राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानि की NCRB के हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 23,178 गृहिणियों ने आत्महत्या की थी। यानी देशभर में हर दिन 63 और लगभग हर 22 से 25 मिनट में एक आत्महत्या हुई है। जबकि साल 2020 में ये आंकड़ा 22,372 था। जितनी तेज़ी से संसद का निर्माण करवाया, सांसद और विधायक अपनी पेंशन बढ़ा लेते है , क्यों नहीं उतनी ही तेज़ी से घरेलु हिंसा के खिलाफ सरकार कानून बना पाती है। खैर, हालत हमें ही बदलना होगा और हमें ही इसके लिए आवाज़ उठानी ही होगी तो आप हमें बताइए कि *---- आख़िर क्या वजहें हैं जिनके कारण हज़ारों गृहणियां हर साल अपनी जान ले लेती हैं? *---- घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? *---- और क्या आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा को होते हुए देखा है ?
चाकाई थानाक्षेत्र के बरमोरिया पंचायत के पोस्त मारा गांव में एक मुस्लिम महिला द्वारा घरेलू विवाद से तंग आकर मंगलवार को अपने दो बच्चों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या करने का समाचार मिला है. बताया जाता है कि तस्लीम अंसारी की बीबी रुखसाना बीबी 27 वर्ष ने अपने बच्चे मिराज 3 वर्ष एवं सिराज 2 वर्ष को पहले फांसी पर लटका दिया फिर अपने झूल गई. बताया जाता है कि तस्लीम देशी चिकित्सक का काम करता है.वह कही बाहर गया हुआ था.जब वह शाम चार बजे घर लौटा तो दरवाजा अंदर से बन्द था.वही काफी पुकारने पर दरवाजा नही खुला तो उसने ग्रामीणों के सहयोग से दरवाजा तोड़ दिया तो देखा कि तीनों का शव रस्सी के सहारे लटका हुआ था.वहीं आनन फानन में घटना की सूचना चकाई पुलिस को दी गई मगर समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर नही पहुँची है.थानाध्यक्ष राजीव कुमार से पूछे जाने पर बताया कि उन्हें सूचना मिली है. पुलिस जल्द वहां जा रही है.वही इस हृदय विदारक घटना से पूरा गांव स्तब्ध है तथा परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
चकाई थाना क्षेत्र अंतर्गत गजही पंचायत के बिंझा गांव में पीपल के पेड़ में रस्सी के सहारे एक युवक ने आत्महत्या कर ली. जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने घटना की सूचना चकाई पुलिस को दी. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुये चकाई पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन कर रही है. वहीं इस संबंध में चकाई थाना अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि बिंझा गांव में पेड़ से लटकी एक अज्ञात युवक की शव बरामद की गई है. घटना प्रथम दृष्टया आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है. शव की पहचान की जा रही है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
युवा फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या की खबर से चकाई के कला जगत के लोग काफी आहत हैं। लोगों को विश्वास ही नहीं हो पा रहा है कि भिन्न-भिन्न किरदारों से समाज को जिंदगी जीने की सीख देने वाला खुद जिंदगी की जंग में इतनी सहजता से पराजय स्वीकार कर लेगा। गजल गायक अमरेश राज, राकेश राज, प्रवीण उपाध्याय गुड्डू, मनीष मिश्रा, राहुल पांडेय आदि नें कहा कि सुशांत की मौत कला जगत के लिए एक अपूरणीय छति है। अपने दमदार अभिनय के बल पर उन्होंने ये साबित कर दिया कि वे असाधारण थे। यही कारण है कि इतने कम समय में भी वे लाखों कला प्रेमियों के दिलों की धड़कन बन गए थे।
प्रधान मंत्री ,मुख्यमंत्री ने फिल्म अभिनेता के निधन पर गहरी शोक स्वेदना व्यक्त की है
बिहार राज्य के जमुई जिला से रमेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि राजधानी रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर चार में एक ऑटो चालक ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली है। वह बिहार का रहनेवाला है। वह व्यक्ति रांची में रहकर ऑटो चलाता था। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस आत्महत्या के कारणों को खंगालने में जुटी है। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है। लॉकडाउन में आत्महत्या के कारणों पर भी पुलिस जांच में जुटी है।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
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