सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र, अख्तियारपुर और क्राई-चाइल्ड राइट्स एंड यू के संयुक्त तत्वावधान में सरायरंजन प्रखंड के खालिसपुर वार्ड संख्या 2 स्थित मुसहर टोला तथा गंगसारा गांव के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 111, रायपुर बुजुर्ग पंचायत अंतर्गत जान मोहम्मदपुर गांव के वार्ड संख्या 2 स्थित आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 97 और बलभदपुर महिषी वार्ड संख्या 9 स्थित आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 101 पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सरायरंजन के सहयोग से स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

प् क्राई-चाइल्ड राइट्स एंड यू और जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र, अख्तियारपुर द्वारा शिक्षण अधिगम सामग्री और आनंदमयी शैक्षणिक वातावरण निर्माण हेतु आंगनवाड़ी सेविकाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संस्था कार्यालय, अख्तियारपुर के सभा कक्ष में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन संस्था के अध्यक्ष गौरीशंकर चौरसिया के द्वारा किया गया। संचालन दिनेश प्रसाद चौरसिया नें किया।

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं?आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?

दोस्तों, एक बार फिर से उन्हीं दिनों को जीने की कोशिश करते हैं अपने बच्चों के संग उनके बचपन को एक त्यौहार की तरह मनाते हुए हंसते हुए, खेलते हुए, शोर मचाते बन जाते हैं उनके दोस्त और जानने की कोशिश करते हैं इस बड़ी सी दुनिया को उनकी आंखों से | घर और परिवार ही बच्चों का पहला स्कूल है और माता पिता दादा दादी और अन्य सदस्य होते हैं उनके दोस्त और टीचर हो. साथ में ये भी कि बच्चों के दिमाग का पचासी प्रतिशत से अधिक विकास छह वर्ष की आयु तक हो जाता है.

साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

विद्यापतिनगर प्रखंड के वाजिदपुर पंचायत में एलएस कंचन कुमारी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 74 से मतदाता जागरूकता रैली निकाली गई। जिसमें मुख्य रूप से आंगनबाड़ी सेविका सहायिका शामिल हुई। इसमें लोकतंत्र का सम्मान करेंगे निर्भय होकर मतदान करेंगे आदि नारे लगाए यह रैली राजा चौक से निकलकर पंचायत के विभिन्न केंद्र होते हुए पुनः केंद्र संख्या 74 पहुंची। जहां सभी कर्मियों ने मतदाता को जागरूक करने और पूर्व की तुलना में अधिक मतदान कराने का संकल्प लिया। एलएस कंचन कुमारी ने बताया कि लोगों को जागरूक होकर मतदान करना चाहिए। क्योंकि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व है। अधिक मतदान करके ही देश में मजबूत लोकतंत्र बनाया जा सकता है। बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से मतदाताओं को मतदान करना चाहिए ताकि बेहतर सरकार का निर्माण हो सके। जो समाज के सरोकार के प्रति उत्तरदायी हो।मौके पर सेविका रेखा कुमारी, मनीषा कुमारी, राधा कुमारी, पूनम कुमारी, रुना कुमारी, पुष्पा कुमारी सहित भारी संख्या में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका मौजूद थीं।

कल्याणपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायत के आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका की कुल संख्या 351 है। भारत सरकार के द्वारा मिलने वाली सुविधा आयुष्मान भारत स्वस्थ हेल्थ कार्ड को लेकर बाल विकास परियोजना कार्यालय कल्याणपुर परिसर में बनवाने को लेकर सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को 20 मार्च तक बनवाना अनिवार्य हो गया है। वही इस संबंध में प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मीरा कुमारी ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका अगर इसमें वंचित रह गए तो आगे चलकर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जिसको लेकर अभिलंब आयुष्मान कार्ड बनवा लेने की बात कही है।बताया गया है की अभी तक 140 आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका का ही आयुष्मान कार्ड बन सका है।

कल्याणपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय व पंचायत समिति भवन के सभागार में मंगलवार को कल्याणपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायत के सभी आंगनबाड़ी सेविका का पोषण ट्रेकर व वृद्धि निगरानी संबंधित परियोजना को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिसमें महिला पर्यवेक्षिका पूजा भारती, अंजू कुमारी, संजू कुमारी, विवाह भारती, नीतू कुमारी के संयुक्त नेतृत्व मे पोषण ट्रैक्टर एवं वृद्धि निगरानी संबंधित परियोजना स्तर का प्रशिक्षण दिया गया।इस दौरान बच्चो के जीवन चक्र को देखते हुए पोषण ट्रेकर के माध्यम से पोषक क्षेत्र में चलाए जाने की विस्तार से जानकारी दी। मौके पर विकास कुमार, नवीन कुमार, लेखपाल सहित अन्य कर्मी मौके उपस्थित थे।