आपलोग हमें बताएं कि केवल परीक्षा में लाये हुए अच्छे नंबर ही एक अच्छा और सच्चा इंसान बनने का माप दंड कैसे हो सकता है? अक्सर देखा जाता है कि माता पिता अपने बच्चों के तुलना दूसरे बच्चों से करते है. क्या यह तुलना सही मायने में बच्चे को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करती है या उनके मन में नकारात्मक सोच का बीज बो देती है ? आपको क्या लगता है? इस पर आप अपनी राय, प्रतिक्रिया जरूर रिकॉर्ड करें। और हां साथियों अगर आज के विषय से जुड़ा आपके मन में किसी तरह का सवाल है तो अपने सवाल रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन नंबर 3 दबाकर। हम आपके सवालों का जवाब ढूंढ कर लाने की पूरी कोशिश करेंगे।

झाझा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़नेवाले गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय में चुनाव के दौरान कुल 67 मतदान केंद्रों पर कड़ी प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान सम्पन्न हो गया। इस दौरान क्षेत्र के संबंधित सभी मतदान केंद्रों से कंट्रोल रूम को मिले आंकड़े के अनुसार प्रखंड में 70.19 % प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें महिला मतदाताओं ने 67.69 प्रतिशत तो पुरूष मतदाताओं ने 72.93 प्रतिशत मतदान किया। वहीं प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से ही महिला पुरुष मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही। लोकतंत्र के इस महापर्व पर मतदाताओं ने खुले मन से स्वच्छ लोकतंत्र को गढ़ने में अपने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इधर मतदान को ले जमुई विद्यायक श्रेयसी सिंह ने मतदान केंद्र संख्या 120 उत्क्रमित मध्य विद्यालय नयागांव, झाझा विद्यायक दामोदर रावत मतदान केंद्र संख्या 142 संस्कृत महाविद्यालय, जन सुराज के प्रत्याशी डॉ. नीलेंदु दत्त मिश्र ने मतदान केंद्र संख्या 149 कन्या मध्य विद्यालय में मतदान किया। बताते चलें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में मतदाता अपने मताधिकार को लेकर काफी जागरूक दिखे। हालांकि पुरुष मतदाताओं के अपेक्षा महिला वोटरों में मतदान को लेकर उत्साह अधिक देखा गया। इधर क्षेत्र में मतदान के गतिविधि पर नजर रखने को लेकर सुपर जोनल पदाधिकारी के रूप में अनिल कुमार रमन, पुलिस पदाधिकारी के रूप में ट्रेफिक डीएसपी मनोज कुमार पाठक द्वारा प्रखंड के संबंधित मतदान केंद्र के हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। इधर थाना क्षेत्र में विधि व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा मतदान से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर नजर रखी जा रही थी। इधर इस बार के विधानसभा चुनाव में गिद्धौर प्रखंड के 67 मतदान केंद्रों पर कुल 70.19 प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें से पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 72.93 एवं महिला मतदाताओं के मतदान का प्रतिशत 67.69 प्रतिशत रहा। बताते चलें कि जिले से चुनाव को लेकर  नामित दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकरी, सेक्टर जोनल एवं सुपर जोनल पदाधिकरियों के चुनाव को ले किये गये विधि व्यवस्था के तहत इलाके में शांतिपूर्ण रूप से मतदान सम्पन्न हो गया।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के तहत मंगलवार सुबह झाझा विधानसभा क्षेत्र गिद्धौर प्रखंड भर में विभिन्न मतदान केंद्रो पर मतदान शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण ढंग से शुरू हो गया। सुबह सात बजे से ही सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं और युवाओं में भी मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। विस्तार पूर्वक खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

आप हमें बताएं कि आखिर ऐसा क्यों होता है कि आज के समय में अक्सर लोग दूसरों को निचा दिखाने की कोशिश करते हैं बिना इसकी परवाह किये की उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इस बात का क्या असर पड़ेगा ? आपके अनुसार इस तरह के भेदभाव को हमारे सोच और समाज से कैसे मिटाया जा सकता है ? दोस्तों इस से जुड़ी आपके मन में अगर कोई सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करे . हम आपके सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे।

जमुई जिले के विभिन्न नदियों तलाव में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं के भीड़ उमड़ गई विस्तार पूर्वक खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

