आपदा राहत के दौरान भी महिलाओं की स्थिति चुनौतीपूर्ण रहती है। राहत शिविरों में कई बार अकेली महिलाओं, विधवाओं या महिला-प्रधान परिवारों की जरूरतें प्राथमिकता में नहीं आतीं। तब तक आप हमें बताइए कि , *--- जब किसी महिला के नाम पर घर या खेत होता है, तो परिवार या समाज में उसे देखने का नज़रिया किस तरह से बदलता है? *--- आपके हिसाब से एक गरीब परिवार, जिसके पास ज़मीन तो है पर कागज नहीं, उसे अपनी सुरक्षा के लिए सबसे पहले क्या कदम उठाना चाहिए?"? *--- "सिर्फ 'रहने के लिए छत होना' और उस छत का 'कानूनी मालिक होना'—इन दोनों स्थितियों में आप एक महिला की सुरक्षा और आत्मविश्वास में क्या अंतर देखते हैं?"
उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड के त्रिभुवनपुर से अमृता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हे कोई सरकारी सुविधा नहीं मिली है। आवास की सुविधा नहीं मिली है
उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड के त्रिभुवनपुरा से गुड़िया मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें आवास की सुविधा नहीं मिला है।
उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड से गिरजा शंकर मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इन्हें कोई सरकारी सुविधा नहीं मिला है। सड़क की सुविधा नहीं मिली है। आवास और शौचालय की सुविधा नहीं मिला है। इनकी माता का पेंशन भी नहीं बना है
उत्तरप्रदेश राज्य से सीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें कोई सरकारी सुविधा नहीं मिला है। सड़क की सुविधा नहीं है। आवास और शौचालय की सुविधा नहीं मिला है।
उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड के त्रिभुवनपूर से गीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि इन्हें कोई सरकारी सुविधा नहीं मिला है। सड़क की सुविधा नहीं है। आवास और शौचालय की सुविधा नहीं मिला है
Transcript Unavailable.
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नाम अंजू। उम्र 40 साल।हनुमान परड़ा मिर्जापुर।
नाम - काजल देवी , पिन कोड - 221301, उम्र - चालीस साल
