुर के सफल प्रयास और क्राई-चाइल्ड राइट्स एंड यु के सहयोग से नरघोघी वार्ड संख्या 21 के महादलित बस्ती, अख्तियारपुर पंचायत के भोजपुर वार्ड संख्या 12, स्थित मुसहर टोली और बाजिदपुर मेयारी मुसहर टोली वार्ड संख्या 12 में ब्रीज कोर्स सेंटर का शुभारंभ किया गया। नरघोघी में वार्ड पार्षद सविता देवी, भोजपुर में सरपंच रामलखन दास और मेयारी में वार्ड सदस्य सियाराम कापर एवं सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार मिश्रा नें शुभारंभ करते हुए कहा कि जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र वर्षों से गरीब समुदाय के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उत्साहवर्धक काम करते हुए आ रहा। जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के सफल प्रयास से आज कई मुसहर समुदाय के बच्चे मैट्रिक व इंटर तक पढ़ाई किया है और अधिकांश बच्चे स्कूल जा रहे हैं। साफ सफाई में भी सुधार दिख रहा है। बाल विवाह और बाल श्रम दर में कमी आई है। ब्रीज कोर्स सेंटर के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के कार्यकारिणी सदस्य रामप्रीत चौरसिया और ललिता कुमारी नें कहा कि यह सेंटर एक पुल का काम करेगी। स्कूल और बच्चों के बीच जो दूरी है उसको कम करेगा। बच्चों में व्यवहारिक ज्ञान होना बहुत जरूरी है। स्थानीय अभिभावक जिरिया देवी, विद्यालय शिक्षा समिति की सचिव मुन्नी देवी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बिंदी देवी ने संयुक्त रूप से कहा कि जिसके माता पिता जागरूक नहीं है उनको जागरुक करना जरूरी है तब बच्चे पढ़ पाएंगे। सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार मिश्र, रामउमेद राम, अमीरलाल सादा , नीतीश कुमार नें कहा कि मुसहर बच्चों को विद्यालय में दुलार प्यार की आवश्यकता है। शिक्षकों को भेदभावपूर्ण रवैया से हटकर बच्चों को स्नेह देना चाहिए ताकि मुसहर समुदाय के बच्चे बेहिचक विद्यालय में आ सके। ब्रीज कोर्स सेंटर के शिक्षक संदीप कुमार सादा, नेहा कुमारी और नूतन कुमारी नें माता पिता से अनुरोध किया कि आप अपनें बच्चों को सेंटर तक पहुंचाने में मदद कीजिए और हम लोग निशुल्क शिक्षा और पठन पाठन सामग्री देंगे। मौके पर जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के सचिव सुरेंद्र कुमार, जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद चौरसिया, बलराम चौरसिया, राजकुमार पासवान, विभा कुमारी, किरण कुमारी समेत दर्जनों लोग शामिल हुए। धन्यवाद ज्ञापन रविन्द्र पासवान नें किया।

अख्तियारपुर, समस्तीपुर के सफल प्रयास से क्राई-चाइल्ड राइट्स एंड यू के सहयोग से सरायरंजन प्रखंड के धर्मपुर पंचायत के खेतापुर गांव स्थित मुसहर टोली में अनामांकित एवं छिजीत बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ब्रीज कोर्स सेंटर का शुभारंभ किया गया। सेंटर का शुभारंभ करते हुए स्थानीय मुखिया अलाउद्दीन अंसारी नें कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के स्तर पर जो गैप है उसको पुरा करने के लिए जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के तरफ से सराहनीय कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के लाख प्रयास के बाद भी मुसहर समुदाय के बच्चे विद्यालय से बाहर रह रहे हैं। रामप्रीत चौरसिया नें कहा कि विद्यालय के रजिस्टर में बच्चों का नाम जरूर है लेकिन वे बच्चे विद्यालय नहीं जा रहें हैं। वहीं मुखियाजी नें कहा कि जो भी बच्चे यहां पढ़ने सीखने आएंगे उन सभी बच्चों को सारा पठन-पाठन सामग्री हम अपनें स्तर से देने का काम करेंगे। मौके पर ब्रीज कोर्स सेंटर की शिक्षिका बबिता कुमारी, समुदाय की महिला नेता प्रमिला देवी, पलटी देवी, मुखलाल सहनी, लक्ष्मी सहनी के आलावे जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र से दिनेश प्रसाद चौरसिया, बलराम चौरसिया, वीणा कुमारी स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रीना कुमारी मौजूद थे। जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के सचिव सुरेन्द्र कुमार नें बताया कि क्राई-चाइल्ड राइट्स एंड यू, कोलकाता के सहयोग से जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के द्वारा समस्तीपुर जिला के सरायरंजन प्रखंड के नौ मुसहर और महादलितटोला में बच्चों के स्कूल से जोड़ने हेतु अध्ययन सहयोग कार्यक्रम अंतर्गत ब्रीज कोर्स सेंटर का संचालन किया जा रहा है, इसके साथ हीं मोबाईल लाइब्रेरी के माध्यम से जीवन कौशल विकास हेतु पुस्तकें भी मुहैया कराई गई है। इस ब्रीज कोर्स सेंटर में 1000 बच्चों को लाभ दिया जा रहा है। हर महीने स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सहयोग से इन बच्चों का, किशोरियों का स्वास्थ्य जांच कर समुचित इलाज किया जाएगा तथा जरूरतमंद किशोरियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए उनके माहवारी के समय साफ़ - सफाई के प्रति जागरूक करते हुए स्वच्छता कीट, सैनिटरी नैपकिन भी मुहैया कराया गया। मौके पर उपस्थित परियोजना सह समन्वयक रविन्द्र पासवान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

विद्यापतिनगर। विद्यालय में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए सरकारी स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार बच्चों को एमडीएम, छात्रवृत्ति, पोशाक, निःशुल्क पाठ्य पुस्तक दे रही है। अब बच्चों को स्कूल बैग दिया जा रहा है ताकि बच्चे निजी विद्यालय की तरह सज-धजकर आ सकें। इसके तहत सोमवार को प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सन्यासी टोल साहिट में 107 बच्चों को स्कूल बैग दिया गया। बैग पानेवाले बच्चों के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। प्रधानाध्यापिका खुशबू कुमारी ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल के बच्चों के लिए स्कूल बैग में तीन कॉपी, एक पेंसिल की पैकेट, कलर बॉक्स, ड्रॉइंग बुक और एक पानी की बोतल दिया गया हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे बच्चे जो प्रतिदिन स्कूल नहीं आते हैं उन्हें स्कूल लाने में अभिभावकों को सहयोग करने की जरूरत है। क्योंकि अभिभावकों के प्रयास से विद्यालय में संचालित योजनाओं को बल मिलता है। स्कूली बच्चे अनुराग, आरोही भारद्वाज का कहना था कि अपने घर से किताब और पेंसिल प्लास्टिक या झोला में ले जाना पड़ता था। इस क्रम में कई बार रास्ते में ही पठन-पाठन की सामग्री गिर जाती थी। अब वे स्कूल बैग में ही अपनी किताबें व अन्य सामग्री लाएंगे। मौके पर शिक्षक जितेंद्र प्रसाद, मो. अब्दुल्लाह, अमित कुमार, मो. साबिर, अवनीश कुमार, सन्तोष कुमार सहित विद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।