बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सविता जानकारी दे रहे हैं की सदर अस्पताल बिहारशरीफ इन दिनों दलालों और बिचौलियों का अड्डा बना हुआ है। जब संवाददाता ने इसकी गहन जांच पड़ताल की तो पता चला कि जब कोई प्रसूति महिलाएं या कोई अन्य रोगी चिकित्सा सेवा हेतु सदर अस्पताल पहुंचते है तो वहां पहले से मौजूद बिचौलिए या दलाल मरीज या उनके परिजन को बरगलाने की पूरी कोशिश करते हैं।और उन्हें मोटी रकम वसूलने वाले निजी हॉस्पिटल जाने हेतु विवश और बाध्य कर देते है । अंततः मजबूर होकर मरीज के परिजन उन्हें बाहर से इलाइज करवाने जाते हैं।और आशा कार्यकर्ता कमीशन का पैसा बसुलती हैं। यह खतरनाक खेल कई दिनों से चल रहा है।अभी कुछ दिन पहले ही प्रसव के लिए सदर अस्पताल गई महिला को आशा कार्यकर्ता नीतू ,इंदु आदि बरगला कर बड़ी पहाड़ी स्थित निजी क्लीनिक श्रेया हॉस्पिटल ले गई। जहां खूब रकम वसूल की गई। जब परिजन को महसूस हुआ कि उनसे मोटी रकम वसूल की जा रही है तब उन्होंने इसकी लिखित सूचना डीएम को दी। उसके बाद सदर अस्पताल प्रशासन की सक्रियता से रोगी को निजी क्लीनिक श्रेया हॉस्पिटल से सदर अस्पताल लाया गया फिर उसकी जान बची।इस प्रकार आए दिनों जाने अनजाने कई ऐसी घटनाएं घटती है।अब देखना है कि प्रशासनदलालों और बिजोलिया से निपटने हेतु क्या रवैया अपनाता है।वहीं सदर अस्पताल में कई आशा कार्यकर्ता ऐसे हैं जो मरीजों और उनके परिवार को बरगलाने का काम करते हैं।गहन जांच-पड़ताल के बाद कुछ आशा कार्यकर्ताओं का नाम सामने आया है इनमें सुनीता कुमारी, शोभा देवी, अनार देवी नीतू कुमारी, रंजू कुमारी , पिंकू,पार्वती देवी , मिंता कुमारी सहित कई ऐसे नाम है जो रोगियों को बरगलाने का काम करती हैं। जो भी आशा कार्यकर्ता इन रोगियों को बरगलाने का काम करती हैं उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि किसी मरीज के साथ शोषण ना हो पाए ।