कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की दांत की देखभाल सही से करने के लिए सुबह शाम सफाई करनी चाहिए ,अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

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झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर मोबाइल वाणी के माध्यम सेबताते हैं की मौसम में अचानक बदलाव आ गया गर्मी बढ़ गयी अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की गर्मी के दिन में अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चहिये अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की ग्रामीण क्षेत्र में लोग स्वस्थ्य के प्रति लापरवाह होते हैं जिससे कई बीमारी होती है अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखण्ड राज्य के रांची से जयवीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की गर्मी के दिन आ गया और मच्छर का प्रकोप बढ़ गया बिमारियों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए अधिक जानकारी के ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

सुशांत पाठक पेशाब के रंग से जाने स्वास्थ्य संबंधित समस्या के बारे में- निरंग या पारदर्शी ऐसा पेशाब होने पर आप बहुत ज्यादा पानी पी रहे हैं, शरीर को हाइड्रेट रखने और ठीक से काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है, लेकिन शरीर में आवश्यकता से अधिक मात्रा में जल इकठ्ठा होने से आपका मूत्र पानी जैसा दिखने लगता है । डार्क,या शहद के रंग समान - गहरे रंग का पेशाब हल्के डिहाइड्रेशन का लक्षण है। इस तरह के पेशाब आने पर समझलें की आपके सिस्टम में तरल पदार्थ की जरूरत है। ऐसा तब हो सकता है, जब आप गर्मी के दिन में बाहर पसीना बहा रहे हो या कुछ देर पहले वर्कआउट किया हो। गहरे भूरे रंग का पेशाब आपके मूत्र में पीत के प्रवेश के कारण भी हो सकता है, जो लीवर की बीमारी का संकेत देता है, भूरे रंग का पेशाब पोरफिरीया का एक लक्षण है। जो त्वचा और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाला एक विकार है। कई बार चुकंदर ब्लूबेरी या रुबर्ब ख़ाने से पिंक या लाल पेशाब दिख सकता है। लेकिन आपने ऐसा कुछ नहीं खाया है, तो यह चिंता का कारण हो सकता है गुलाबी या लाल रंग का पेशाब किडनी, या यूरिन कैंसर, किडनी की पथरी, यूरिन इन्फेक्शन, प्रोस्टेट की समस्या का लक्षण हो सकता है। यदी आपका पेशाब नारंगी रंग का दिखता है, तो हो सकता है आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं,इसके अलावा लीवर या पित्त नली की समस्या होने पर ऐसे रंग का पेशाब आता है, या फिर एलोपैथिक दवा के कारण भी ऐसा हो सकता है। हाईड्रेटेड रहने के बाद भी नारंगी रंग गायब नहीं होता है तो जांच कराने की आवश्यकता है, हल्के पीले रंग की श्रेणी मैं आने वाला पेशाब यह संकेत देता है कि आप स्वस्थ और हाइड्रेटेड है वैसे वह पिला रंग आपके शरीर द्वारा उत्पादित यूरोक्रोम नामक रंग द्रव के कारण होता है। अगर यूरिन का रंग ब्लड के रंग का दिखने लगे, यूरिन पास करते समय दर्द हो, तो यह खतरे का संकेत है। कभी-कभी यूरिन ट्रैक्ट में बैक्टीरियल फंक्शन होने से यूरिन का रंग नीला डार्क या ऑरेंज कलर का हो जाए तो अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

झारखण्ड राज्य के रांची जिला से जयबीर यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि टीबी मुक्त अभियान चलाया जाता है

टीबी बीमारी को क्षयरोग के नाम से भी जाना जाता है. हर वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रूप में मनाया जाता है। टीबी एक गंभीर बीमारी है जिसे लेकर आज भी लोगों के बीच कई सारी अफवाह फैली हुई हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन इस दिन दुनिया भर में तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि लोग इसके प्रति जागरूक हो। हर साल विश्व क्षयरोग दिवस एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। अभी 2024 की थीम यस! वी कैन एंड टीबी! इस थीम का उद्देश्य है टीबी उपचार के प्रति जागरूकता बढ़ाना। मरीज़ों और उनके परिवारों को प्रेरणा देना की टीबी का जड़ से उपचार संभव है और वह हार न मानें। टीबी का खात्मा हम सब मिलकर कर सकते हैं। इसलिए हमें इससे बचने के लिए विभिन्न उपाय करने चाहिए जैसे टीकाकरण संतुलित आहार लेना और एक्टिव लाइफस्टाइल को शामिल करना चाहिए ।खांसते और छींकते समय चेहरे को साफ नैपकिन या रुमाल से कवर करना और इस्तेमाल के बाद इन चीजों को कूड़े में डाल देने की आदत अपनाने चाहिए ।तो दोस्तों हमें अपनों और खुद का ख्याल रखना है और टीबी से बचाव के उपाय को अपनाना है तभी तो हम टीबी को हराएंगे और देश को जिताएंगे।