मोतिहारी। नदियों में दो माह तक मछली शिकारमाही पर रोक रहेगी।इस अवधि में गरीब मछुआरों को मुआवजा मिलेगा। जून से अगस्त के बीच मछुआरे मछली नहीं मारेंगे। उनको सरकार के द्वारा तीन माह तक 1500-1500 रुपए की दर से मुआवजा मिलेगा। यह राशि तीन किश्तों में ऐसे मछुआरों के खाते में भेजी जाएगी। राहत सह बचत योजना के तहत मुआवजे का भुगतान होगा। इसके तहत जिले के करीब 1.5 लाख गरीब मछुआरों को लाभ होगा। इस योजना का लाभ लेने वाले गरीब मछुआरे आवेदन दे सकते हैं। वर्ष 2023-24 के लिए जिला मत्स्य विभाग ने आवेदन आमंत्रित किया है।31 जनवरी तक आवेदन लिए जायेंगे। इस योजना के लिए आवेदन करने वाले मछुआरों को स्व अभिप्रमाणित दो फोटो, आधार कार्ड या राशन कार्ड , बैंक पासबुक की फोटो कॉपी,मोबाइल नंबर, आय प्रमाण पत्र, पूर्णकालिक मत्स्य शिकारमाही कार्य करने का प्रमाण पत्र जिसे पंचायत समिति या मत्स्यजीवी सहयोग समिति द्वारा जारी किया गया हो, देना होगा।

मोतिहारी। लखौरार पुलिस ने बरवा पश्चिमी से देसी व विदेशी शराब के साथ विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया। युवक के पास से एक बोतल विदेशी शराब व देसी शराब बरामद की गयी। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत भेज दिया।

मोतिहारी। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिशन चौक से सब्जी की टोकड़ी से सोमवार को नेपाली शराब बरामद की गयी है। बाइक पर रख उसे ले जाया जा रहा था। पुलिस को देख बाइक सवार असंतुलित होकर गिर पड़ा। पुलिस के पहुंचने के पूर्व वह बाइक व शराब छोड़कर फरार हो गया। एसएचओ अवनीश कुमार का कहना है कि सब्जी की टोकड़ी में नेपाली शराब की खेप ले जायी जा रही थी। अलग से देखने पर कोई आशंका भी नहीं कर सकता है।

मोतिहारी। चकिया थाना क्षेत्र स्थित स्थित ओझा टोला गांव के सामने एनएच 28 के किनारे स्थित इंस्टाकार्ट स प्रा लिमिटेड हब हाउस में बीती रात नकाब पोश चोरों ने चोरी की बड़ी घटना को अंजाम दिया। वहीं चोरों ने दो लोहे का लॉकर समेत डिलेवरी के कुछ सामग्रियों को उठा ले गए। तीन की संख्या में आये नकाबपोश चोरों ने हब पॉइंट के पश्चिम तरफ की दीवार में लगे लोहे की खिड़की को काट कर अंदर प्रवेश किया तथा दो अलग अलग लॉकर में रखा करीब तीन लाख 50 हज़ार नगद रुपया समेत लाखों रुपये मुल्य की डिलीवरी सामग्री की चोरी कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का सूक्ष्मता से जायजा लिया। वहीं पुलिस के द्वारा निरीक्षण के क्रम में चोरी किए गए दो कैश लॉकर में एक लॉकर हब प्वाइंट के कुछ दूरी पर सरेह में कटे हुए हालत में कुछ बिखरे पड़े क्वाईन्स के साथ बरामद किया। मामले को लेकर कम्पनी के राकेश कुमार राज ने थाना को लिखित एक आवेदन दिया है। इस बाबत इंस्टाकार्ट हब प्वाइंट की शाखा प्रबंधक खुशबू मांझी ने बताया कि सोमवार की सुबह ससमय कुछ स्टाफ हब प्वाइंट का शटर खोल कर अपने कार्य में लग गए उसी दौरान उनकी नजर कटी हुई खिड़की की तरफ पड़ी नजदीक जाकर देखा तो डिलीवरी के लिए रखा कुछ सामान इधर उधर बिखरा पड़ा था। जिसकी अविलंब सूचना उन्हें व क्षेत्र प्रबंधक ऋषिकेश पटेल को दी व आने पर देखा कि दो लॉकर समेत कुछ डिलीवरी सामग्रियां गायब थी। गायब सामग्रियों का डाटा खंगाला जा रहा है जो लाखो रुपये का हो सकता है तथा गायब दोनों लॉकर में लगभग साढ़े तीन लाख नगद रखा गया था। घटना की जानकारी संबंधित उच्चाधिकारी को भी दे दी गई है। सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी पुलिस वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से हब हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर तीन नकाबपोश चोर बारी बारी से कटी हुई खिड़की के माध्यम से अंदर प्रवेश किया तथा एक लॉकर को एक नकाबपोश चोर उठाकर ले जा रहा है। जबकि दुसरे लॉकर को दो चोरों ने प्लास्टिक के बोरी पर रख कर घसिटते हुए ले जाते दिख रहा है। थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर धनंजय कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

