- यूडीआईडी कार्ड बनवाने के लिए क्या डॉक्युमेंट लगता है? - जॉब कार्ड की जानकारी दें --इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

-पीएम आवास के बारे में जानकारी चाहिए . - मनरेगा क्या होता है ? --इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

दोस्तों,14 नवंबर, 1889 को जन्मे देश के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के चहेते चाचा नेहरू के नाम से प्रचलित पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर देश भर में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है ।इस दिन न सिर्फ पंडित नेहरू को सच्चे मन से श्रद्धांजली अर्पित की जाती है, बल्कि बच्चों को उनके शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधित अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया जाता है।आइये हम भी आज उन्हें याद करें और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प करें। मोबाइल वाणी परिवार के तरफ से बाल-दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!

-इ-श्रम कार्ड के बारे में जानकारी चाहिए . -यूडीआईडी कार्ड खोने पर क्या करे . --इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

-वोटर कार्ड के लिए डॉक्यूमेंट की जानकारी चाहिए। -जन धन योजना के बारे में जानकारी चाहिए . -- इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

“प्रकृति के महत्व को अब जाने ये संसार छठ पूजा के पावन पर्व पर हो सभी का उद्धार…” “जग के कोने-कोने में ज्ञान का प्रकाश हो इस छठ पूजा हर कहीं सुख-शांति का निवास हो…” साथियों.... चार दिनों तक चलने वाली छठ महापर्व हिंदू समुदाय का एक मुख्य त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में मनाया जाता है। छठ पूजा का पर्व सूर्य देव को धन्यवाद देने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। साथियों आप सभी श्रोतागणों को मोबाइल वाणी परिवार की और से छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.....

- मूल निवास प्रमाण पत्र कैसे बनवायें - जन्म प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं -- इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

- यूडीआईडी कार्ड खोने पर क्या करे - वोटर कार्ड के लिए डॉक्युमेंट की जानकारी चाहिए - इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

-राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए कहां जाना होगा -प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं - इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।