मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि वेल्लोर के काटपाडी से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 8 मई को हटिया स्टेशन पहुंची। इस स्पेशल ट्रेन से 12 सौ से ज्यादा यात्री हटिया पहुंचे। जिनमें प्रवासी मजदूर और मरीज शामिल थे। हटिया स्टेशन पर गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया। मरीजों के लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी।मरीजों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन की ओर से एंबुलेंस व्यवस्था की गई थी।जो मरीज चलने में असमर्थ थे उनके लिए व्हील चेयर का इंतजाम किया गया था। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से वेल्लोर से हटिया पहुंचे लोगों ने स्टेशन पर की गई व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। उन्होंने सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं, हमें वापस लाने के लिए जो व्यवस्था की गई उसके लिए हम आभारी हैं।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि झारखंड के रांची स्थित रिम्स से आज कोरो ना के 9 मरीज ठीक होकर निकले। सभी के जांच रिपोर्ट लगातार निगेटिव आई। जिला प्रशासन ने दी उन्हें शुभकामनाएं। उपायुक्त ने कहा धीरे-धीरे नए मरीजों की संख्या में गिरावट एवं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने आमजनों से अपील की है कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें लेकिन दिलों में दूरियां ना बनाएं।
झारखंड के गिरिडीह से सर्वेश तिवारी मोबाइल वाणी पर बताते हैं कि झारखंड में कोरो ना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 127, जिसमें 93 रांची के हैं। जबकि सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या हिंदपीडी है। पूरे झारखंड में राजधानी रांची में अब तक सबसे ज्यादा कोरो ना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने शख्ती बढ़ा दी है। हालांकि कई जगह पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं। वही एर्नाकुलम से श्रमिकों को लेकर आज स्पेशल ट्रेन हटिया स्टेशन पहुंची। बाद में बसों के माध्यम से श्रमिकों को उनके संबंधित जिलों में भेज दिया गया। गुजरात के सूरत और पंजाब के जालंधर से पहुंचे श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेज दिया गया।साथ ही उन्हें कवरें टा ई न रहने का निर्देश दिया गया।राज्य में कई स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिं ग की धज्जियां उड़ती दिखी।लोगों ने भीड़ लगाकर सब्जी की खरीदारी की,तो कहीं लोग मंदिरों में विवाह कराते देखे गए।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि लॉक डाउन के कारण केरल में फंसे प्रवासी मजदूर झारखंड लौट आए। झारखंड के हटिया रेलवे स्टेशन पर मजदूरों का फूल देकर किया गया स्वागत। उन्हें खाने के पैकेट दिए गए मजदूरों ने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। साथ ही उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद। स्पेशल ट्रेन से हटिया रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया गया। नॉर्मल बॉडी टेंपरेचर होने पर सभी मजदूरों को संबंधित जिलों के बसों पर बैठाकर रवाना किया गया। स्पेशल ट्रेन से हटिया स्टेशन पर उतरते ही कुछ मजदूरों ने राज्य वापस लौटने पर झारखंड की धरती को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें लाने की व्यवस्था की, इसके लिए उनका धन्यवाद, हम वापस लौट कर काफी खुश हैं।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि लॉक डाउन में हो रही थी शादी, पुलिस पहुंचे तो भागे बाराती, दूल्हा दुल्हन समेत 50 पर हुआ मामला दर्ज। वैसे तो पूरे देश भर में लॉक डाउन 3 लागू है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉक डाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जबकि झारखंड में प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों की वापसी के क्रम में लॉक डाउन में किसी भी जोन में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी गई है। वही कुछ लोग लॉक डाउन का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला झारखंड के कोडरमा जिले में तिलैया थाना क्षेत्र