बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से सुधीर विश्वकर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि क्या व्यवहार सम्बंधित विकार दवा से ठीक किया जा सकता है ?

हमारे आसपास ऐसे कौन कौन सी परिस्थिति देखने को मिलती है जो एक ब्यक्ति को अवसाद ग्रस्त कर सकती है और अगर आपके किसी अपने में आज के कड़ी में बताये गए लक्षणों में से कोई लक्षण देखने को मिले तो सबसे पहला कदम आप क्या उठाएंगे ? इस तनाव भरी ज़िन्दगी में बच्चो और युवाओं को मानसिक तौर पर मज़बूत बनाने और अवसाद की स्थिति से दूर रखने के लिए माता पिता व परिवार के दूसरे सदस्यों की क्या भूमिका है ?

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू धान की नर्सरी में दवा और खाद का प्रयोग कब और कैसे करना चाहिए इसके सम्बन्ध में जानकारी दे रहें हैं।

गिद्धौर प्रखंड के अंतर्गत रतनपुर पंचायत के मध्य विद्यालय सोहजाना गांव के समीप बने छोटा पुल/पैन एवं सड़क जर्जर हो जाने के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शनिवार को रतनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया रावल सामंत सिंह उर्फ राजेश सिंह ने अपने निजी खर्चे पर पुल/पैन एवं सड़क पर मोरम डालकर सड़क की मरम्मत करवाई। बता दे की बरसों पहले सिंचाई के लिए उक्त पैन का निर्माण कराया गया था। बीते 6 महीने से जल निकास के लिए बने नाले पुल का हाल बेहाल हो चुका था। नाला कई जगहों पर से क्षतिग्रस्त होकर टूट गया था जिसके कारण स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वही सोहजना गांव में काली पूजा की वार्षिक सलोनी पूजा की तैयारी चल रहा था। उक्त रास्ता जर्जर होने के कारण स्थानीय लोगों ने पंचायत के पूर्व मुखिया राजेश सिंह के पास इसकी शिकायत किया गया तो उन्होंने तुरंत अपने जेसीबी मशीन भेज कर उक्त क्षतिग्रस्त पुल को साफ किया एवं उसमें नाला पाइप डालकर मरम्मत का कार्य किया साथ ही सड़क पर मोरम डालकर सड़क का मरम्मत भी किया गया। जिससे सड़क की स्थिति चलने लायक हो सकी।

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड के ग्राम स्वजना से 30 वर्षीय अरुण कुमार,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के जीवन को बदलने के लिए उनमे सामाजिक रूप से जागरूकता लाने की आवश्यकता है। समाज के लोगों का यह रोल ज़रूरी है

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड के ग्राम स्वजना से 19 वर्षीय सुजीत प्रकाश यादव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मानसिक रूप से जो व्यक्ति बीमार होते है उसका इलाज लोगों के दिमाग में है की बहुत महंगा है और इसकी व्यवस्था सरकारी अस्पताल में नहीं है। अगर सरकारी अस्पताल में इलाज की व्यवस्था की जाए तो गरीबों को राहत हो सकता है।

बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि हमारे समाज में बुलिंग जैसी समस्या मौजूद है और लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? अगर कोई व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति में वह खुद को इससे बाहर निकालने के लिए क्या कर सकते हैं ? और बुलिंग जैसी समस्या को समाज से मिटाने के लिए सामुदायिक स्तर पर किस तरह की पहल की जा सकती ?

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड से सृष्टि कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रही हैं की लडकियां मासिक के दौरान या पहले चिड़चिड़ी खून की कमी के कारण होती हैं

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू उन्नत विधि से धान की खेती और बिचड़ा के हैंडलिंग की जानकारी दे रहें हैं।

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