जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
बिहार राज्य के जिला जमुई से सुनील मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि मौसम का बदलना हमारे लिए काफी चिंता का विषय बनता जा रहा है। आगे कह रहे है कि कभी अचानक कड़ी धुप तो कभी ठंढी हवा चल रही है जिससे लोगों को गर्मी और अचानक ठंढ का अहसास हो रहा है। आगे कह रहे है कि ऐसे अचानक मौसम के बदलने से कई बच्चे बीमार पड़ रहे है
बिहार राज्य के जिला जमुई से ऋतिक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि मौसम का बदलना हमारे लिए काफी चिंता का विषय बनता जा रहा है। आगे कह रहे है कि कभी अचानक कड़ी धुप तो कभी ठंढी हवा चल रही है जिससे लोगों को गर्मी और अचानक ठंढ का अहसास हो रहा है। आगे कह रहे है कि ऐसे अचानक मौसम के बदलने से कई बच्चे बीमार पड़ रहे है
बिहार राज्य के जिला जमुई से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाह रहे है कि जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए सरकार द्वारा कौन कौन सी योजनाएँ चलाई जा रही है ?
बिहार राज्य के गिद्धौर प्रखंड के केवाल से संजू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन को रोकने की जानकारी होनी चाहिए
जलवायु परिवर्तन का असर इंसानों के अलावा और भी प्राणियों पर पड़ रहा है। सरकार जलवायु परिवर्तन से लड़ने का प्रयास तो कर ही रही है,लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ...
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से निकिता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया हमे अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए। पेड़ लगाने से प्रदूषण कम होगा। साथ ही मौसम में भी बदलाव हो सकेगा। किसान लकड़ी युक्त पौधा और फलदार पौधा लगाकार अपनी आय बढ़ा सकते हैं। अधिक पेड़ लगाने से वर्षा भी अधिक होगी। वर्षा होने से फसलों में सिंचाई भी होगी जिससे खाद्यान्न की आपूर्ति होगी
बिहार राज्य के जिला जमुई से ऋतिक मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि पेड़ पौधे मनुष्य का धरोहर होता है इस्सलिये सरकार के तरफ से भी लोगों को पेड़ लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं। आगे कह रहे है कि जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण है पेड़ों की जम कर कटाई होना इसी को सुधरने के लिए सरकार सभी को पेड़ लगाने के लिए जागरूक कर रही हैं
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से ऋषि कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मौसम परिवर्तन का असर गेहूं पर दिखाई दे रहा है। किसान मनरेगा तहत पेड़ लगाना चाहते है लेकिन उनके पास पानी की सुविधा नहीं है जिसके कारण पेड़ नहीं लगा पा रहे है। मनरेगा के तहत प्रति पेड़ 30 रूपए की लागत से पेड़ का खर्च देता है ,लेकिन पानी के लिए चापाकल, तालाब और सोख्ता का पैसा बाद में देता है। यही कारण है कि लोग चाहकर भी सोख्ता का निर्माण नहीं करा सकते है