उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि बलरामपुर जिले में मनरेगा के तहत गांव के पश्चिमी हिस्से में एक बांध बनाया गया है। यदि इस बाँध के चारों ओर एक पेड़ लगाया जाता है, तो यह अच्छा होगा। सबसे पहले बांध के जमीन पर वृक्ष लगाना चाहिए इसके कई फायदे है । अगर एक वृक्ष लगाया जाता है, तो लोग शाम को और सुबह किसी भी तरह से चले जाते हैं। इसलिए वे एक अलग नज़ारा देखेंगे, तीसरी बात जो उनका अपना वातावरण है, वह वातावरण वृक्ष की सुंदरता के साथ और भी बेहतर हो जाएगा।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है । यह भी ध्यान देने योग्य है कि वर्तमान में चुनाव चल रहे हैं और हर पार्टी महिलाओं को लुभाने के लिए एक-से-एक योजनाएं शुरू कर रही है। महिलाएँ आठ घंटे काम करती हैं और फिर आठ घंटे तक घर की देखभाल करती हैं।महिलाओं को भी आगे आने का मौका दिया जाना चाहिए और सरकार को भी हमारी महिलाओं को ऐसी योजना देने का विकल्प चुनना चाहिए जिससे महिलाओं को सीधा लाभ हो।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से वीर बहादुर यादव, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि जो भी सरकार बने, अगर वे महिलाओं के बारे में सोच रहे हैं, अगर वे महिलाओं को सहायता दे रहे हैं, तो हमारे भारत में महिलाओं का महत्व और बढ़ेगा। आम तौर पर ऐसी बहुत सी महिलाएं होती हैं जो कहीं आठ घंटे की ड्यूटी करती हैं और फिर आती हैं और आठ घंटे घर का काम करती हैं, इसलिए यह ठीक है और लोग महिलाओं को महत्व नहीं देते हैं। सरकार को महिलाओं की देखभाल करनी चाहिए और उनकी रक्षा करनी चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि उनके गाँव में पेयजल एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। गाँव में शुद्ध पानी की पूर्ण व्यवस्था नहीं है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान सरकार के द्वारा चलाया गया है। यह बहुइट अच्छी योजना है

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से पूजा यादव , मोबाइल वाणी के माध्यम से मनरेगा का मुख्य उद्देश्य के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे है। मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार दिया जाता है। मनरेगा का उद्देश्य है टिकाऊ संम्पत्ति बनाना। मनरेगा के तहत लोगों को आवेदक के निवास से लगभग 5 किलोमीटर तक रोजगार दिया जाता है और न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाता है। 2 अक्टूबर 2009 को नरेगा का नाम बदल कर मनरेगा कर दिया गया था।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत मनरेगा कार्यों की निगरानी मेट करती है। इसके लिए 50 श्रमिकों के ऊपर एक मेट तैनात की जाएगी। यह मनरेगा मेट गांव में बनाए गए महिलाओं के समूह में से एक महिला का चयन किया जाता है। शर्त यह है कि महिला कम से कम दसवीं पढ़ी हो।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में बेटियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित नही किया जाता है। बेटियों का काम होता है घर संभालना और अपने छोटे भाई-बहन का देखभाल करना।पहले दहेज़ के डर से लड़कियों को मार दिया जाता था और लड़का होने पर उत्साह मनाया जाता था। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना कहती है कि बेटियों पर बहुत अधिक अत्याचार न करें। बेटा और बेटी दोनों को समान दर्जा और शिक्षा दिया जाना चाहिए। आज भी बेटियों को कम मानते है और बेटों को ज्यादा माना जाता है।