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हजारीबाग से मोहम्मद मुजफ्फर हुसैन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की भारत के लोग 21 वि शदी में जीते है। पर यहाँ पर एक ऐसी सोच ने जन्म लिया है जिसके कारण अभी भी लोग सांप काटने पर ईलाज की जगह झाड़-फूंक पर बल देते है यह घटना घटी है हजारीबाग के मंगपटना नामक गावं में जहां पर एक वयक्ति की सांप काटने से मौत हो गयी। जब उसे सांप ने काटा तब लोग उसे अस्पताल ले जाने की जगह पर झाड़-फूंक में लगे थे और उसे अस्पताल ले जाने ने देर कर दिए जिससे उसकी मौत हो गयी औए इस वजह से उसके समर्थको ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
हजारीबाग ज़िले से मोहम्मद मुज़्ज़फर हुसैन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं रथ द्वितीय(रथ यात्रा) का पर्व आगामी 29 जून को है। इस त्यौहार के मद्देनज़र तैयारी जोर शोर से चल रही है
हजारीबाग,सदर से मोहम्मद मुजफ्फर हुसैन साथ में राहुल गिरी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से देश की शिक्षा वयवस्था पर कहते है की देश की शिक्षा वयवस्था झारखण्ड की शिक्षा वयवस्था को नहीं सुधार पाई है। जिसकी वजह से वे दिल्ली पढाई के लिए चले गए.वे देश के लिए सेवा करना चाहते है और कुछ बनने की चाहत रखते है साथ सभी युवाओ को सन्देश देते है की वे भी अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करे और देश की सेवा करे.
हजारीबाग से मुज्जफर अंशारी ने एक कॉलर से बात की और उनसे पूछा कि झारखण्ड मोबाइल वाणी उन्हें कैसा लगता उन्होंने बताया कि झारखण्ड मोबाइल वाणी एक बहुत ही अच्छा सेवा।
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जिला हजारीबाग के सदर प्रखंड से बिनोद कुमार सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि बच्चे गाँव इसलिए नहीं जाना पसंद करते है क्योकि आजके बच्चो का सोच काफी जागरूक होते है उनकी सोच गाँव से निकल कर बाहर की दुनिया को और अधिक जानकारियां हासिल करने की इच्छा ज्यादा रहता है।
हजारीबाग से मोहमद सत्य प्रकाश मधेपुरी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक शायरी प्रस्तुत किया है।
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हजारीबाग: मुज़फ्फर हुसैन (डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर) बताते है जनवितरण प्रणाली में हो रही धांदली पर अपनी बात रखते हुए यह कह रहे है कि तीन दिनों के बाद जब चौथे दिन कोई व्यक्ति PDS दुकान पहुँचता है (तेल लेने) तो उन्हें यह कहा जाता है कि तेल नहीं है। इसका प्रमुख कारण है कि ढ़ाई लीटर लीटर तेल की जगह सिर्फ दो लीटर तेल दिया जाता है।यह हाल सभी जनवितरण प्रणाली का है चाहे दारू हो खेरका हो लगभग सब संचालको से जब वे बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने मीडिया से बात करने से परहेज़ किया उन्होंने किसी भी बात का स्पस्ट उत्तर नहीं दिया।जब उन्होंने आम जनता से पूछा की क्या होता इस तेल का? कहाँ जाता है यह तेल? तो उन्होंने बताया की दुकानदार इन्हे बेच कर मोटा मुनाफ़ा कमाते है, खुले बाजार में यह 40 लीटर बिकता है।अगर इस समस्या को गया तो काफी दिक्कत हो सकती है क्योंकि वहां पर बिजली भी नहीं है।