उम्र के अंतिम दौर में भी काम की तलाश कर रही गजरौली से आई कश्मीरी जी को कंपनियां केवल आश्वासन दे कर टरका रही है। ज़्यादातर पार्क में काम कर अपना गुजारा करने को मजबूर है।
डांस इंडिया डांस में हिस्सा लेने पहुंची पूजा के पिता रमेश जी अपने अनुभव साझा करते हुए ।इनके अनुसार इनकी बेटी बिना इन्हें बताये डांस प्रेम और अपने लगन के सहारे पहुंची है बम्बई । अभी वह बहुत खुश हैं। साथ ही उन्हीने हाई पेड मोबाइल में हुई घटना का बयान भी किया।
नोयडा सेक्टर 12 में सिलाई मशीन के सहारे परिवार पालनेवाले रामकरण को सोसायटी के कुछ लोग परेशान कर रहे है कि वह अपनी दुकान हटा लें। इनके बच्चे को भी घूमने फिरने और खेलने कूदने से रोका जा रहा है। वह अपील कर रहे हैं कि इसके खिलाफ उन्हें मज़दूर एकता मंच और साझा वाणी से सहयोग की अपेक्षा है।
Transcript Unavailable.
दिल्ली एनसीआर नोयडा से संजय सिंह साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि सभी कहते हैं की महिलाओं के लिए ये होना चाहिए वो होना चाहिए। लेकिन जो ठीकेदारी है वो कुछ नहीं मिलने देती। सारे पैसे ठीकेदार खा जाते हैं। कंपनी से मिलते हैं 10000 ठकेदार ठीकेदार देता है 7000 ऐसे ठीकेदारी रहेगी तो क्या मिलेगा बन्दों को।
राजधानी दिल्ली से पंकज पांडेय अपनी आपबीती साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है उन्होंने बताया कि वे चार महीने से एक निजी कंपनी में कार्यरत थे परन्तु उन्हें किसी कारण से अपना घर जाना पड़ा। वे जब घर से वापस काम पर आये तो उन्हें काम पर रखा नहीं गया साथ ही उन्होंने जब पीएफ कि मांग कि तो उन्हें पीएफ देने से भी माना कर दिया। अतः वे साझा मंच मोबाइल वाणी से गुजारिश करतें है कि कृपया मेरी मदद की जाये।
राजधानी दिल्ली से साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से पंकज पांडेय बताते है कि निजी कंपनियां में वैकेंसी निकलने के बाद काम पर रखने के लिए पैसा मांगती है। साथ ही उस कंपनी के ड्रेस आदि चीजों के लिए भी पैसा माँगा जाता है, और पैसा ले लेने के बाद कंपनियां भाग जाती है। अतः वे साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से गुजारिश करतें है, कि इस विषय पर ध्यान दिया जाये।
दिल्ली एनसीआर नोयडा से पंकज कुमार पाण्डेय साझा मंच के माध्यम से कहते हैं, कि कई कंपनियों में 12 घंटे का पांच हजार से सात हजार दिया जाता है, तो कहीं आठ घंटे का हजार से सात हजार दिया जाता है। इतना कम वेतन में मजदूरों को काफी परेशानी होती है।अतः कम्पनी द्वारा कम से कम मजदूरों को दस हजार रुपया वेतन के रूप में दिया जाए।
Comments
पंकज जी वेतन श्रमिकों के साथ एक ही काम के लिए वेतन में असमानता गलत है, अगर आपकी कंपनी या ठेकेदार बड़े स्तर पर श्रमिकों के साथ एसा कर रही है तो आप इसका प्रमाण अपने पास रखिए और कंपनी प्रबंधन से मिलकर बात किजीए, यदी कोई समाधान नहीं निकलता है तो आप कानून के मुताबिक लेबर दफ्तर में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, हम आपकी सहायता करेंगे, लेकिन उससे पहले अगर सभी श्रमिक संगठित होकर कंपनी प्रबंधन से बात करें तो बेहतर होगा।
July 29, 2018, 7:36 a.m. | Location: 1129: Dl- Ncr, Delhi | Tags: int-PAJ labour wages
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश प्रान्त के लखनऊ डिवीजन के रायबरेली जिला से पंकज कुमार ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की वे एक निजी कंपनी में काम करते थे।परन्तु उन के द्वारा कंपनी से 3 महीने की छुट्टी किसी कारणवश लिया गया।लेकिन जब वे घर से कंपनी काम करने आये तो उन्हें काम से निकाल दिया गया। जब उन्होने कंपनी से पीएफ माँगा तो उन्हें पीएफ नहीं दिया जा रहा है।अतः उन्होंने साझा मंच से मदद की गुजारिश की है।
Comments
Transcript Unavailable.
July 25, 2018, 10:39 a.m. | Tags: int-PAJ