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मानेसर से रामा देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको खांसी और चक्कर आता है। माथा दर्द से बेचैन रहती हैं। ईएसआई के डिस्पेंसरी जाने पर ठीक से नही देखते हैं और वहां कोई सुनवाई नही होती है।

हरियाणा के मानेश्वर से मोहम्मद शालिम ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि वे ईएसआई में इलाज करवाने गए थे। उन्हें पेट में और पेट के ऊपर सीना में दर्द होता है। लेकिन ईएसआई में कोई सुनवाई नहीं होता है। उनका टॉयलेट भी बहुत बदबुदार होता है। इसके लिए उन्हें मदद चाहिए

हरियाणा के मानेश्वर से रवि कुमार श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि ईएसआई हॉस्पिटल में बिलकुल भी कोई कर्मचारी नहीं है ना टोकन काटने वाला। न पर्ची काटने वाला। एक आदमी मात्र बैठा हुआ है ,जिसके करण मजदूरों की भीड़ लगी हुई रहती है सेक्टर तीन ईएसआई में। इसलिए वे चाहते हैं कि कर्मचारी बढ़ायें जाए ताकि मजदूरों को दिक्क्त का सामना ना करना पड़े

फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से करिश्मा श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जब वे ई एस आई जाते हैं तो उन्हें दवाइयों के लिए लाइन लगाना पड़ता है। काऊन्टर की कमी होने के वजह से लाइन बहुत लम्बी हो जाती है। जिसके कारण यदि वे सुबह जाते हैं तो रात के नौ भी बज जाते हैं। ये बहुत बड़ी समस्या होती है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद से विनय मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ईएसआईसी के अस्पताल में लंबी लाइन होती है। एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड के लिए लंबी तारीख जाती है।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से मुमताज़ खान की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हसीना से हुई। हसीना यह बताना चाहती है कि वह जाँच कराने गई तो उनसे दस हज़ार लिया गया। इसका समाधान चाहती है।

फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से रिंकी श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि ईएसआई में इलाज करवाने पर उन्हें बहुत दिक्क्त होती है। कम्पनी छोड़ने के छः महीने तक ईएसआई कार्ड चालु नहीं होती है। उसके बाद जब वे इलाज करवाने जाती हैं तो उन्हें बोला जाता है कि उनका ईएसआई कार्ड बंद है। जबकि छः महीने तक कार्ड चालु रहता है। साथ ही छुट्टी करने पर भी पैसे नहीं मिलते हैं। उन्हें मोबाइल वाणी से मदद चाहिए कि इसके लिए कानून बनाया जाए ताकि वे अपना भविष्य सुधार सके।

फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से निशा श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि वे जब ईएसआई जाती हैं ,दवा लेने के लिए वहां उन्हें लम्बी लाइन लगानी पड़ती है।

श्रमिक वाणी के माध्यम से जमुना ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे जब ईएसआई जाती हैं ,वहां पर उन्हें लम्बी लाइन लगानी पड़ती है। वे चाहती हैं कि इतनी लम्बी लाइन ना लगाना पड़े और इलाज भी अच्छे से हो .