शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार को लेकर कवायद शुरू हो गयी है। इसके तहत पहले छतौनी चौक से जानपुल चौक पर सड़कें चौड़ी कर डिवाइडर का निर्माण होगा। नगर थाने में सोमवार को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार को लेकर बैठक हुई। जिसमें शॉर्ट टर्म व लॉंग टर्म प्लान भी बनाये गये। अध्यक्षता सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम ने की। छतौनी चौक से जानपुल चौक तक सड़कें चौड़ीकरण कर डिवाइडर का निर्माण कराया जायेगा। कई बिजली के खंभे सड़क पर ही अभी तक है उसे विभागीय स्तर पर नहीं हटाया गया है। बिजली विभाग के एसडीओ को पत्र भेजकर हटाने का निर्देश दिया गया। सड़क किनारे फुटपाथ का निर्माण होगा। ट्रैफिक डॺूटी में ट्रेंड सिपाहियों को लगायी जायेगी। स्टैंड में वाहन खड़ी नहीं करने पर जुर्माना वसूल किये जाएंगे। एसडीओ ने कहा कि शॉर्ट टर्म व लौंग टर्म प्लान बनाये जाएंगे। तत्काल शॉर्ट टर्म प्लान पर काम शुरु कर दिया जायेगा। लौंग टर्म का प्लान भी समय पर पूरा किया जायेगा। यह बैठक मानवाधिकार व सामाजिक न्याय आयोग ट्रस्ट के संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ मंजर नसीम की पहल पर डीएम के निर्देश पर की गयी थी। बैठक में एसडीओ के अलावा नगर निगम के अधिकारी शंभू शरण, डीटीओ, एमवीआई, छतौनी एसएचओ, नगर एसएचओ, बंजरिया के अलावा ट्रैफिक में काम करने वाले अधिकारी थे। इसको हटाना है मीना बाजार रिक्शा स्टैंड को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जायेगा। छतौनी सब्जी मंडी को मनरेगा पार्क में शिफ्ट करने की कवायद शुरु की जाये। मीना बाजार में रिक्शा स्टैंड व छतौनी में सब्जी मंडी जाम की गंभीर समस्या है। एनएच पर बने ओवरब्रिज एनएच पर तीन स्थानों पर ओवरब्रिज बनना आवश्यक है। छतौनी चौक, अवधेश चौक व बरियारपुर बाइपास जीरो माइल पर ओवरब्रिज बन जाने से ट्रैफिक समस्या पर काबू पाया जा सकता है।

हत्या के प्रयास के अभियुक्त को गिरफ्तार करने गई पुलिसकर्मियों पर घरवालों ने टांगी से हमला कर दिया। इसमें थानाध्यक्ष सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना केसरिया थाना क्षेत्र के खोरा गांव की है। जानकारी के अनुसार, रविवार रात में खोरा गांव के अजय सिंह व सम्राट सिंह पिता-पुत्र को गिरफ्तार करने केसरिया पुलिस पहुंची थी। गिरफ्तार करने के लिए पुलिस घर में गई। इसी क्रम में घरवालों ने पुलिस पर कुल्हाड़ी व टांगी से हमला कर दिया। हमले में थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह, पुलिस सब इंस्पेक्टर राम शरण साह, सब इंस्पेक्टर बिरसा उरांव, पुलिस बल मोतिहारी का सिपाही मुकेश कुमार व चौकीदार परितोष सिंह घायल हो गए। सभी को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। सिपाही मुकेश कुमार के सिर में चोट लगी है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मामले में थानाध्यक्ष के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने अजय सिंह व सम्राट सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पर हमला करने में तीन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। इसमें अजय सिंह की मां मीना देवी भी शामिल है। घटनास्थल से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व टांगी को जब्त कर लिया गया है। दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। थानाध्यक्ष कृष्ण प्रसाद सिंह ने बताया कि कांड के अभियुक्त को गिरफ्तार करने पुलिस टीम गई थी। इसी क्रम में अजय सिंह, सम्राट सिंह व अजय सिंह की पत्नी ने पुलिस पर हमला कर दिया।

