बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रावधान है कि जो अत्यंत गरीब परिवार है जो गरीबी रेखा से निचे गुजर बसर कर रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का सही टेक वितरण हो इसके लिए प्रखंड स्तर पर सहायक की नियुक्ति संविदा पर की जाती है। ये सहायक गांव में जाकर पता लगाएं कि कौन लोग अत्यंत गरीब है और किसे आवास योजना का लाभ देना है,परन्तु यहाँ तो उल्टा देखने को मिलता है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पाता है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ। सहायक का काम होता है की जिनको आवास योजना का आबंटन हुआ है उनके पास जाकर या दलाल के माध्यम से सूचित करे। परन्तु यहाँ तो सहायक सूचित करते है पहले किस्त की राशि आबंटित कर दी गयी है मिठाई के लिए पैसा भेजें और अगर उन्हें नहीं दिया जाता है रिश्वत तो दूसरे किस्त एवं अंतिम किस्त की राशि नहीं भेजी जाती है और प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य अधूरा रह जाता है एवं गरीबों को पक्का माकन नसीब नहीं हो पता है