मुख्यालय में सोना चाँदी का दुकान बंद कर अपने घर जा रहे व्यवसायी को पिस्टल दिखा 32 हजार लूटने का मामला प्रकाश में आया है। व्यवसायी मोहित कुमार ने थाने में दिए आवेदन में बताया कि जितेन्द्र जयसवाल व चुन्नू कुमार समेत दस अज्ञात ने पिस्टल का भय दिखा रुपये लूट लिए।थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज की गयी।

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मोतिहारी में ठंड का कहर लगातार जारी, तेज पछुआ हवा और घने कोहरे के बीच हार हिला देने वाली ठंड लोगो के घर में दुबके को मजबूर कर दिया हैं। जो जहा है रजाई और कंबल में दुबका हुआ हैं। हालांकि। नए वर्ष के घना कोहरा का मजा युवाए उठा रहे हैं। जगह जगह अपना पिकनिक मनते रहे। दिन के दस बजे तक कुहासे के चादर में लिपटे सड़क पर बड़ी छोटी गाड़िया रेंगती नजर आ रही थीं। बड़ी छोटी वाहन सभी अपना हेड लाइट जला कर सड़क पर रेंगते नजर आ रहे हैं। तापमान में हो रहा लागत गिराव मोतिहारी में पछुआ हवा के कारण तापमान में लगातार गिरावट हो रहा है। मोतिहारी का रात का तापमान 8डिग्री तो दिन 20 तक चला जा रहा है। लोगो के लिए राहत की बात यह है कि दिन में दो पहर के बाद हल्का धूप खिल का रहा है। इसके लिए लोगो को ठंड से राहत मिल जा रही हैं। जिसके कारण लोग राहत की सांस ले रहे हैं। मैशम वैज्ञानिक की माने तो एक जनवरी को भी 12 बजे के बाद अच्छी खासी धूप निकल जायेगी, जिससे लोगो को ठंड से राहत मिलेगा। घना कोहरा से है लोग परेशान नया साल के सफर पर निकले लोगो को घना कोहरा होने के कारण परेशानी हो रही हैं। कुहासे के कारण विजवलीटी कम होने से दुर्घटना का खतरा बना रह रहा हैं।

मोतिहारी। कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चों को बढ़ती ठंड में निमोनिया का खतरा बना रहता है, इससे बचने के लिए समय पर इसकी पहचान होना बहुत जरूरी है। सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि – बच्चों के माता पिता को निमोनिया के प्रति सावधान रहना चाहिए, इसे हल्के में न लेना चाहिए, अन्यथा यह जानलेवा हो सकता है। उन्होंने बताया कि इसके प्रमुख लक्षण है-तेज बुखार, छाती में दर्द, मितली या उल्टी ,दस्त, सांस लेने में कठिनाई, थकान और कमजोरी, कफ के साथ खांसी आदि,बच्चों में ऐसा लक्षण हो तो तुरंत सरकारी अस्पताल में इसका इलाज चिकित्सक से कराएं , ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके।उन्होंने बताया कि निमोनिया बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। इसके बैक्टीरिया नाक और मुंह के जरिए वायुमार्ग से फेफड़ों में जाते हैं। वहीँ इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत हो तो शरीर इन बैक्टीरिया को निष्प्रभावी कर देता है। इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने पर यह बैक्टीरिया हावी हो जाता है। यह एक ही समय में एक या दोनों फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। कई बार निमोनिया का बैक्टीरिया शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। – ठंड में बच्चों का निमानिया से करें बचाव डीआईओ डॉ शरत चन्द्र शर्मा और डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि ठंड के मौसम में बच्चों की विशेष देखरेख की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि बच्चों को संतुलित भोजन कराएं, साथ ही गर्म वस्त्र पहनाकर रखें। उन्होंने बताया कि बच्चों को निमोनिया से बचाव को पीसीवी का टीका डेढ़ माह पर पोलियो खुराक, पेंटा, और आईपीवी के साथ दिया जाता है। यही प्रक्रिया साढ़े तीन माह पर अपनाई जाती है। नौ माह के बच्चे को खसरे के टीके के साथ दिया जाता है। इसलिए अपने बच्चे का टीकाकरण अवश्य कराएं। – निमोनिया से बचने के उपाय हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं, कुछ खाने या पीने से पहले भी हाथों को साफ करें। खांसते और छींकते समय मुंह पर रुमाल रखें। गर्म पानी व धूप का सेवन लाभदायक है।

मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एकतरफ कालाजार उन्मूलन के लिए प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर विभाग द्वारा मरीजों की क्षतिपूर्ति का भी विशेष ख्याल रखा रहा है। इस संबंध में पूर्वी चम्पारण के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि- कालाजार से पीड़ित रोगी को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाती है। वहीं मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के तहत श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में बीमार व्यक्ति को राज्य सरकार द्वारा 6600 रुपए और केंद्र सरकार द्वारा 500 रुपए दिए जाने का प्रावधान है। जिसके तहत मरीजों के खाते में यह राशि दी जाती है। वीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि चमड़ी से जुड़े कालाजार (पिकेडीएल)संक्रमित रोगी को केंद्र सरकार की तरफ से 4000 रुपए दिए जाते हैं। – बालू मक्खी के काटने से होता है कालाजार वीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार, रविन्द्र कुमार, सत्यनारायण उराँव ने जानकारी देते हुए बताया कि कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है। इससे बचाव को लेकर साल में दो बार एसपी छिड़काव कराया जाता है। उन्होंने बताया कि 2 हफ्ते से अधिक समय तक बुखार का होना, भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनने लगे तो ये पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं। जिले के हरसिद्धि, चकिया, पहाडपुर के साथ ही अन्य प्रखंडों में कालाजार, पीकेडीएल के संभावित मरीजों की खोज चल रही है। इस अभियान (एसीडी) के दौरान लक्षण मिलने वाले लोगों को चिह्नित कर समुचित जांच के लिए स्थानीय सरकारी स्वास्थ्य संस्थान जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं। ताकि मरीजों की समय पर जांच व इलाज सुनिश्चित हो सके। उन्होंने बताया कि नवम्बर 2022 तक भीएल के 48 तो पीकेडीएल के 14 केस मिले हैं। – कालाजार के मरीजों की होती है खोज; कालाजार प्रभावित एरिया में संभावित कालाजार के मरीजों की खोज के लिए समय- समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे किया जाता है।जिस भी जगह पर कालाजार के मरीज पहले मिले थे उसके 500 मीटर की परिधि में सर्वे का कार्य किया जाता है। इस दौरान सर्वे दल के कर्मी हर एक-एक घर में जाकर किसी के बुखार से पीड़ित रहने के बारे में जानकारी लेते हैं , यदि जांच के दौरान घर के किसी भी सदस्य को 2 सप्ताह से लगातार बुखार लग रहा है तो उसकी जाँच आर.के.-39 कीट से की जाती है। वहीं जांच में यदि कालाजार की पुष्टि होती है तो उस मरीज को नजदीकी पीएचसी लाकर समुचित इलाज कराया जाता है।

मोतिहारी । फाइलेरिया रोग ने संग्रामपुर निवासी 26 वर्षीय पिंटू कुमार के जीवन को कस्टों से भर दिया, पिंटू बताते हैं कि मुझे लगता है कि पूर्व जन्म किए पापों का ही फल है कि जीवन मे ये कष्टदायक रोग से ग्रसित हो गया। उसने बताया कि 7 वर्ष पहले बाए पैर में हल्की सूजन हुई, तो उसने मामूली बात समझ ठीक ढँग से इलाज नहीं करवाया , इलाज में देरी होने पर धीरे धीरे रोग बढ़ता चला गया, फाइलेरिया से बचने के लिए कई तरह की दवाएं खाई पर फायदा नहीं हुआ। पिंटू ने बताया कि मुझे क्या पता था कि ये मुझे विकलांग व असहाय बना देगा। उन्होंने बताया कि जवान होने के बाद भी मेरा जीवन अब किसी कार्य का नहीं है,पैर होने के बाद भी हाथीपांव के कारण घर मे ही रहकर अब विकलांग की तरह जीवन जी रहा हूँ। – एमएमडीपी किट व दवाओं के उपयोग से जीवन की राह हुई आसान पिंटू ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा एमएनडीपी किट उपलब्ध कराया गया है इससे उनके पांव के सूजन में कमी आई है जीवन की राह पहले से आसान हुई है। उन्होंने बताया कि प्रखंड के स्वास्थ्य कर्मियों एवं केयर प्रतिनिधि सुमित कुमार द्वारा एमएनडीपी किट के उपयोग करने की बातें बताई गई। इसके उपयोग से बहुत आराम मिलता है। उन्होंने बताया कि आसपास के भी फाइलेरिया मरीजों को सरकार की ओर से एमएमडीपी कीट निरूशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। -फाइलेरिया से ग्रसित होकर भी समाज को जागरूक करते हैं पिंटू: फाइलेरिया से ग्रसित होकर भी समाज को जागरूक करते हैं पिंटू, अब गाँव कस्बों के लोगों को जो उनसे संपर्क में रहते हैं उन्हें सर्वजन दवा सेवन करने हेतु प्रेरित करते हैं। उनका कहना कि यहीं सरकार के द्वारा दी जा रही दवा का सेवन अगर किया जाए तो समाज के लोग जीवन के अभिशाप से सुरक्षित हो सकते हैं।