सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

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दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत नबिया से हुई नबिया बताती हैंमैं खिलौना फैक्ट्री में काम करती हूं हमारी फैक्ट्री में खिलौने बनते हैं हमारी फैक्ट्री में 1 साल पहले 35 वर्कर काम करते थे काम मधा होने की वजह से अब सिर्फ 12 वर्कर ही काम कर रहे हैं इसमें से पांच महिलाएं हैं हमारी फैक्ट्री मालिक द्वारा हमारा ईएसआई कार्ड भी नहीं ।बनाया गया है ताकि हमें इस कार्ड का लाभ मिल सके

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हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से रीना परवीन की बातचीत बबीता से हुई बबीता बताती हैं ईएसआई कार्ड बनने के बाद भी हमें ईएसआई कार्ड से दवाई नहीं मिलती थी एक-दो गोलियां देकर चला कर दिया जाता था एक सप्ताह पहले हमने श्रमिक वाणी पर अपना इंटरव्यू दिया था इंटरव्यू देने से इतना फायदा हुआ कि आज सुबह एचआर वह फैक्ट्री मैनेजर दोनों ही हमारे पास आए और उन्होंने कहा कि आप ईएसआई कार्ड रिन्यू करवा कर और आपको दवाई मिलने लगेगी अब हमारी कंप्लेंट आप नहीं करेगा मैं श्रमिक वाणी का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने हमारा इतना बड़ा काम कराया खबर को हमने लोकल व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक कंपनी के एचआर वे मैनेजर को खबर शेर की थी खबर का बड़ा असर हुआ है