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उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला के हजूरपुर प्रखंड से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नाला सिंह से साक्षात्कार लिया। नाला सिंह ने बताया कि बेटियों को जमीन का अधिकार मिलना चाहिए और उनको शिक्षित करना चाहिए।आंगनबाड़ी में बच्चों को भोजन मिलता है
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मानेसर से श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका नौ महीने से ईएसआई कट रहा है। चोट लगी है मगर ईएसआई से कोई लाभ नही मिला है। अभी तक न ईलाज करवाया और न ही कोई बेनिफिट मिला है। कंपनी भी कुछ नही बताती है। परेशान किया जाता है
मानेसर से रामा देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको खांसी और चक्कर आता है। माथा दर्द से बेचैन रहती हैं। ईएसआई के डिस्पेंसरी जाने पर ठीक से नही देखते हैं और वहां कोई सुनवाई नही होती है।
हरियाणा के मानेश्वर से मोहम्मद शालिम ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि वे ईएसआई में इलाज करवाने गए थे। उन्हें पेट में और पेट के ऊपर सीना में दर्द होता है। लेकिन ईएसआई में कोई सुनवाई नहीं होता है। उनका टॉयलेट भी बहुत बदबुदार होता है। इसके लिए उन्हें मदद चाहिए
हरियाणा के मानेश्वर से रवि कुमार श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि ईएसआई हॉस्पिटल में बिलकुल भी कोई कर्मचारी नहीं है ना टोकन काटने वाला। न पर्ची काटने वाला। एक आदमी मात्र बैठा हुआ है ,जिसके करण मजदूरों की भीड़ लगी हुई रहती है सेक्टर तीन ईएसआई में। इसलिए वे चाहते हैं कि कर्मचारी बढ़ायें जाए ताकि मजदूरों को दिक्क्त का सामना ना करना पड़े
श्रमिक वाणी के माध्यम से सौरभ बता रहे हैं कि उनके पिता को लिवर में दिक्क्त है। वे ईएसआई जाते हैं तो वहां इलाज करने में समस्या आती है। इसलिए वे चाहते हैं कि ईएसआई में अच्छे से इलाज हो।
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से करिश्मा श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जब वे ई एस आई जाते हैं तो उन्हें दवाइयों के लिए लाइन लगाना पड़ता है। काऊन्टर की कमी होने के वजह से लाइन बहुत लम्बी हो जाती है। जिसके कारण यदि वे सुबह जाते हैं तो रात के नौ भी बज जाते हैं। ये बहुत बड़ी समस्या होती है
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से रेखा श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि ईएसआई जाने से उन्हें बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है। वे ईएसआई जाते हैं लेकिन उन्हें कम्पनी से छुट्टी करनी पड़ती है, जिसका पैसा उन्हें ना कम्पनी देती है और ना ईएसआई वाले देते हैं।अगर कोई गंभीर बीमारी होती है तो इलाज के वजह से उनका दस से पन्द्रह छुट्टी हो जाता है । रेखा को श्रमिक वाणी से मदद चाहिए ताकि उन्हें ईएसआई से पैसे मिल सके।