भारतीय संसद के इतिहास में न विपक्ष का हंगामा नया है और न उनका सदन से निष्कासन, हाल के सालों में इस तरह के निलंबन की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं, इसमें भी निलंबन उनका होता है जो सदन में अपनी बात पुरजोर तरीके से रखकर सरकार का विरोध करते हैं। लोकतंत्र और संसद जो सहमति और असहमति का मिला जुला रूप हैं, उसमें इस तरह की कार्रवाईयों का क्या औचित्य है?

बाहर से आने वालों पर रखी जाएगी नजर, जांच का दायरा बढ़ाने का दिया गया निर्देशकोरोना के नए वैरियंट पर अलर्ट मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में कोरोना को लेकर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीपी पांडेय को नेतृत्व में कंट्रोल रूम संचालित गया है। कंट्रोल रूम की मानीटरिंग करने के लिए एपीडमोलाजिस्ट डा. मुबारक अली को जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसी भी क्षेत्र में मरीज पाए जाने पर वहां पर फौरी तौर पर निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। मरीजों के ऑक्सीजन लेबल पर रखें नजर अस्पताल आने वाले मरीजों की जांच में आक्सीजन के स्तर पर नजर रखे। आक्सीजन लेबल की जांच करें। 90 प्रतिशत से नीचे गिरने पर एलर्ट हो जाए और मरीज को हायर सेंटर पर रेफर करें। ताकि उस मरीज को प्रयाप्त मात्रा में आक्सीजन मुहैया हो सके और जरूरत पड़ने पर वेंटीलेटर भी। संतकबीरनगरः  देश में कोरोना के मरीजों की तादाद में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने एलर्ट जारी कर दिया है। इसी के साथ जिले के स्वास्थ्य महकमे को पूरी तरह से एलर्ट कर दिया गया है। गांव से लेकर शहर तक सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों पर नजर रखे जाने का निर्देश दिया गया है। कोरोना का प्रकोप एक बार फिर देश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। नया वैरियंट भी तेजी से पांव पसार रहा है। इसी के बाद पहले केन्द्र और फिर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को एलर्ट किया है। प्रदेश सरकार का निर्देश मिलने के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने पीएचसी-सीएचसी के सभी चिकित्सकों को एलर्ट रहने का निर्देश दिया है। कहा कि सर्दी-जुकाम-बुखार के मरीजों को गंभीरता से लें। सर्दी और बुखार इस कदर हो कि उसे अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आए तो उसकी विस्तृत जांच करें। एंटीजन के साथ आरटीपीसीआर की जांच के लिए स्वाब का नमूना भी संकलित करें। अस्पताल में मास्क के साथ-साथ ग्लब्स का प्रयोग करें। मरीजों को भी मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। एएनएम और आशा के माध्यम से गांव में रखी जाएगी नजरबाहर से आने वाले यात्रियों की निगरानी के लिए आशाओं के साथ-साथ एएनम को भी को एलर्ट किया गया है। यदि कोई व्यक्ति गैर प्रांतों से घर लौट रहा है और उसे किसी प्रकार की बीमारी पकड़ रही है तो इसकी सूचना निकट के चिकित्सालय को दें। चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंच कर जांच करेगी

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कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने गाइड लाइन जारी किया है। जिसमें सभी अस्पतालों में डॉक्टर से लेकर लेकर स्टॉफ व पारामेडिकल स्टॉफ मास्क पहनेंगे व भर्ती मरीज को भी मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। मगर हालत यह है कि यहां सिविल सर्जन को छोड़ किसी के चेहरे पर मास्क नहीं दिखता है। यहां तक कि लक्ष्य कार्यक्रम का निरीक्षण करने आई टीम के भी चेहरे पर मास्क नहीं था, जो चर्चा का विषय बन गया है। अब तक जिले में 16 कोरोना के मिले हैं मरीजबताया जाता है कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर स्वस्थ्य विभाग में मेंडेटरी कर दिया है कि सरकारी अस्पतालों में सभी मास्क लगा कर काम करेंगे। लेकिन यह निर्देश ठंडा बस्ता में ही रह गया है। जबकि कोरोना का मरीज जिला में लगातार मिल रहा है। अभी तक पिछले महीने से लेकर अब तक 16 कोरोना पॉजिटिव केस मिला है जिन्हें होम क्वारंटाइन किया गया है। बुधवार को ही दो कोरोना के मरीज मिले थे। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने आज फिर से निर्देश दिया कि सरकार के निर्देश का सख्ती से पालन किया जाय।

जिला में कोरोना जांच के दौरान दो लोगो में कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। इनमें एक आदापुर का है व दूसरा पताही का। दोनो को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। कल दोनो के परिजन का जांच के लिये सेम्पल लिया जाएगा।वहीं दो और संदिग्ध है जिनका दोबारा जांच किया जा रहा है।दोनो मोतिहारी शहर के जमला रोड के हैं। इसी के साथ जिला में अप्रैल से अब तक 16 लोगो ंमें कोरोना मिल चुका है। मिले कोरोना पॉजिटिव का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। जिला कोरोना नोडल अधिकारी डॉ सुनील ने बताया कि दोनों पॉजिटिव के परिजन का जांच के लिए सैंपल कल लिया जाएगा। 14 घोड़ासहन में महिला और दो साल की बच्ची झुलसी जीतना थाना क्षेत्र के बीजबनी उत्तरी पंचायत के वार्ड संख्या-12 निवासी अर्जुन कुमार शर्मा की 38 वर्षीया पत्नी रीना देवी व उसकी दो वर्षीया पुत्री के जल कर झुलस जाने का मामला मंगलवार को देर शाम सामने आया। घटना के पीछे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार,रीना देवी को बनकटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक चिकित्सा करने के बाद मोतिहारी सदर अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन दोनों घायलों का कहीं अता पता नहीं चल रहा है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। इधर पीड़िता रीना देवी के पिता सीतामढ़ी निवासी रामप्रवेश शर्मा ने पुलिस को दिये आवेदन में बताया है कि उनकी पुत्री की शादी करीब 20 वर्ष पहले हुई थी। शादी के बाद से ही उसे ससुराल वालों के द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। इस क्रम में 12 वर्षों तक मुकदमेबाजी के बाद वर्ष 2017 से रीना देवी ससुराल में आ कर रहने लगी थी। मंगलवार को उन्हें उनके बेटी को जला कर मार देने की सूचना मिली।

