बादल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनका ईएसआईसी कटता है। जब वो ईएसआईसी के अस्पताल में जाते है, तो अल्ट्रासाउंड के लिए लंबी लंबी तारीख जी जाती है। जिस वजह से बहुत सी परेशानियों का सामान करना पड़ता है। जब वो छुट्टी लेकर इलाज करवाने जाते है, तो कंपनी इसके पैसे काट लेती है
फरीदाबाद के मुजेसर से रामलाल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनका ईएसआईसी कटता है और जब वो इलाज के लिए जाते है, तो कंपनी वाले छुट्टी नहीं देते है। जब वो अपनी मर्ज़ी से छुट्टी लेकर इलाज के लिए जाते है, तो उनके पैसे काट लिए जाते है और ईएसआईसी में सुनवाई भी नहीं होती है। अल्ट्रासाउंड के लिए उन्हें 25 दिन बाद की तारीख दी गई, इस वजह से उन्हें बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है
आशी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ईएसआईसी के अस्पताल में सही तरीके से इलाज नहीं होता है और ढंग से दवाइयां भी नहीं मिलती है। अल्ट्रासाउंड के लिए लंबी लंबी तारीख दी जाती है और दिए गए तारीख में भी काम नहीं होता है।
नैंसी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ईएसआईसी के अस्पताल में इलाज के लिए लंबी लंबी तारीख दी जाती है। खासकर अल्ट्रासाउंड के लिए लंबी लंबी तारीख दी जाती है
बादल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जिसे कंपनी में काम करते है, वहां उनके सैलरी से ईएसआईसी के नाम से 100 रूपए काटा जाता है, लेकिन जमा सिर्फ 20 रूपए ही किया जाता है। ईएसआईसी वालो से काफी परेशान है
श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद वसीमुद्दीन बता रहे हैं कि उनके गांव बिहार में राशन कार्ड में केवाईसी का नियम निकाला गया है। जिसका लास्ट डेट दिसम्बर तक रखा गया है। वे अभी दिल्ली में रह रहे हैं। उन्होंने अपने दो बच्चों को गांव केवाईसी करवाने के लिए भेजा है जिसमे पांच से छः हजार रूपए का खर्चा है। अब यदि वे जायेंगे तो फिर उन्हें पांच से छः हजार रूपए लगेंगे। उनका कहना है ,इससे फायदा क्या होगा चार पांच किलो ही राशन मिलेगा।
मानेसर से श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका नौ महीने से ईएसआई कट रहा है। चोट लगी है मगर ईएसआई से कोई लाभ नही मिला है। अभी तक न ईलाज करवाया और न ही कोई बेनिफिट मिला है। कंपनी भी कुछ नही बताती है। परेशान किया जाता है
मानेसर से रामा देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको खांसी और चक्कर आता है। माथा दर्द से बेचैन रहती हैं। ईएसआई के डिस्पेंसरी जाने पर ठीक से नही देखते हैं और वहां कोई सुनवाई नही होती है।
आईएमटी मानेसर से शहवाज अंसारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको ईएसआई का पैसा निकालना है।एक ही कंपनी में चार साल का पैसा कटा है। बहन की शादी है और पैसा निकालने में दिक्कत हो रही है। कृपया मदद कीजिए।
हरियाणा के मानेश्वर से मोहम्मद शालिम ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि वे ईएसआई में इलाज करवाने गए थे। उन्हें पेट में और पेट के ऊपर सीना में दर्द होता है। लेकिन ईएसआई में कोई सुनवाई नहीं होता है। उनका टॉयलेट भी बहुत बदबुदार होता है। इसके लिए उन्हें मदद चाहिए