मध्य प्रदेश राज्य के रीवा जिला से प्रियांशु पटेल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके स्कूल में ब्रेल टीचर नही है। स्कूल में ब्रेल टीचर की नियुक्ति होनी चाहिए। स्कूल का नाम रीवा नेत्र विद्यालय एवं महाविद्यालय यमुना प्रसाद शास्त्री विद्यालय है। सहायता चाहिए

मध्य प्रदेश राज्य के उमरिआ जिला से शिव कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि विधवाओं के कानून के क्रियान्वयन के लिए एक अधिकारी नियुक्त करना चाहिए। ये अधिकारी महिलाओं को जागरूक और उनकी सहायता करेंगे।गांव,पंचायत और जिला स्तर पर कानून का क्रियान्वयन नही हो रहा है

मध्य प्रदेश राज्य के उमरिआ जिला से शिव कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि विधवाएं अदालत का चक्कत लगाती रहती हैं और ससुर और जेठ जमीं पर कब्ज़ा कर लेते हैं।विधवाओं को सम्पत्ति से बेदखल कर दिया जाता है।कानून का पालन सही तरीके से हो रहा है या नही इसे देखने के लिए एक कमिटी का गठन करना चाहिए।प्रशानिक अधिकारीयों के द्वारा ही शोषण होता है। जैसे - एसडीएम,तहसीलदार,प्रभारी। पंचायत या न्यायालय विधवाओं को कानून से नीचे देखती है।लोगों की सोच होती है विधवाओं के आगे -पीछे कोई होता नही है तो वो लाचार है। कार्यपालन मजिस्ट्रेट को एक समिति बनाकर कानून के कर्यान्वयन पर नज़र रखने के लिए एक कमिटी बनाना चाहिए। तब सभी कानून का लाभ उठा पाएंगे

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जनपद पंचायत चौरई द्वारा दिव्यांगजन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष विधायक पं रमेश दुबे जी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए । मुख्य अतिथि श्री दुबे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार दिव्यांगजन के सम्मान, अधिकार और सशक्तिकरण के लिए संकल्पबद्ध है ऐसे शिविरों से न केवल जरूरतमंदों को सहारा मिलता है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का आत्मविश्वास भी मिलता है ।

उत्तर प्रदेश राज्य के देवरिया जिला से दिनेश कुमार राय ने बताया कि ये दृष्टिबाधित और बीमार हैं। इनको पेंशन नही मिल रहा है और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इलाज के लिए भी पैसे नही है। सहायता चाहिए

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दिल्ली से प्रिंशु पटेल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लड़कियां मायके और ससुराल के प्रॉपर्टी में हिस्सा ले सकती हैं। जिन ब्लाइंड लड़कियों के पति गरीब हैं और उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही है ऐसे लड़कियों की मदद मायके वालों को प्रॉपर्टी में हिस्सा देकर करना चाहिए।साधारणतः लड़कियों की शादी के बाद प्रॉपर्टी नही दी जाती है।मगर लड़कियां चाहें तो वो प्रॉपर्टी में हिस्सा ले सकती हैं

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