उत्तरप्रदेश राज्य के जिला भदोही के ओराई ब्लॉक के ग्राम सायर से चंदा देवी की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से मंजू देवी से हुई। मंजू देवी यह बताना चाहती है कि वह सिलाई का काम करती है। उनको इस काम को करने के लिए समूह से आईडिया मिला।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के औराई प्रखंड के सायर ग्राम से चंदा देवी की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से चंदा से हुई। चंदा कहती है कि वो सिलाई और ब्यूटिशियन दोनों कार्य घर पर ही करना चाहती है।लोन लेकर यह व्यापार करना है।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के औराई प्रखंड के सायर ग्राम से हमारी श्रोता ,उद्यमी वाणी के माध्यम से कहती है कि वो कालीन का कार्य करना चाहती है। इसके लिए इन्हे पचास हज़ार से एक लाख रूपए तक का आर्थिक सहयोग चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के सायर ग्राम से चंदा देवी की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से रीता देवी से हुई। रीता कहती है कि वो कालीन का कार्य करना चाहती है। इसके लिए इन्हे पचास हज़ार से एक लाख रूपए तक का आर्थिक सहयोग चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के सायर ग्राम से संगीता देवी की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से चंदा देवी से हुई। चंदा कहती है कि वो ब्यूटिशियन का कार्य कर रही है और इसे आगे बढ़ाना चाहती है। ये बाकियों को ब्यूटिशियन का कार्य सीखाना चाहती है।इसके लिए लोन की आवश्यकता है

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के ग्राम सभा सायर से गोविन्द प्रसाद की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से चंदा देवी से हुई। चंदा कहती है कि वो सिलाई सेंटर खोलना चाहती है। इसमें वो ट्रेनिंग देंगी।साथ ही कपड़ा सील कर भी व्यापार को बढ़ाएंगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के सीटी प्रखंड से 28 वर्षीय पूजा देवी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मानसिक रोगियों को समझना चाहिए और उनका इलाज सही समय पर करवाना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के सीटी प्रखंड से 26 वर्षीय कुसुम देवी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मानसिक रोगियों की बातों को समझना चाहिए और उनका इलाज समय से करवाना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य से सुनीता की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से सुशीला देवी से हुई।सुशीला कहती है कि वो खेती बाड़ी करती है।अपना व्यापार करते है

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के नरथुआ से गोविन्द प्रसाद की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से रामु कुमार गौतम से हुई।रामु कहते है कि वो कालीन का काम करते है। इन्होने खुद कालीन का व्यापार शुरू करने की सोचते है पर पैसों की कमी के कारण शुरू नहीं करते है। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन लेने का भी नहीं सोचा इस कारण से कि इसमें भागदौड़ बहुत होता है और लोन आसानी से नहीं मिलता है।परन्तु संवाददाता गोविन्द ने उन्हें इस योजना में आवेदन करने का जानकारी दिया।