नाम -काजल कुमारी ,उम्र -23 वर्ष ,पिन कोड -811305

रितिक कुमार, उम्र 25 वर्ष, पिन कोड 811305

संजय तिवारी, उम्र 56 वर्ष, पिन कोड 811305

नाम दिनेश। उम्र 45 वर्ष। पिन कोड - 811305

प्रखंड के तीन प्रधानाध्यापक जिसमे मध्य विद्यालय जगदीशपुर के शिव शंकर रजक ,मध्य विद्यालय सिकन्दरा के भारतेंदु कुमार एवम उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक विधासगर प्रसाद का विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन कर विदाई दी गयी

जमुई जिलान्तर्गत ठंढ का मौसम एवं कम तापमान विशेष रूप से सुबह और शाम के समय जारी है जिसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है । इसे लेकर जिला पदाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा, द्वारा धारा 163 के तहत जमुई जिला के सभी सरकारी विद्यालयों(प्री- स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्रो सहित ) निजी विद्यालयों/ निजी कोचिंग संस्थानों में वर्ग 05 तक शैक्षणिक गतिविधियों पर दिनांक 11.1.2025 तक प्रतिबंध लगा दिया है। वर्ग 06 से ऊपर की कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियां पूर्वाह्न 9:30 बजे से अपराह्न 4:00 बजे के बीच पर्याप्त सावधानी के साथ जारी रहेगीl मिशन 10 तथा बोर्ड परीक्षा हेतु संचालित किए जाने वाली विशेष कक्षाओं का संचालन इससे मुक्त रहेगा l यह आदेश दिनांक 6.1.2025 से लागू होगा एवं दिनांक 11. 1. 2025 तक प्रभावी रहेगा।

खैरा प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सखी कुरा के छात्र-छात्रा पठन-पाठन के साथ विद्यालय परिसर में में पोषण वाटिका लगाकर स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर समुदाय के लोगों को जागरुक कर रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सिकन्दरा प्रखंड के उ मध्य विद्यालय कृपारामडीह के प्रधानाध्यापक सदानंद शर्मा ,उ मध्य विद्यालय पंचमहुआ के प्रधानाध्यापक रामकृष्ण चौधरी का हुआ विदाई समारोह। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के धोबहघट ग्राम से नागमणि शाह ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बिट्टू सिंह से बातचीत कर रहे है। ये कहते है कि सारे कर्मचारी के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़े ,इससे साड़ी असमानता दूर हो जाएगी। अफसरों के बच्चे निजी स्कूल में पढ़ते है ,इसीलिए सरकारी स्कूल की स्थिति सही नहीं है। शिक्षा में सुधार हुआ है लेकिन पूरी हद तक नहीं है। जिनके पास शिक्षा नहीं है ,उन्हें वंशावली का ज्ञान नहीं है। इस कारण जमीनी अधिकार से वंचित रह जाते है।