साथियों, ऐसा देखने को मिलता है कि आज के पढ़े लिखे और सभ्य समाज में भी शारीरिक और मानसिक रूप से असामान्य लोगों को अलग दृष्टि से देखा जाता है आखिर इस तरह के लोगों के व्यवहार के पीछे क्या कारण हैं ? आपको को क्या लगता है ऐसा क्यों होता है कि समाज में एक सामान्य व्यक्ति अपने से अलग लोगों को स्वीकार नहीं कर पाता ? आपके अनुसार समाज में फैले इस तरह की भेदभाव की भावना को कैसे दूर किया जा सकता है ? दोस्तों, आपके मन में आज के विषय से जुड़ा कोई भी सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। हम आपके सवाल का जवाब ढूंढ कर आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे।

"आप हमें बताएं कि आज के इस दिखावे और चकाचौंध से भरी दुनिया में एक इंसान कम पैसों में खुद को कैसे खुश और स्वस्थ रख सकता है ? क्या आपने ऐसा अनुभव कभी अपने जीवन में किया है कि आपके पास इतने पैसे नहीं हो जितनी की आपको जरूरत हो और फिर भी आपने चीजों को अच्छे से मैनेज किया हो अगर हाँ तो कैसे? अपना अनुभव हमारे साथ साझा करें। साथियों अकसर हमें यह सुनने को मिल जाता है कि जितना है उतना में खुश रहना सिखो लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है यार फिर यह सिर्फ एक कहावत ही बनकर रह जाता है ? आपके अनुसार किसी व्यक्ति के जीवन में पैसा होना या न होना उसके मन मस्तिष्क को किस हद तक प्रभावित कर सकता है ? आज के विषय से जुड़ा आपके मन में कोई सवाल है तो जरूर रिकॉर्ड करें। हम आपके सवालों को जवाब ढूंढ कर लाने की पूरी कोशिस करेंगे। "

उदीयमान सूर्य (उगते सूरज) को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया। जमुई जिला समेत पूरे इलाके में लोक आस्था का महापर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। मंगलवार को तड़के चार बजे से ही जगह-जगह बनाए गए घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगे। छठ घाटों पर व्रतियों ने श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान भास्कर की उपासना की जमुई शहर से सटे बहने वाली किऊल नदी के तट पर स्थित खैरमा घाट, सतगामा, बिहारी, कल्याणपुर, त्रिपुरारी घाट, गिद्धौर रतनपुर सहित अन्य छठ घाटों पर , उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी संख्या में व्रती और श्रद्धालु नजर आए। वहीं विभिन्न तालाबों और जिला के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए छठ घाटों पर भी व्रतियों की बड़ी तादाद नजर आई। कई छठ व्रतियों ने अपने घर के छत पर ही अर्घ्य दिया। लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सम्पूर्ण जिला में खासा उत्साह देखने को मिला। छठ व्रतियों ने पवित्र नदी, तालाब, पोखर आदि जल श्रोतों में डुबकी लगाकर बड़े ही आस्था और विश्वास के साथ सूर्यदेव को नमन किया और उन्हें अर्घ्य अर्पित कर मनोकामना पूरा करने का वर मांगा।

लोकआस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। इस दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है। जमुई जिला में छठ व्रतियों ने विभिन्न घाटों पर प्रचलित परंपराओं के मुताबिक डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दरम्यान विभिन्न जल श्रोतों पर स्थित छठ घाटों पर आस्था का जन सैलाब उमड़ा। जमुई शहर से सटे बहने वाली किऊल नदी के तट पर स्थित खैरमा घाट, सतगामा, बिहारी, कल्याणपुर, त्रिपुरारी घाट, गिद्धौर रतनपुर सहित अन्य छठ घाटों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी संख्या में व्रती और श्रद्धालु नजर आए। वहीं विभिन्न तालाबों और जिला के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए छठ घाटों पर भी व्रतियों की बड़ी तादाद नजर आई। कई छठ व्रतियों ने अपने घर के छत पर ही अर्घ्य दिया। लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सम्पूर्ण जिला में खासा उत्साह देखने को मिला। छठ व्रतियों ने पवित्र नदी, तालाब, पोखर आदि जल श्रोतों में डुबकी लगाकर बड़े ही आस्था और विश्वास के साथ सूर्यदेव को नमन किया और उन्हें अर्घ्य अर्पित कर मनोकामना पूरा करने का वर मांगा।

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