कोविड संक्रमण के दौरान तीन साल में जिले में कुल 650 लोग कोरोना के गाल में समा गये। इसमें 501 मृतक के परिजनों को 20.84 करोड़ रुपये मुआवजा का भुगतान मुख्यमंत्री राहत कोष से किया गया। जबकि कोरोना से मृत 129 लोगों के लिए आवंटित 5.16 करोड़ रुपये सरेंडर किया गया है। वर्ष 2020 में मिले 92 आवेदन कोरोना के शुरूआती दौर में वर्ष 2020 में कोरोना से मृत 92 लोगों के आवेदन मुआवजा के लिए मिले थे। इसमें 65 लोगों के परिजनों को 2.60 करोड़ रुपये के मुआवजा का भुगतान किया गया है। जबकि 27 कोरोना मृतकों की 1 करोड़ 8 लाख रुपये सरेंडर किये गये हैं। वर्ष 2021-22 में कोरोना से मृत 464 लोगों के आवेदन मुआवजा भुगतान के लिए मिले थे। इसमें 386 कोरोना मृतक के परिजनों को 15.44 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। जबकि 78 कोरोना मृतकों के लिए आवंटित 3.12 करोड़ रुपये सरेंडर किये गये हैं। इस वर्ष कुल प्राप्त आवेदनों में 31 आवेदन रिजेक्ट किये गये हैं। कोरोने से मृत पांच लोगों को कोई ट्रेस नहीं मिला है। आवेदनों की जांच में 22 केस डुप्लीकेट पाया गया। जबकि 20 केस अन्य राज्य के थे।

बिहार के मुख्य सचिव आमीर सुबहानी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण की तैयारी को लेकर डीएम के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई । समीक्षा के क्रम में जाति आधारित गणना के सफल आयोजन के लिए कई निर्देश दिये गये। उन्होंने प्रगणक व पर्यवेक्षकों को मोबाइल अनुदान का भुगतान करने का निर्देश दिया। कहा कि चार्ज पदाधिकारी द्वारा बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल पर प्रथम चरण में संकलित किए गए आंकड़ों की प्रविष्टि व उसका अनुमोदन किया जाएगा।द्वितीय चरण के लिए जाति आधारित गणना को लेकर जिला स्तरीय व चार्ज स्तरीय प्रशिक्षण के आयोजन करने का निर्देश दिया गया। मुख्य सचिव के द्वारा जिला स्तर पर हेल्पडेस्क की स्थापना का निर्देश दिया गया। प्रखंड व नगर निकाय के लिए वरीय पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया। द्वितीय चरण के कार्य के लिए डीएम के स्तर पर दैनिक समीक्षा का आयोजन किया जाएगा। गणना अवधि में विधि व्यवस्था संधारण के लिए अनुमंडल स्तर पर विधि व्यवस्था कोषांग का गठन करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने गणना कार्य में दोहरी प्रविष्टि को रोकने व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श करते हुए उन्होंने कई निर्देश दिया । इस अवसर पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक, अपर समाहर्ता पवन कुमार सिन्हा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी जेपी सिंह, जिला भू अर्जन पदाधिकारी गणेश कुमार, आईटी मैनेजर अरविंद कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे। जिले में 15 अप्रैल से शुरू होगी दूसरे चरण की जाति आधारित गणना

एनकोयस टीम सदर अस्पताल की व्यवस्था से लेकर चिकत्सीय सुविधा की जांच करने सोमवार को मोतिहारी पहुंची। यह टीम पटना से आई है। टीम तीन दिनों तक सदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था का जायजा लेगी। इसके लिए टीम अपने साथ चेक लिस्ट रखी है।इस चेक लिस्ट के अनुसार चिकित्सीय व्यवस्था की पड़ताल करेगी। इसके बाद टीम फिर विभाग वार व्यवस्था की मार्किंग करेगी।जांच टीम के द्वारा प्रसव लेबर रूम,ओटी ब्लड बैंक महिला वार्ड के अलावा इमरजेंसी व्यवस्था का जायजा लिया गया । मंगलवार को टीम के द्वारा दवा स्टोर, एएनसीयू आईएसीयू, आउटडोर सहित अन्य व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। । तीन दिनों के जांच के बाद टीम बताएगी की क्या क्या कमी है। कितना नम्बर किस विभाग को दिया गया है। बताते हैं कि यह टीम साफ सफाई से लेकर जेनरेटर व्यवस्था का भी जायजा प्रबन्धक भारत भूषण से लिया है। इसके अलावा वार्ड के वार्डेन से भी व्यवस्था की जानकारी ली। टीम के साथ डीएस डॉ एसएन सिंह, राजेश पांडे ,डीपीसी नंदन झा सहित अन्य थे। टीम अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।

