मोबाइल वाणी के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि वैश्वीकरण संक्रमण नियंत्रण हेतु राज्य भर में स्वास्थ्य सुरक्षा पखवाड़ा मनाया जा रहा है तथा सख्ती की गई है। जिसके तहत ने आवागमन हेतु ई-पास की अनिवार्यता की गई है।गिरीडीह के समाजसेवी महेन्द्र मंडल , किसान लालेश्वर महतो आदि लोगों ने जिले भर में मूवमेंट के लिए ई-पास की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय से जहां एक ओर सरकार के प्रति अविश्वास पैदा होगा वही जांच के नाम पर पुलिस की दबंगई भी बढ़ जाएगी।

मोबाइल वाणी के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण हेतु राज्य भर में स्वास्थ्य सुरक्षा पथवाड़ा लागू किया गया है। जिसके तहत लोगों को आवागमन हेतु E-pass की अनिवार्यता की गई है। लेकिन परिस्थितियों में ई-पास की आवश्यकता नहीं है, इसकी जानकारी गिरिडीह जिला के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने दी।

झारखण्ड राज्य से शंकर साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि कोरोना की इस बढ़ती लहार में लोगों को अपना ध्यान खुद्द देना चाहिए। कह रहे है कि यदि कोई व्यक्ति शहर से वापस लौटा है तो उन्हें कुछ दिनन के लिए खुदको करन्टाइन कर लेना चाहिए ऐसा करने से वो और उनका परिवार दोनों सुरक्षित रह सकते हैं

झारखण्ड राज्य के तमाड़ से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि काम ना होने के कारण उनके पास राशन की कमी आ गई है तथा उन्हें मदद की जरूरत हैं

झारखण्ड राज्य से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहे है कि काम बंद हो जाने के बाद वो काफी परेशान है ,साथ ही कह रहे है कि उन्हें मदद की जरूरत हैं

झारखण्ड राज्य के तमाड़ जिला से स्नेहा स्नेहा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि लॉक डाउन की वजह से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी थी। साथ ही कह रही है कि उनके पास खर्च चलाने के लिए पैसे नहीं थे अतः इस खबर को उनहोंने साझा मंच मोबाइल वाणी पर कुछ दिन पहले पप्रसारित किया था। खबर का असर कुछ इस प्रकार हुआ कि साझा मंच के द्वारा उन्हें 1000 की सहायता राशि दी गई जिससे वो बहुत खुश है तथा धन्यवाद रही हैं

झारखण्ड राज्य से हमारे श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं की उनकी माँ का वृद्धा पेंशन पिछले छह महीनों से नहीं आया है जिस कारण उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. और ये खुद भी विकलांग हैं और इनका भी विकलांग पेंशन नहीं आया है.

झारखण्ड से हमारी एक श्रोता ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे मजदूरी का काम करती थी लेकिन लॉक डाउन के कारण काम बंद हो गया है। उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया है और उनके छोटे छोटे बच्चे हैं। उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है।

झारखण्ड राज्य के बुंडू से हमारी एक श्रोता महिला ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उनके पति 2 महीने से बेरोजगार बैठे हैं और उनकी तबियत भी ठीक नहीं है ,उनके तीन बच्चे हैं। घर में खाने का राशन नहीं है

झारखंड से सर्वेश तिवारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान मरीजों को हो रही रेमेडीसिवीर इंजेक्शन की किल्लत को देखते हुए कालाबाजारी के मामलों की जांच अब सीआईडी करेगी। इस संबंध में राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा ने निर्णय लिया। बता दें कि इस संक्रमण काल में यह इंजेक्शन ₹3000 से ₹5000 में बेची जाने की शिकायतें मिली थी।