समस्तीपुर जिला के हसनपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हसनपुर पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आशा संघ हुई बैठक। स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है कि अपने बच्चों को नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों पर अवश्य लाएं और कृमि नियंत्रण की दवाई निशुल्क खिलवाएं। जो बच्चे छूट जाए उन्हें यह दवाई माॅप-अप दिवस, आगमी 19 मार्च 2024 को अवश्य खिलवाएं।

समस्तीपुर जिला के हसनपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हसनपुर में विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण चिकित्सा को प्रैक्टिकल के साथ इंटरव्यू लिया गया। ग्रामीण चिकित्सा शिक्षित होकर गांव में मरीजों का बेहतर इलाज करेंगे। इसके लिए पूर्व में ही प्रशिक्षण लिया गया,ग्रामीण चिकित्सकओं को हसनपुर पीएससी में प्रैक्टिकल के साथ इंटरव्यू लिया गया। लेकिन इस व्यवस्था की शुरुआत होने से ग्रामीण चिकित्सा में काफी उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। पीएससी प्रभारी डॉक्टर अरविंद कुमार,डॉक्टर राहुल कुमार,स्वास्थ्य प्रबंधक चंदन कुमार सिंह द्वारा सभी ग्रामीण चिकित्सकओं को प्रैक्टिकल के साथ एक-एक करके सभी ग्रामीण चिकित्सकओं को इंटरव्यू लिया गया। जिसमें विभिन्न प्रखंड से ग्रामीण चिकित्सकों डॉक्टर प्रैक्टिकल एवं इंटरव्यू में उपस्थित हुए थे।

विद्यापतिनगर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित एक्स रे मशीन पिछले एक साल से बंद हैं। मशीन बंद होने के कारण रोगी बाजार में एक्सरे कराने को विवश हैं। जिनके पास रुपये नहीं होता वे निराश होकर मरीज को वापस घर ले जाते है। एक्स रे मशीन कब चालू होगा, इसकी जानकारी चिकित्सा प्रभारी देने की स्थिति में नहीं हैं। बता दें कि विद्यापतिनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साधन-संसाधन का घोर अभाव है। यहां वर्षों से चिकित्सक की भारी कमी रही है। खासकर महिला चिकित्सक कई वर्षों से अस्पताल में नियुक्ति नहीं हुई हैं। महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण क्षेत्र की महिला मरीजों को छोटी-मोटी तकलीफ में भी अनुमंडल अस्पताल या जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। पुरूष चिकित्सकों से इलाज कराने में महिलाएं परहेज करती हैं। संसाधन व चिकित्सक की कमी झेल रहे अस्पताल में पिछले साल चालू हुआ एक्सरे केंद्र का अनुबंध समाप्त हो जाने से मरीज परेशान हो रहे हैं। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक और दवाई की कमी की मार तो लोगों को पहले से ही झेल रहे थे। अब एक्सरे मशीन बंद होने के कारण अस्पताल महत्वहीन हो गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मदन कुमार ने बताया कि अनुबंध का नवीकरण नहीं होने से एक्स रे केंद्र को बंद कर दिया गया है। जिससे रोगियों को परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि एक्सरे बन्द होने से अस्पताल तक पहुंचने वाले रोगियों में काफी कमी आई है। बहुत जल्द सुविधा फिर से शुरू की जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में एक महिला क्या सोचती है... यह जानना बहुत दिलचस्प है.. चलिए तो हम महिलाओं से ही सुनते हैं इस खास दिन को लेकर उनके विचार!! आप अपने परिवार की महिलाओं को कैसे सम्मानित करना चाहेंगे? महिला दिवस के बारे में आपके परिवार में महिलाओं की क्या राय है? एक महिला होने के नाते आपके लिए कैसे यह दिन बाकी दिनों से अलग हो सकता है? अपने परिवार की महिलाओं को महिला दिवस पर आप कैसे बधाई देंगे... अपने बधाई संदेश फोन में नम्बर 3 दबाकर रिकॉर्ड करें.

