हमारे श्रोता दीवान साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाह रहे है की ऑनलाइन पीएफ निकालने की क्या प्रक्रिया होती हैं ?

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"ऑनलाइन पीएफ विथड्रावल के लिए यूएएन और पासवर्ड की मदद से लॉगिन कर, ऑनलाइन सर्विसेज़ पर क्लिक कर ऑनलाइन क्लेम का चयन करें। अपने बैंक अकाउंट नंबर के आख़िरी चार नंबर डालकर सत्यापित करें और “यस” का बटन दबाएँ, जो आपको एप्लिकेशन फॉर्म पर ले जायेगा। यहाँ आप अपने बुनियादी विवरण देख पाएंगे। विथड्रावल फॉर्म और विथड्रावल का कारण चुनकर आपको अपने बैंक पास बुक के पहले पेज की साफ़-सुथरी तस्वीर अपलोड करें। आपको फॉर्म 19 और फॉर्म 10 सी अलग-अलग ही अप्लाई करने होंगें। फिर आपको ओटीपी रिक्वेस्ट देना होगा, जो आपके आधार कार्ड से लिंक्ड मोबाइल नंबर पर आएगा। ओटीपी एंटर करने के बाद डिक्लेयरेशन को सेलेक्ट करके सबमिट का बटन दबाएँ। उमंग ऐप पर भी विथड्रावल के लिए आपको यही प्रकिया अपनानी होगी। आपकी कंपनी को इसे ऑनलाइन ही प्रमाणित करना होगा, जिसके बाद पंद्रह-बीस दिनों के अंदर आपके खाते में पैसे आ जाएँगे। कंपनी अगर इसे प्रमाणित नहीं करती, तो आप इसकी लिखित शिकायत पीएफ ऑफिस में कर सकते हैं। उस शिकायत के साथ अपनी कंपनी के परिचय पत्र या वेतन पर्ची को संलग्न करना होगा। ऑनलाइन ट्रैक कि मदद से आप अपने विथड्रावल आवेदन की स्थिति को देख सकते हैं। लेकिन विथड्रावल करने से पहले आपको यह ध्यान रखना होगा कि आपके सभी पुराने पीएफ खाते आपके नए पीएफ खाते में स्थानांतरित हो गये हों और आपके बुनियादी विवरण, जैसे- नाम, मोबाइल नंबर, पिता का नाम, पता, आपका केवाईसी यानि आधार, पैन, बैंक खाता सभी आपके पीएफ खाते के साथ लिंक हों और इन सभी में आपके विवरण बिलकुल सही और एक समान हों। यह भी ध्यान रखिये कि आपको काम छोड़े 2 महीने हो गये हों और आपकी कंपनी ने आपकी ""डेट ऑफ़ एक्ज़िट और डेट ऑफ़ ज्वाइनिंग"" सही अपडेट किया है। अगर ऊपर बताये गये विवरण में कोई गलती नहीं है, तो आपका आवेदन अस्वीकृत नहीं होगा। पर अगर अस्वीकृत होता है, तो इसका मतलब आपके पीएफ खाते में कुछ कमी है। उसे सही कर आप फिर से आवेदन कर सकते हैं।"
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Sept. 7, 2020, 5:34 p.m. | Tags: govt entitlements   int-PAJ   workplace entitlements  

दिल्ली कापसेड़ा से नन्द किशोर परशाद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि स्वछता सर्वेक्षण पर कुछ जानकारियाँ एवं विचार व्यक्त कर रहे हैं। खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

दिल्ली राज्य कपसेड़ा से नन्द किशोर प्रशाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार कि दिल्ली सरकार ने नई नीति को अधिसूचित किया हैं। जिसमें 3 साल के लिए बनाई गई समिति में राजधानी में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। विभिन्न कारणों को रेखांकित भी किया गया है। इसके अनुसार सरकार नए वाहन की खरीद पर सब्सिडी देगी और इलेक्ट्रिक वाहन पर पंजीकरण शुल्क और रोड टैक्स भी नहीं लगेगा। यह सबसे बड़ी खुशखबरी दी है। इस नीति में इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए 1 वर्ष में लगभग 200 चार्जिंग स्टेशन बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि जहां एक ओर वायु प्रदूषण का असर घटेगा वहीँ काफी मदद भी मिलेगा। इस नीति को लाने से दिल्ली में नए रोजगार का भी सृजन करेगी। जिससे राज्य का अर्थव्यवस्था भी काफी मजबूत होगा। दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पर्यावरण विशेषज्ञ बहुत समय से यहां इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए ठोस नीति बनाने की मांग ही करते रहते थे। लेकिन ऐसे में अब यह नीति आने से ऐसी उम्मीद की जा सकती है। यह सफल हो रहेगा और से वायु प्रदूषण का असर हटाने में अशिक्षित मदद भी मिल सकेगा। हालांकि यह तभी संभव है जब इस नीति के तहत रखेगा विभिन्न लक्ष्य हासिल करने की दिशा में सरकारी अमला पूरी इच्छाशक्ति के साथ काम किया जायेगा।