बिहार राज्य के मोतिहारी में लम्बे अर्सेे के बाद जिले में कोरोना का टीका आ गया है। यह टीका 12 वर्ष के बच्चे को भी पड़ रहा है व बुस्टर डोज में भी दिया जा रहा है। डीआईओ डॉ. शरद चन्द्र शर्मा ने बताया कि कोरोना का टीका फिलहाल जिले में पहुंच चुका है। सदर अस्पताल परिसर में यह टीका रविवार को छोड़ 9 बजे दिन से अपराह्न 2 बजे तक दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो लोग कोविशील्ड या को वेक्सिन लिए हैं उन सबो को बुस्टर डोज में को वेक्सिन दिया जा रहा है।फिलहाल लोगों को टीका लेने में कोई परेशानी नही हो रही है। सुबह से सभी कर्मी टीकाकरण कार्य में लगे रहते हैं।

कोविड संक्रमण से दो मौत,लगातार मिल रहे संक्रमित के साथ ही पांचवीं लहर की आशंका को देखते हुए नेपाल सरकार के निर्देश पर वीरगंज बॉर्डर पर जांच व सतर्कता बढा दी गई है। भारत -नेपाल के प्रमुख प्रवेश द्वार वीरगंज के शंकराचार्य गेट के पास इनरवा पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थापित हेल्थ डेस्क द्वारा रक्सौल होते नेपाल प्रवेश करने वाले भारतीयों व विदेशियों समेत वैसे नेपाली नागरिकों की कोविड जांच की जा रही है,जो कोविड के लक्षण युक्त या संदिग्ध होते हैं।मिली जानकारी के मुताबिक,हेल्थ डेस्क की जांच में दो कोविड संक्रमित मिले हैं,जिससे एक बार फिर हड़कंप मच गया है।बताया गया कि दोनो संक्रमित भारतीय हैं। वे पश्चिम बंगाल के हैं और बस से काठमांडू टूर पर जा रहे थे। इसमें कोई 20 की संख्या में कॉलेज की युवतियां शामिल थीं,जिसमे दो युवतियों की जांच में कोविड संक्रमित पाए गए। दोनो संक्रमित युवतियों को भारत वापस लौटा दिया गया।

कोविड संक्रमण को लेकर रक्सौल बॉर्डर रिस्क जोन में दिख रहा है। चौथी लहर में यहां असर नहीं दिखा था।लेकिन,इस बार केस बढ़ता दिख रहा है। अनुमंडल के छोड़ादानो प्रखंड में दो संक्रमित मिलने के बाद अब रक्सौल में कोविड संक्रमण का मामला सामने आया है। जिसमें आरटीपीसीआर कोविड जांच में एक की पुष्टि गुरुवार को हुई। जबकि, इसके अलावे एक युवक में भी संक्रमण का मामला एंटीजन टेस्ट में आया है। जिसे आरटीपीसीआर का सेंपल लेकर कॉनफरमेटरी जांच के लिए मोतिहारी भेजा गया है। रक्सौल अनुमंडल में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है। कोविड जांच बढ़ाने के साथ ही अस्पताल को कोविड इलाज को ले कर मुस्तैद रहने को कहा गया है। वहीं, जिला प्रशासन भी इसको ले कर गंभीर दिख रही है। इस कड़ी में जिलाधिकारी ने शनिवार को मोतिहारी में एक बैठक आयोजित की है,जिसमें रक्सौल के अनुमंडल उपाधीक्षक समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को भी बुलाया गया है।

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बिहार राज्य से राजेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि अब कोरोना एक मोहल्ला से दूसरे मोहल्ले में फैल रहा है। सोमवार तक शहर के चांदमारी, स्टेशन रोड और मंगलवार को अगरवा मोहल्ला ओवरब्रिज के नीचे की मोहल्ले में मिला है। इसे होम क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा दो और मरीजों में कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका में दुबारा जांच की जा रही है। जिला महामारी पदाधिकारी डॉ.राहुल राज ने बताया कि अभी एक भी कोरोना संक्रमित कोरोना वार्ड में एडमिट नहीं हुआ है। सबके सब होम क्वारंटाइन हैं। दवा दी गयी है। बुधवार को उन सबों का सैंपल लिया जाएगा जिनके परिवार में कोरोना पॉजिटिव मिला है। बताते हैं कि जो केस मिला है उसका भी ट्रैवल हिस्ट्री दूसरे राज्य से आने का नहीं है। अभी तक छौड़ादानो में दो, स्टेशन रोड में एक, सदर अस्पताल में एक, चांदमारी 3 व अगरवा में एक केस मिला है।