विद्यापतिनगर। प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओ को ट्रेनिग दी गयी। डॉक्टर डीएन महतो व बीसीएम रवि कुमार ने संयुक्त रूप से आशा कार्यकर्ताओ को एनीमिया संबंधित ट्रेनिग दिए। आशा कार्यकर्ताओ को एनीमिया रोग के लक्षण, कारण और निदान के संबंध मे विस्तृत जानकारी दी गई। आईसीडीएस, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त भूमिका को समझाते हुए अभियान को सफल बनाने का दिशा-निर्देश दिए गए। ट्रेनिग के दौरान कुपोषण और एनीमिया के अल्पकालीन और दीर्घकालीन दुष्परिणाम को बताया गया। आशा कार्यकर्ताओ को एनीमिया रोग से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले समूह की पहचान करने के गुर सिखाए गए। जानकारी दी गई कि आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओ द्वारा प्रत्येक शनिवार को 6 से 59 माह तक के बच्चे को आयरन व फोलिक एसिड की सीरप घर घर जाकर पिलाने का काम करेगी। जबकि प्रत्येक बुधवार को सभी सरकारी स्कूलो मे 5-9 वर्ष तक के किशोरियो को गुलाबी रंग का टेबलेट तथा 10-19 वर्ष तक के लिए नीला रंग का आईएफए टेबलेट खिलाए जाएगे। इस दौरान उन्होंने ने बताया कि एनीमिया के दर मे कमी लाना ही अभियान का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही आशा फेसिलिटेटर को आयरन फॉलिक एसिड की सिरप व रजिस्टर कार्य अध्धयतन करने के लिए दिया गया। ट्रेनिग के दौरान बीसीएम रवि कुमार, आशा अहिल्या झा, रंजू कुमारी, मीना कुमारी, खुशबू कुमारी, पुष्पा कुमारी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

समस्तीपुर जिले के स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहिउद्दीन नगर में आशा कार्यकर्ताओं की मासिक बैठक डीसीएम राहुल सत्यार्थी के अध्यक्षता में आयोजित की गई जब की संचालन यूनिसेफ के अजय कुमार सिंह ने किया । इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए आमजन को प्रेरित करने का टास्क दिया गया । अब तक पुरुषों के नसबंदी लक्ष्य के अनुरूप नहीं होने पर चिंता जताई । इसके अलावा विभिन्न बिंदुओं पर भी चर्चा की गई । सभी आशा कार्यकर्ताओं को हर हाल में ड्रेस कोड पालन करने को भी कहा गया , साथ ही बिचौलियों के माध्यम से निजी क्लीनिक व अस्पताल का लाभ पहुंचाने में संलिप्त पाए जाने पर कठोरतम कार्रवाई करने की सख्त चेतावनी भी दी गई । इस मौके पर सरिता झा महा कुमारी द्रोपदी देवी आशा कुमारी पूजा कुमारी सुनैना कुमारी इंदु कुमारी कविता कुमारी रेखा कुमारी ज्ञान प्रकाश मिश्रा आदी मौजूद थे ।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अब दवा दुकानदारों पर भी विभाग ने निगरानी शुरु कर दी है। प्राईवेट अस्पतालों में इलाज कराने वाले टीबी मरीजों की दवा मिलने की प्रक्रिया को अब दवा दुकानदरों के द्वारा पूरी तरह पंजी में दर्ज करना होगा। यूं कहें तो प्राइवेट स्तर पर इलाज कराने वाले मरीजों का पूरा ब्यौरा दवा दुकानदारों को रखना होगा। ऐसा नहीं करने वाले दवा दुकानदारों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभागा ने सभी सीएस के अलावे एनसीडीओ व सहायक औषधि नियंत्रक विभाग को जिम्मेदारी सौंपी है। ताकि किसी मरीजों की सही आंकलन किया जा सके। इसके तहत केवल निबंधित एवं लाईसेंस दवा दूकानदारों के द्वारा ही टीबी रोगी से संबंधित दवा का विक्रय किया जाना है। नए निर्देश के अनुसार अगर कोई दवा दूकानदार दूकान पर आने वाले टीबी मरीजों को दवा देता है तो शिड्यूल एच वन रजिस्टर में मरीजों को ब्यौरा अंकित करना है। जिसमें मरीजों का नाम, पता, मोबाइल नम्बर, उम्र, दवा शुरु करने की तिथि, डॉक्टर का नाम, पंजीकरण संख्या आदि के साथ दी जाने वाली दवाओं का ब्यौरा अंकित करना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही सीएस, सीडीओ व सहायक औषधि नियंत्रक को समय-समय पर समीक्षा भी करनी है। ताकि यह पता लगाया जा सकें कि टीबी के मरीजों की संख्या व दवा की उपलब्धता हो पा रही है या नहीं। डीटीओ डॉ. विशाल कुमार ने बताया कि पत्र मिला है। इसको लेकर माइक्रोप्लान बनाया जा रहा है। ताकि टीबी मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो सके। मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग भारत सरकार के अंतर्गत केंद्रीय यक्ष्मा प्रभाग में कार्यरत प्रतिनिधियों के द्वारा पिछले महीने बिहार के आठ जिलों का भ्रमण किया गया था। जिसमें यह पाया गया कि प्राइवेट दूकानों के द्वारा टीबी मरीजों को दवा दी जाती है। लेकिन इन दुकानदारों के पास टीबी मरीजों के बारे में कोई आंकड़ा व नाम की सूची उपलब्ध नहीं है। प्राइवेट दवा विक्रेताओं के द्वारा शिड्यूल एच वन रजिस्टर का संधारण नहीं किया जाता है।

