उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 2022 में दहेज से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई, जहाँ अधिकारियों के पास दो हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। भारत में इसे दहेज या वर दक्षिणा के रूप में भी जाना जाता है। इसे दुल्हन के परिवार द्वारा नकद या वस्तु के रूप में दुल्हन के साथ दूल्हे के परिवार को दिया जाता है। दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई है,जो महिला के प्रति अकल्पनीय यातना और अपराधों को जन्म देती है। ये बुराई समाज के सभी वर्गों में व्याप्त है,लेकिन जागरूकता और शिक्षा की कमी के कारण गरीब ही ज्यादा पीड़ित होते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।