उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर से प्रियंका देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे देश में भ्रूण हत्या के मामले बढ़ते ही जाते हैं। इसके कई कारण है। लेकिन इसका सबसे मुख्य कारण है, दहेज़ प्रथा अगर समाज से दहेज़ प्रथा खत्म कर दी जाये। तो कई नन्ही जानें बचाई जा सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर से प्रियंका देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे देश में भ्रूण हत्या के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका कारण यह नहीं की लोग जागरूक नहीं। आज के समय में पढ़े लिखे लोग ही इस काम को ज्यादा करते हैं। एक महिला को बेटी जन्म देने पर प्रताड़ित किया जाता है। जबकि महिला की इसमें कोई गलती नहीं होती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से लक्ष्मी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि भ्रूण हत्या नहीं होना चाहिए। यह एक दंडनीय अपराध है

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि जो भी सरकार बने, अगर वे महिलाओं के बारे में सोच रहे हैं, अगर वे महिलाओं को सहायता दे रहे हैं, तो हमारे भारत में महिलाओं का महत्व और बढ़ेगा। आम तौर पर ऐसी बहुत सी महिलाएं होती हैं जो कहीं आठ घंटे की ड्यूटी करती हैं और फिर आती हैं और आठ घंटे घर का काम करती हैं, इसलिए यह ठीक है और लोग महिलाओं को महत्व नहीं देते हैं। सरकार को महिलाओं की देखभाल करनी चाहिए और उनकी रक्षा करनी चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि उन्हें पक्ष-विपक्ष कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। साथ ही उन्होंने बताया कि महिला हिंसा पर रोक लगनी चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान सरकार के द्वारा चलाया गया है। यह बहुइट अच्छी योजना है

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाएं पुरुषों के साथ हर क्षेत्र में मुकाबला तो कर रही हैं,मगर अब तक महिलाओं को बराबरी का हक़ नही मिल सका है।महिलाएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन कर रही हैं। फिर भी महिलाओं को अपनी क्षमता के अनुसार अधिकार नहीं मिल पाया है। महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होकर मानसिक रूप से भी सशक्त होना होगा ताकि वे अपने लक्ष्यों तक पहुँच सकें।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कन्या भ्रूण हत्या का मुख्य कारण बालिका शिशु के मुकाबले बालक शिशु की प्राथमिकता है।सामान्य गलतफहमी है कि पुत्र आय का श्रोत होता है और बेटी उपभोग के लिए होती है। बेटा अपने माता-पिता की सेवा करते हैं ,जबकि लड़कियां पराया धन होती हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।