विद्यापतिनगर। प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत बाजिदपुर पंचायत स्थित पंचायत भवन में लोहिया स्वच्छ बिहार से जुड़े स्वच्छता कर्मियों की बैठक रविवार को आयोजित की गई। बैठक में संयुक्त रूप से मुखिया मुकेश कुमार एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक मुन्दन कुमार मौजूद रहे। बैठक के दौरान पर्यवेक्षक ने कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार कार्यक्रम के द्वितीय चरण में गीले तथा सूखे कचरे का सही तरीके से निपटारा करना है। इस कार्य के सफल संचालन स्वच्छता कर्मियों के कंधे पर है। इसके तहत पंचायत के प्रत्येक वार्ड की साफ सफाई करनी है। साफ सफाई के बाद गीला तथा सुखा कचरा का उठाव कर निर्धारित स्थल तक पहुंचाकर इसे अच्छी तरह से निपटारा भी करना है। और गीले कचड़े को टैंक में डालकर केंचुआ की मदद से जैविक खाद भी तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ गाँव से ही स्वस्थ गाँव की परिकल्पना की जा सकती है। इस कार्य के लिए प्रत्येक परिवार से कचरा उठाव के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। प्रत्येक परिवार से निर्धारित कचरा उठाव शुल्क लेकर पावती रसीद भी देनी होगी। स्वच्छता कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर दोषी स्वच्छता कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई होगी। घर से निकले दोनों प्रकार के कचरे का भी उठाव तथा सही तरीके से निपटारा करने का निर्देश दिया। मौके पर स्वच्छता कर्मी पंकज कुमार, मुरारी सदा, दिनेश साह, वीरेंद्र राम, नोखे पासवान सहित सभी स्वच्छता कर्मी मौजूद थे।

विद्यापतिनगर। पीएचसी के सभागार में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मदन कुमार की अध्यक्षता में एएनएम साप्ताहिक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा परिवार विकास पखवाड़ा में महिला बंध्याकरण, पुरूष नसबंदी पर सफल आयोजन करने पर चर्चा हुई। वहीं, टीकाकरण सत्रों पर सर्वे डीयू लिस्ट अद्यतन करने, संस्थागत प्रसव बढ़ाने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। साथ ही जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार को लेकर जरूरी पहल की जा रही है। स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित एएनएम की साप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के सफल क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई। इसी क्रम में पीएचसी प्रबंधक मुकुंद मंयक ने बताया कि स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार को लेकर सेशन वार उपलब्धि की समीक्षा की गयी। कम उपलब्धि वाले स्थानों को चिन्हित करते हुए संबंधित कारणों के निदान व ड्यू लिस्ट पर चर्चा, परिवार नियोजन पखवाड़ा हेतु सभी को लक्ष्य का निर्धारण, ख़ास कर विद्यालयों में आईफए गोली का वितरण जैसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं की सफलता को लेकर कारगर रणनीति पर विचार किया गया। स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार व प्रसव सेवाओं से जुड़े कार्यों की समीक्षा बैठक में की गयी है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतरी में एएनएम की भूमिका महत्वपूर्ण है।

विद्यापतिनगर प्रखंड के ग्रामीण चिकित्सकों की एक बैठक मंगलवार को बढौना स्थित पब्लिक हेल्थ केयर सेन्टर पर आयोजित की गई। उपस्थित सभी चिकित्सकों ने सरकार से मांग की कि सभी प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सकों का समायोजन जल्द से सरकारी सेवा में किया जाय,अन्यथा फिर से राज्य व्यापी आन्दोलन किया जाएगा।दूसरे चरण के ग्रामीण चिकित्सकों की परीक्षा अविलंब लिया जाय।सरकार बार बार झूठा आश्वासन देती है,लेकिन चिकित्सकों की मांग पर ध्यान नहीं देती है।आज उपस्थित सभी ग्रामीण चिकित्सकों ने अपना अपना हस्ताक्षर करके संयुक्त रूप से एक ज्ञापन स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार को देने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किया।मौके पर विद्यापतिनगर प्रखंड ग्रामीण चिकित्सक के कोषाध्यक्ष डाक्टर पी कुमार पंकज,सचिव संतोष कुमार,उपाध्यक्ष राम कृपाल महतो,कुणाल कुमार, मीडिया प्रभारी अमरकांत झा'अमर ', अमित कुमार इन्द्रजीत कुमार,आलोक कुमार, गौतम कुमार,सुजीत कुमार,रामबाबू महतो आदि उपस्थित थे।