में लोगों को देखने को मिला। जहां तिलैया थाना क्षेत्र के सूर्य मंदिर में इंदरवा के सूरज और डोमचांच मधुबन की डोली परिणय सूत्र में बंधने ही वाले थे कि मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस कोदेखते हुए कई बार आती शादी समारोह छोड़कर भाग खड़े हुए हालांकि इस बीच दोनों की शादी हो गई दरअसल लॉक डाउन के कारण बगैर अनुमति लिए किसी भी तरह के सामाजिक समारोह के आयोजन की पूर्ण रूप से मनाही है पूरी तरह प्रतिबंध लगी हुई है। बहर हाल मौके पर पहुंचे झुमरी तिलैया थाना के एएसआई विकेश कुमार ने दूल्हा सूरज कुमार, पिता उपेंद्र यादव ,दुल्हन डॉली कुमारी, पिता सुरेश यादव, पंडित बाबूलाल पांडेय, सविता देवी, राजेश यादव, सुरेश यादव, धनेश्वर यादव, अजय यादव, मोहन यादव और बालेश्वर यादव के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। जबकि शादी समारोह में मौजूद 40 अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर सर्वेश तिवारी गिरिडीह झारखंड से बताते हैं कि झारखंड लौट रहे प्रवासी मजदूरों से रेल टिकट के पैसे लिए जाने पर मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में हमने रेल मंत्री से बात कर मजदूरों को छूट देने की मांग की थी, मगर जो जानकारी मिल रही है उसके तहत मजदूरों से टिकट के पैसे वसूले जा रहे हैं।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि मुख्य मंत्री ने कहा है कि पच्चीस करोड़ मानव दिवस का सृजन कर बीस हजार करोड़ रुपए पारिश्रमिक के रूप में देने का लक्ष्य रखा गया है।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि आम आदमी पार्टी ने झारखंड सरकार द्वारा राज्य में फंसे हुए या बाहर से आए हुए श्रमिकों,विद्यार्थियों,पर्यटकों तथा अन्य लोगों के लिए पूरे दिन के भोजन हेतु मात्र ₹10 के प्रावधान पर आपत्ति जताई है।पार्टी के प्रदेश सचिव राजन कुमार सिंह ने इसे जनविरोधी करार दिया है।पत्र के अनुसार राज्य में करुणा वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोग डॉन के आलोक में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 3 मई को राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई। इसके निर्णय संख्या 3 के अनुसार राज्य के अंदर फंसे हुए तथा बाहर से आए हुए मजदूरों विद्यार्थियों पर्यटकों तथा अन्य लोगों के लिए प्रतिदिन भोजन हेतु अधिकतम मात्र ₹10 का प्रावधान किया गया है। आम आदमी पार्टी ने इस प्रावधान को न सिर्फ हास्यास्पद बल्कि अपमानजनक, अमानवीय और जनविरोधी बताया है। कहा है कि इससे ऐसा लगता है कि अधिकारियों को जमीनी वास्तविकता की जानकारी नहीं है।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि राजस्थान के कोटा से राज्य के छात्र छात्राओं को लेकर दूसरी ट्रेन यहां पहुंची।इससे पहले शनिवार को तेलंगाना से बारह सौ प्रवासी श्रमिकों को लेकर ट्रेन रांची पहुंची थी।दस जिलों धनबाद,गिरिडीह,बोकारो आदि के 954 छात्र छात्राएं सोमवार को सकुशल अपने अपने घरों को पहुंच गए।ट्रेन के धनबाद आने के बाद सभी की स्क्रीनिंग की गई।स्टेशन के मुख्य द्वार पर पहुंचते ही छात्र छात्राओं की खुशी का ठिकाना ना रहा।इन सभी छात्र छात्राओं को अपने गृह जिलों के प्रखंडों में स्थित उनके घरों में होम कवारें टा ई न कर दिया गया।
मोबाइल वाणी के साझा मंच पर गिरिडीह झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि मजदूरों को काम देने में झारखंड में बोकारो जिला में बाजी मारी और बोकारो जिला प्रथम स्थान पर आया है, जबकि गिरिडीह दूसरे और रांची जिला तीसरे स्थान पर है।जिले में 10 से 15 योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है। इनमें कम से कम 5000 स्थानीय मजदूरों को काम मिल जाएगा। काम इन्हे मिलने भी लगा है। जिले के सभी 9 प्रखंडों में मनरेगा का काम चल रहा है। मजदूरों को काम देने में बीडियो से लेकर मुखिया और रोजगार सेवकों से सहयोग लिया जा रहा है। मजदूरों को रोजगार देने में बोकारो ने राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है जबकि गिरिडीह दूसरी और रांची तीसरे स्थान पर है। राज्य में वर्तमान में लगभग 14000 मजदूरों को काम मिला है। बता दें कि मनरेगा के तहत 5133 योजनाओं का क्रियान्वयन में जारी है।