उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का अर्थ तह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं सभ्य कार्य और सामाजिक सुरक्षा में समान रूप से भाग ले सकें और लाभ उठा सकें ।आर्थिक रूप से सशक्त बनने के क्रम में महिलाओं के सामने कई चुनौतियां है। जैसे- पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कम मजदूरी मिलना,ग्रामीण महिलाओं के लिए अनुकूल नौकरियों की कमी,समाज में महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न,इत्यादि।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 2022 में दहेज से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई, जहाँ अधिकारियों के पास दो हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। भारत में इसे दहेज या वर दक्षिणा के रूप में भी जाना जाता है। इसे दुल्हन के परिवार द्वारा नकद या वस्तु के रूप में दुल्हन के साथ दूल्हे के परिवार को दिया जाता है। दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई है,जो महिला के प्रति अकल्पनीय यातना और अपराधों को जन्म देती है। ये बुराई समाज के सभी वर्गों में व्याप्त है,लेकिन जागरूकता और शिक्षा की कमी के कारण गरीब ही ज्यादा पीड़ित होते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमें आधुनिक युग में प्रवेश तो कर गए हैं। लेकिन हमने अभी तक सामाजिक संबंधों के निर्माण के लिए एक आधुनिक दृष्टिकोण विकसित नहीं किया है। संबंधों की शुरुआत आज भी दहेज देने और लेने से होती है, जबकि दहेज लेने और देने के खिलाफ कानून है। समाज का कोई भी वर्ग दहेज को ना नहीं कहता है। हमारा ध्यान दहेज के मामले की ओर तब जाता है, जब एक लड़की दहेज़ के लिए हिंसा का शिकार होती है या जब दहेज़ के लिए उसकी बलि चढ़ा दी जाती है। आँकड़ों के मुताबिक औसतन एक घंटे में एक महिला की हत्या दहेज़ के लिए कर दी जाती है

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत में कन्या भ्रूण हत्या व्यवहारिक और सामाजिक रूप से स्वीकार्य है। कन्या भ्रूण हत्या को प्रेरित करने के लिए कई कारण हैं,मगर सबसे महत्वपूर्ण कारण दहेज़ प्रथा है।कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए जरुरी है महिलाएं सामाजिक सुरक्षा कार्य में सामान रूप से भाग लें और खुद के लिए आवाज उठाएं।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि दहेज प्रथा को रोकने के लिए,हमें अपनी बेटियों को शिक्षित करना होगा और उन्हें अपने करियर के लिए भी प्रोत्साहित करना होगा। साथ ही बेटियों को स्वतंत्र और जिम्मेदार होना सिखाएं। अपनी बेटी के साथ बिना किसी भेदभाव के समान व्यवहार करें। दहेज देने या लेने की प्रथा को प्रोत्साहित न करें। दहेज़ प्रथा को समाप्त करने के लिए सरकार ने 1961 के अधिनियम के तहत लोगों को दहेज़ लेने से रोकने का कानून बनाया था।दुल्हन की ओर से जो भी पैसा या संपत्ति दी जाए, उसे स्वीकार नही किया जाना चाहिए, लेकिन उसका कभी पालन नही हुआ। भारत दुनिया का एकमात्र बड़ा देश है जहाँ लड़कों की तुलना में लड़कियों की मृत्यु अधिक होती है।यहां अजन्मी लड़कियों का अवैधरूप से गर्भपात कराया जाता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत में दहेज से होने वाली मौतों में वृद्धि महिलाओं में बढ़ती दहेज और ऑनर किलिंग के बारे में बढ़ती चिंता से भी जुड़ी हुई है, जहां उन्हें धन और दर्जा हासिल करने के साधन के रूप में भी देखा जाता है। इससे महिलाओं और लड़कियों के महत्व में कमी आती है और उनके खिलाफ हिंसा में वृद्धि होती है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

नीलू पांडे की सभी श्रोताओं को नमस्कार, बलरामपुर फ्रेंड्स से नीलू पांडे की रिपोर्ट, आज हम राजीव जी की डायरी के बारे में जानेंगे। दहेज प्रथा भ्रूण हत्या का एक महत्वपूर्ण कारण है। समाज को इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाएं पुरुषों के साथ हर क्षेत्र में मुकाबला तो कर रही हैं,मगर अब तक महिलाओं को बराबरी का हक़ नही मिल सका है।महिलाएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन कर रही हैं। फिर भी महिलाओं को अपनी क्षमता के अनुसार अधिकार नहीं मिल पाया है। महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होकर मानसिक रूप से भी सशक्त होना होगा ताकि वे अपने लक्ष्यों तक पहुँच सकें।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कन्या भ्रूण हत्या का मुख्य कारण बालिका शिशु के मुकाबले बालक शिशु की प्राथमिकता है।सामान्य गलतफहमी है कि पुत्र आय का श्रोत होता है और बेटी उपभोग के लिए होती है। बेटा अपने माता-पिता की सेवा करते हैं ,जबकि लड़कियां पराया धन होती हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज में महिलाओं के प्रति भेद-भाव आम बात है। महिलाओं पर तरह-तरह के अत्याचार किये जा रहे हैं। कानूनों के बावजूद, पुरुष श्रेष्ठता की गलत अवधारणा समाज के लिए खतरनाक है। महिलाओं के साथ भेदभाव करने वाली प्रथाओं के उन्मूलन एवं घटते लिंग अनुपात से निपटने की आवश्यकता है। इन कुरीतियों के खिलाफ मीडिया, पत्रकारों, गैर सरकारी संगठनों, डॉक्टरों और महिला संगठनों ,इत्यादि को साथ खड़े होने की आवश्यकता है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।