बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता नरेंद्र कुमार ने सुइया देवी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। अपने बच्चों का बेहतर भविष्य बना पायेंगी।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ जीव दास साहू टमाटर की नर्सरी तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता नरेंद्र कुमार ने अनीता देवी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो गरीबी के कारण अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पा रही हैं। लेकिन लड़कियों के लिए ख़ास कर शिक्षा बहुत जरुरी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा की महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। अपने बच्चों का बेहतर भविष्य बना पायेंगी।
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता नरेंद्र कुमार ने आयुष कुमार से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरुरी है। महिलाओं को भूमि पर बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए। इससे महिलाएं अपने बच्चों का बेहतर भविष्य बना पायेंगी। महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
जी हाँ साथियों, शिक्षा का मानव जीवन में एक अलग महत्व है. शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो न सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है बल्कि समाज को एक सही रास्ता भी दिखाता है। शिक्षा से समाज में फैले अंधकार को मिटाया जा सकता है। शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए जरूरी है. हरेक वर्ग को शिक्षा के महत्व को समझाने के उद्देश्य से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में साक्षरता दर को बढ़ावा देने के उदेश्य से और सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में इस दिन को मनाने का पहल किया। इसके बाद 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 8 सितंबर को साक्षरता दिवस मनाया जाता है. तो साथियों, आइये हम सब मिलकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रण लें और इस पहल में अपना योगदान दें। आप सभी श्रोताओं को समस्त मोबाइल वाणी परिवार की ओर से विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बिहार राज्य के जिला जमुई से बुलबुल कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विवेक कुमार से हुई। विवेक कुमार यह बताना चाहते है कि शिक्षा में बेटों को आगे बढ़ाया जा रहा है। लड़कियों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है , जबकि लड़कों को घर से निकलने दिया जा रहा है। लड़कियों का कम उम्र में ही शादी कर दिया जाता है जिसके कारण वह पढ़ नहीं पाती है। शिक्षा में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। शिक्षा में सुधार होना चाहिए। बेटा और बेटी दोनों को पढ़ाना चाहिए। महिलाओं को उनका अधिकार मिलना चाहिए।
बिहार राज्य के जिला जमुई से बुलबुल कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अंकित कुमार से हुई। अंकित कुमार यह बताना चाहते है कि शिक्षा में भेद - भाव बहुत होता है। लड़को को पढ़ने की छूट ज्यादा दिया जाता है जबकि लड़कियों को कम छूट दिया जाता है। शिक्षा में दोनों को समान अधिकार मिलना चाहिए। शिक्षा में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है , इसमें और सुधार की जरूरत है। स्कूलों में अच्छी शिक्षा नहीं मिल रही है। महिलाओं को जमीन पर अधिकार मिलना चाहिए, सिर्फ लड़कों को ही जमीन पर अधिकार दिया जाता है। महिला भी परिवार चलाती है।
बिहार राज्य के जिला जमुई से बुलबुल कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रूबी कुमारी से हुई। रूबी कुमारी यह बताना चाहती है कि शिक्षा में भेद - भाव किया जाता है। पढ़ - लिख कर भेद - भाव को ख़तम किया जा सकता है। आज भी बेटी को कम पढ़ाया जाता है। बेटों को ज्यादा पढ़ाया जाता है। शिक्षा में सुधार नहीं हो रहा है। सरकारी स्कूल में सुधार होना चाहिए। सरकारी स्कूल में ध्यान नहीं दिया जाता है। महिलाओं को शिक्षित होना चाहिए तभी वह जमीनी अधिकार के बारे में जान पाएंगी।
बिहार राज्य के जिला जमुई से बुलबुल कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नागमणि से हुई। नागमणि यह बताना चाहते है कि समाज में लोग लड़कियों को शिक्षा नहीं देना चाहते है। आज लड़का और लड़की में कोई अंतर नहीं है। दोनों समान तरह के काम कर रहे है। सरकारी स्कूल में गरीब बच्चे पढ़ने जाते है जबकि प्राइवेट स्कूल में बड़े लोगों के बच्चे पढ़ने जाते है। इसीलिए उन्हें लगता है कि शिक्षा के क्षेत्र में भेद - भाव होता है। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हो रहा है। सरकार नई शिक्षा निति को भी लायी है , जिसे पारित करना है। जब शिक्षा ही नहीं है तो लोग अधिकार के बारे में नहीं जान पाएंगे। लोग शिक्षित होने पर जमीन सम्बन्धी सभी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।