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कोडरमा से इन्द्रमणि साहू झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की प्रखंड में सामाजिक मुद्दो पर एक कार्यक्रम आयोजित की गई जिसमे मुख्यतः बाल मजदूरी ,कुपोषण,बाल तस्करी और बाल अधिकारो पर चर्चा की गई, इस पर छात्रो को नए सत्र के शुरू होने के महीनो बित जाने के बाद भी पुस्तक नहीं उपलब्ध करायी गई है

कोडरमा,डोमचांच से बसंत मेहता झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की अज्ञात वाहन से एक दुर्घटना मोकाय के समीप हुई और अज्ञात शव के पड़े रहने से लोगो में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा था दुर्घटना होने का कारण है की यहाँ से जो भी चिप्स की गाड़िया बिहार या अन्य जगहों के लिए जाती है उन पर पुलिस की अनदेखी है ट्रेफिक नियमो की अनदेखी है जो की खलासी को भी वाहन चलने की परमिशन देते है जिसकी वजह से माह में 4 -5 दुर्घटनाये हो ही जाती है. अत:प्रशासन इस पर कड़ाई बरते।

कोडरमा से संजय साजन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की कोडरमा जिले के डोमचांच में 22 एकड़ सरकारी जमीं को बेचने का प्रयास दलालो द्वारा किया जा रहा है।मामले की भनक लगते ही थाना अधीक्षक ने जाँच शुरू कर दी, इन्होने बताया कुछ दिनों पूर्व हुई फ़र्ज़ी जमीन बेचने के मामले में पुलिस अधीक्षक सहित बहुत से अधिकारियो को जेल भेजा गया था अवहि इस बार भी आरोप के घेरे में पुलिस आला अधिकारी भी है

कोडरमा से संजय साजन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की इनदिनों कोडरमा में दहेज़ के मामले तेज़ी से बढ़ रहे है हाल में ही एक दहेज़ सम्बंधित मामला कोडरमा पुलिस थाने में दर्ज़ की गई है जिसमे पति समेत 9 लोगो को हिरासत में लिया गया है इनसभी लोगो पर दहेज़ प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है

कोडरमा से संजय साजन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माधयम से कहना चाहते है की कोडरमा और मुख्य मार्ग में ऑटो पलटने से 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये

जिला कोडरमा,से बसन्त मेहता ने झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की डोमचांच प्रखंड अंतर्गत मसौढ़ी पंचायत में उपस्वास्थ्य केंद्र है लेकिन यहाँ में कोई भी डॉक्टर या नर्स नहीं बैठती है।जिसके कारण यहाँ के गरीबो का इलाज नहीं हो पता है उन्हें दवाई नहीं मिल पता है।ये स्वास्थ्य केंद्र बंद होने के कगार में है। यहाँ पे कोई सरकारी कर्मचारी भी नहीं अत जाता है। यहाँ के स्वास्थ्य केंद्र में कोई डॉक्टर नहीं बैठने कारण यहाँ के झोला छाप डॉक्टर गरीबो से इलाज के लिए मोती रकम लेते है।यहाँ पे स्वास्थ्य विभाग की कोई निगरानी नहीं हो रही है जिसके कारण यहाँ के गरीबो को इलाज के लिए सुविधा नहीं मिल रही है।

जिला कोडरमा,से बसन्त मेहता ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की कोडरमा में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी तरीके से फ़ीस वसूला जा रहा है जिसके कारण सभी अभिभावक परेशान है। खास कर के डोमचांच प्रखंड के कुछ प्राइवेट स्कूलों में ऐसा हो रहा 3,4 क्लास में 20 किताबे पढाई जाती है यहाँ के प्रिंसिपल का कहना है की हम इतना किताब बछो को पढ़ाते है और इन किताबो को खरीदने में अभिभावको को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 4,5 वर्ष तक तो अभिभावक अपने बच्चो को पढ़ा लेते है उसके बाद वे अधिक फ़ीस के कारण पढ़ाने में असमर्थ हो जाते है।और फिर मजबूर होकर अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए मजबूर हो जाते है

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