दिल्ली राज्य कपसेड़ा से नन्द किशोर प्रशाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों के लिए खुशखबरी है। ग्रामीण क्षेत्र की आवासीय संपत्तियों पर बैंक से कर्ज लेना अब आसान हो जाएगा। ग्राम पंचायतों के दायरे में आने वाली आवासीय संपत्तियों का मालिकाना हक देने की योजना परवान चढ़ने लगा है। गांव के मकानों का डिटेल सर्वेक्षण कई राज्य में शुरू हो चुका है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की थी। जिसे गांव के लोगों के लिए एक क्रांतिकारी फैसला देखा जा रहा है। पंचायतों के कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए उद्देश्य से की प्रणाली को अपनाया जाने पर जोर दिया जा रहा है। स्वामित्व योजना के लागू हो जाने के बाद देहात गांव में रहने वाले लोग भी शहरों की अपने मकानों का व्यवसायिक उपयोग कर सकेंगे। गांव के लोगों के पास फिलहाल उनके मकानों के कोई कानूनी दस्तावेज नहीं होने से भी बैंक उसके आधार पर कर्ज देने से मना कर देती थी । पंचायती राज मंत्रालय की स्वामित्व योजना पर ज्यादातर राज्य में क्रिया निर्माण होने लगा है। मंत्रालय के आयोजित वर्चुअल राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार समारोह में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस योजना को सभी राज्य में लागू करने की अपील भी की है। देश के तकरीबन लाखों से भी ज्यादा ग्राम पंचायत इंटरनेट से जुड़ चुकी है। पंचायतों में पारदर्शिता लाने को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर थी। पंचायत पुरस्कार की शुरुआत किया गया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत गांव की आत्मनिर्भरता के बारे में लोगों ने कहा कि तृणमूल में गांव की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है।

दिल्ली राज्य कपसेड़ा से नन्द किशोर प्रशाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत गैस के उपभोक्ताओं को अबे बुकिंग के लिए गैस एजेंसी कार्यालय जाने या फोन करने की आवश्यकता नहीं होगी। अब व्हाट्सएप पर भी गैस सिलेंडर की बुकिंग हो जाएगी । भारत गैस सिलेंडर बुकिंग की सुविधा के लिए कंपनी व्हाट्सएप बिजनेस चैनल लाइव है। उपभोक्ता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से कंपनी के व्हाट्सएप नंबर 1809 124 344 पर एसआई लिख कर भेजें और उन्हें विभिन्न जानकारी उन्हीं के मोबाइल पर प्रदान किया जाएगा। व्हाट्सएप पर बुकिंग के बाद ग्राहक को एक मैसेज मिलेगा। साथ ही एक लिंक भी मिलेगा जिस पर जाकर मीटिंग के लिए ऑनलाइन पर किया जा सकता है। ऑनलाइन पेमेंट डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड यूपीआई और अमेजॉन जैसे दूसरे पेमेंट एप्स के जरिए भी किया जा सकता है। इसके अलावा ग्राहक घर बैठे ही मार्केट या दशरथ के एरिया में सिलेंडर की कीमत भी जान सकते हैं। उपभोक्ता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से डबल सेवन 1095 5555 पर मिस कॉल देकर भी बुकिंग कर सकता है। भारत गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए अब अपने मोबाइल में घर बैठे ही व्हाट्सएप के जरिए और गैस सिलेंडर की बुकिंग कर सकते हैं

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दिल्ली कापासेड़ा से नन्द किशोर परशाद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि अपने काम पर मज़दूर वापस लौट रहे हैं। कोविड-19 के कारण लागू किया गया लॉक डाउन के दौरान जो कामगार अपने घरों को लौट गए थे ,अब वे अपने काम पर वापस आने लगे हैं। उनके आने की गति अब लगातार बढ़ती जा रही है। इसमें खास उद्यमियों का कहना है कि कामगार की कमी के कारण वे पिछले 2 माह से काफी चिंतित थे। बुलाने पर भी मजदूर आने को तैयार नहीं थे। ऑटोमोबाइल गारमेंट फर्नीचर और लेदर क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को उनकी काफी जरूरत है। कामगारों के स्थिति में तेजी से सुधार भी होने लगा है। उत्तर प्रदेश बिहार और मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में कामगार अब लौट रहे हैं।

दिल्ली कापासेड़ा से नन्द किशोर परशाद साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बारिश दिल्ली एनसीआर में झमाझम हुई है। नाला बंद होने के कारण बारिश का पानी मुख्य सड़क और सर्विस लेन पर भी जमा हो रहा है। हाईवे की मुख्य सड़क पर जलभराव होने से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली जयपुर हाईवे पर बिलासपुर चौक गुड़गांव मानेसर में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो गया है। नाले बंद होने से गंदा पानी भी सड़क किनारे जमा रहता है। जिस कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है

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खत्म हुआ इन्तजार