मेंटर्स एडुसर्व की ओर से शहर में जेईई (मेन व एडवांस्ड)व नीट की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के मार्गदर्शन व उनके मन में उठने वाले सवालों के समाधान के लिए निशुल्क सेमिनार का आयोजन किया गया। शहर के टाउन हॉल में आयोजित सेमिनार में मेंटर्स एडुसर्व के विशेषज्ञ गुरुओं ने विद्यार्थियों व अभिभावकों को जेईई व नीट की तैयारी के लिए अपनाए जाने वाले सही तरीकों से अवगत कराया। सेमिनार में 11वीं व 12वीं के साथ-साथ छठी से 10वीं तक के बच्चों ने भी भाग लिया । सभी ने विशेषज्ञ गुरुओं से अपने-अपने सवालों का समाधान प्राप्त किया। मेंटर्स एडुसर्व की ओर से स्थानीय स्तर पर जेईई एवं नीट के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करने वाले शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व शॉल देकर सम्मानित किया गया ।विद्यार्थियों व अभिभावकों को देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए की जाने वाली तैयारी के टिप्स दिए गये।

बीआरएबीयू के पार्ट वन की परीक्षा में चार हजार छात्रों का रिजल्ट कॉलेजों ने अटका दिया है। इन कॉलेजों से छात्रों के इंटरनल और प्रैक्टिकल के अंक परीक्षा विभाग को अबतक नहीं पहुंचे हैं। प्रैक्टिकल के अंक नहीं आने से इन छात्रों का रिजल्ट तैयार नहीं हुआ है। ऐसे कॉलेजों में ज्यादा संबद्ध कॉलेज हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे ने बताया कि जिन कॉलेजों ने इंटरनल के अंक नहीं भेजे हैं, उन्हें रिमांडर भेजा गया है। बिहार विवि में पार्ट वन का रिजल्ट बनकर तैयार है, कॉलेजों के इंटरनल के अंक नहीं आने से रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है।परीक्षा विभाग के अनुसार कुलपति ने भी रिजल्ट जारी करने का निर्देश दे दिया है। सवा लाख छात्रों ने दी थी पार्ट वन की परीक्षासवा लाख छात्रों ने पार्ट वन की परीक्षा दी थी।जनवरी में कॉपियों का मूल्यांकन शुरू किया गया था। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि कुछ कॉलेजों के कारण मामला फंसा हुआ है।कोशिश है कि पार्ट वन में एक भी छात्र का रिजल्ट पेंडिंग नहीं हो। कालेजों को ईमेल से रिमाइंड भी भेज दिया है। छूटेछात्रों की होगी प्रैक्टिकल परीक्षा बीआरबीयू के पार्ट थ्री सत्र 2019-22 के जिन छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षा छूट गई है उनकी विशेष प्रैक्टिकल परीक्षा 10 अप्रैल को होगी। परीक्षा के लिए एलएस कॉलेज को सेंटर बनाया गया है। परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे ने बताया कि परीक्षा के लिए छात्रों को 500 रुपये का शुल्क जमा करना होगा। चालान की एक प्रति परीक्षा केंद्र पर जमा की जायेगी। इसके बाद कोई विशेष प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं होगी।

बिहार में औद्योगिक विकास को लेकर भूमि के पट्टे की अवधि का निर्धारण आधारभूत संरचना विकास प्राधिकार (आइडा) करेगा। सोमवार को इससे संबंधित संशोधन विधेयक को विधान मंडल के दोनों सदनों से पारित कर दिया गया। इससे संबंधित आधारभूत संरचना विकास सामर्थ्यकारी (इनेबलिंग) (संशोधन) विधेयक, 2023 उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ द्वारा लाया गया जिसे सदन ने अपनी मंजूरी दे दी। श्री महासेठ के अनुसार राज्य में औद्योगिकीकरण में आ रही बाधाओं को दूर करना एक सतत प्रक्रिया है। सरकार ने इसी उद्देश्य से बिहार राज्य आधारभूत संरचना विकास सामर्थ्यकारी अधिनियम, 2006 लागू किया है। इस अधिनियम की अनुसूचित 5-2-क में भूमि के पट्टे की अवधि का वर्णन है। इसमें भूमि 33 वर्षों के लिए ही निजी प्रक्षेत्र को सौंपे जा सकने का प्रावधान है। इससे एक मानसिकता निजी क्षेत्र की बन जाती है कि 33 वर्षों के बाद क्या होगा और लोग परियोजना शुरू करने में हिचकिचाते हैं। इसी को सरल करने के लिए यह संशोधन विधेयक लाया गया।

