"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को बता रहे है कि दुधारू पशुओं को संतुलित आहार दें। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

कल्याणपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में शनिवार को बीडीओ देवेंद्र कुमार, प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मीरा कुमारी, रोमा कुमारी के नेतृत्व में पोषण पखवाड़ा का फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रत्न शंकर ने बताया की विद्यापतिनगर बाल विकास परियोजना कार्यालय की देखरेख में गुरुवार को मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। वहीं विभिन्न गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों पर रंगोली बनाकर मतदान करने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। एवं सेविकाओं ने रंगोली बनाकर मतदान के महत्व को लोगों को बताया। साथ ही बाल विकास परियोजना कार्यालय में गुरुवार को पोषण मेला का आयोजन किया गया। मौके पर सीडीपीओ रश्मि शिखा मुख्य रूप से मौजूद थीं। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में पोषण एवं विशेष खान-पान, पौष्टिक एवं समुचित भोजन के प्रकार व मात्रा, प्रसव पूर्व व प्रसव बाद की सुरक्षा एवं जच्चा-बच्चा की देखभाल के प्रति जागरूक किया गया। वहीं कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से स्टॉल लगाकर हरी सब्जी से लेकर विभिन्न पौष्टिक फल व आहार का नियमित रूप से सेवन करने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, जननी बाल सुरक्षा योजना, मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा कार्ड का महत्व, प्रसव पूर्व व बाद के जांच का महत्व, प्रसव से संबंधित परेशानियों की पहचान सहित कई अन्य आवश्यक जानकारी दी गयी। साथ ही पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की गोद भराई उत्सव भी मनाया गया। गर्भवती महिलाओं के बीच पौष्टिक आहार का वितरण किया गया। वहीं मुंह जुट्ठी कार्यक्रम का भी आयोजन कर छह माह उम्र के बच्चे को पौष्टिक आहार खिलाया गया। कार्यक्रम के दौरान सीडीपीओ ने गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की समुचित देखभाल करने की सलाह दी। ताकि जच्चा बच्चा सुरक्षित रह सके। इस मौके पर एलएस कंचन कुमारी वन ,शिप्रा कुमारी, कंचन कुमारी टू, पार्वती सिन्हा सहित सेविका सहायिका आदि मौजूद थीं।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

समस्तीपुर जिला के मोहनपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय मोहनपुर में पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत जागरूकता रैली निकल गया । पोषण दूर करने के लिये आइसीडीएस विभाग द्वारा यह कार्यक्रम किया गया है । यह कार्यक्रम मोहनपुर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सुधा कुमारी के नेतृत्व में निकल गया है । जिसमें किशोरी एवं युवतियों द्वारा रैली निकाल कर लोगों को जागरुक किया गया। इस रैली में पोषण और आहार पर सभी ग्रामीणों को जागरूक किया गया। साथ ही पोषण से संबंधित अन्य जानकारियां भी रैली के माध्यम से दी गई

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

मशरूम उत्पादन ने आज किसानों के लिए नए आयाम खोले है।मशरूम के तरफ लोगो का रुझान बढ़ता जा रहा है।किसान मेला में मशरूम का पकोड़ा खाने के लिए भीड़ उमर रही है।यह वेज होने के साथ प्रोटीन युक्त है।

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.