जिला स्तर से सैरातों की बंदोबस्ती नहीं होने पर अब पंचायत व अंचलों को इसकी डाक की जिम्मेवारी सौंपी गयी है। पंचायती राज विभाग के अधीन किये व 50 हजार रुपये तक की बंदोबस्ती की शक्ति ग्राम पंचायत को दी गयी है। 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक के सैरातों की बंदोबस्ती की शक्ति पंचायत समिति को दी गयी है। एक लाख से पांच लाख रुपये तक के सैरातों की बंदोबस्ती की शक्ति जिला परिषद को दी गयी है। वर्ष 2023-24 के लिए समय पर बंदोबस्ती कराने का निर्देश दिया है। पांच लाख एक रुपये से अधिक सुरक्षित जमा वाले सैरातों की बंदोबस्ती जिला स्तर से पांच लाख एक रूपये से अधिक सुरक्षित जमा वाले सैरातों की बंदोबस्ती जिला स्तर से होगी। इसमें ढाका अंचल के पचपकड़ी बाजार की सुरक्षित राशि 32 लाख 19 हजार 921 रुपये, घोड़ासहन अंचल के घोड़ासहन बाजार 20 लाख 41 हजार 528 रुपये व भेलवा बाजार की 29 लाख 10 हजार 228 रुपये, मोतिहारी के लखौरा बाजार की 9 लाख 25 हजार 750 रुपये,पीपराकोठी अंचल के जीवधारा सब्जी बाजार की 5 लाख 35 हजार 613 रुपये व केसरिया अंचल के सेमुआपुर मवेशी मेला की 10 लाख 80 हजार 393 रुपये सुरक्षित जमा निर्धारित है। केसरिया अंचल के सेमुआपुर फलक की 5 लाख 55 हजार 135 रुपये, छौड़ादानो अंचल के नरकटिया बाजार की 12 लाख 49 हजार 763 रुपये, पकड़ीदयाल अंचल के चोरमा बाजार की 5 लाख 92 हजार 250 रुपये, तेतरिया अंचल के तेतरिया गुदरी हाट की 10 लाख 47 हजार 650 रुपये व संग्रामपुर अंचल के संग्रामपुर बाजार की 14 लाख 97 हजार 875 रुपये सुरक्षित जमा निर्धारित है। 31 मार्च तक जिन हाट व बाजार की डाक नहीं हो सकी है,उसकी बंदोबस्ती करते हुए विभागीय वसूली से प्राप्त राशि अनिवार्य रूप से भेजने का निर्देश दिया गया है।

जिला परिषद अंतर्गत बीस सैरातों की बंदोबस्ती करने के लिए सीओ को जिम्मेवारी सौंपी गयी है। अपर समाहर्त्ता के द्वारा जारी निर्देश के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए विभागीय स्तर पर डाक व राजस्व वसूली के लिए अरेराज, चिरैया,रामगढ़वा, पहाड़पुर, ढाका, सुगौली, कोटवा,तुरकौलिया, हरसिद्धि, चकिया, मेहसी,केसरिया व रक्सौल सीओ को पत्र जारी किया गया है। जिन सैरातों की डाक नहीं हो सकी है,उसे सीओ के द्वारा डाक करते हुए विभागीय स्तर पर राजस्व की वसूली की जाएगी। इसमें अरेराज अंचल के नवादा पशु मेला व अरेराज बाजार, चिरैया अंचल के गोखुला बाजार टोला खड़तरी, रामगढ़वा अंचल के रामगढ़वा बाजार, पहाड़पुर अंचल के सिसवा बाजार, चिरैया अंचल के महुआवा बाजार, ढाका अंचल के मेसौढ़ा बाजार व गुरहनवा पशु मेला, सुगौली अंचल के रघुनाथपुर बाजार, कोटवा अंचल के भोपतपुर बझिया बाजार, तुरकौलिया अंचल के तुरकौलिया बाजार, हरसिद्धि अंचल के हरसिद्धि बाजार, चकिया अंचल के बखरी हाट बाजार की होगी।