Namaste मेरा नाम पूजा है , में घाट के बालाजी बस्ती से हूँ . पिछले एक साल से में और मेरी दूसरी साथी अंजलि मिल के जयपुर वाणी पर आये कॉल्स को मॉडरेशन पर पब्लिश करते आये है । हाल hi एक ट्रेनिंग जो IVRS aur क्लाइमेट चेंज के ऊपर हुई थी इस में हमने सीखा की जयपुर वाणी से न केवल हम नए जानकारी ले सकते हैं बल्कि हम उस पर मौसम सम्बंधित जनकरी और बचाव के उपाए भी जान सकते हैं। अपनी शिकायतों के साथ साथ हम किसी भी विषय पर इनफार्मेशन ले सकते हैं और अपने सवाल जयपुर वाणी पर साँझा कर सकते हैं इस ट्रेनिंग से हमने काफी नै चीजे सीखी की कंटेंट तैयार करने से पहले किन चीजों का धियान रखना होता है और कॉल पब्लिश करते समय किन पॉइंट्स को धियान में रखना होता है

नमस्ते मेरा नाम सीमा है और में जवाहर नगर से हूँ अभी हाल ही में हम ने IVRS और क्लाइमेट चेंज पर मीटिंग और ट्रेनिंग अटेंड की थी जिसमे हमे जल वायु परिवर्तन के बारे में जानकारी मिली और इस पर में बतया गया की जयपुर के माधियम से हम मौसम परिवर्तन और जलवायु सम्बंधित जानकारी ले सकते हो। साफ़ सफाई के साथ साथ हमे आपदा आने से पहले की तयारी के बारे में भी जानकारी मिल सकती है।

मौसम विभाग केंद्र द्वारा दिए जाने वाले कलर कोड्स के अनुसार आपदा की चेतावनी के पैमाने को समझने के लिए श्री मान राधेश्याम सर ने इन कलर कोड के मायने बताये और इसको समुदाय के साथ जयपुर वाणी से साँझा किया

पिछले सप्ताह में वार्ड 123 में समुदाय के साथ पानी और पानी से सम्बंधित आपदा पर चर्चा हुई, उसी विषय को देखते हुए जल विभाग ने बीसलपुर पाइपलाइन पर होने वाले काम के बारे में सन्देश साँझा किया है, इस में उन्होंने ने बीसलपुर पाइपलाइन डलने में होने वाली विलंबता के बारे में चर्च की ह। साथियो आप से निवेदन है की पानी की कमी आने से पहले ही आस पास के वाटर बॉक्स में टैंकर की सुविधा के लिए पहल करे और पानी का सदुपयोग करे।

नमस्ते साथियों , जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है में भगवती देवी घाट के बालाजी से साँझा कर रही है की उनकी बस्ती में पानी की बहुत समस्या है लेकिन इस समाया में भी हम पानी के लिए बहुत दूर जाते है |

नमस्ते साथियों , जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है में छोटी देवी जग्गा की बावड़ी से साँझा कर रही हु की मेरा घर पहाड़ के नीचे है और मेरे घर में शौचालय नही है तो हम बहार जंगल में शौच के लिए जाते है जहा हमें जंगली जानवरों का खतरा रहता है |

नमस्ते साथियों , जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है | मेंरा नाम गीता देवी है एवं झलाना कुंडा बस्ती वार्ड 113 से साँझा कर रही हू की हमारी बस्ती में नई बीसलपुर की पाइप लाइन तो डाल दी गयी है न्लेकिन पानी की समस्या अभी भी बनी हुई है ऊचाई वाले घरो तक तो पानी की पहुच बहुत कम है

नमस्ते साथियों जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है मेरा नाम संतोष देवी है में बंजारा बस्ती में जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतिया साँझा कर रही हू की बारिश के दिनों में हमारे घरो में पानी भर जाता है तो हमें वहुत सारी चुनोतियो का सामना करना पडता है हमारी बस्ती में शौचालय भी नही है तो हमें खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है |

नमस्ते साथियों , जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है में वंदना सिंह महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता UPHC झालाना डूंगरी से आपको ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे की शुभकामनाएं देती हू आज हम ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे पर चर्चा करेंगे और अपने कार्यव्यवहार में इसकी प्राथमिकता सुनिश्चित करेंगे |

इस अभियान का मुख्य उदेश्य क्या है ? इस अभियान के तहत भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण किया जाना है। जिन घरो में जगह की उपलब्धिता न हो वहा समुदायक शौचालिय का निर्माण होने का एक विकल्प है, ऐसे शौचालिय सबकी पहुंच में होऔर सभी के उपयोग के लिए सहज हो जैसे बुजुर्ग, विकलांग जन, गर्भवती व् धात्री महिला, ट्रांस पर्सन, समुदाय सभी के लोग आदि | शौचालय को सीवर चेंबर या सेप्टिक टैंक से जोड़ना चाहिए एवं शौचालय की लाइन को खुले नाले में न छोड़े| 3 साल की अवधि में चैम्बर खली करवाना और मलगाद प्रबंधन को बढ़ावा देना है । इस अभियान के अंदर खुले में शौच यानि खुले में मल त्याग को समाप्त करना है। उस शहर या गॉव को ODF++ (खुले में शौच मुक्त ) घोषित करना है । कचरा प्रबंधन यानि गीले सूखे कचरे को अलग करके सही निपटान करना है, और तकनीक का इस्तमाल करके अपशिष्ट को पुनः उपयोग करने को बढ़ावा देना है । हाथ से मैला ढोने को रोकना है। सफाई कर्मचारी द्वारा सीवर या सेप्टिक टैंक, सार्वजनिक सड़कों और शौचालयों से मानव मल को हाथ से हटाने पर रोक लगाना। सेफटी किट यानि सुरक्षा किट पहने को बढ़ावा देना है, और सीवर या सेप्टिक टैंक में सफाई कर्मचारी के सीधे उतरने पर रोक लगाना है। शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे रखना है, लोगों की मानसिकता और व्यवहार में परिवर्तन को बढ़ावा देना है। किचन और बाथरूम में जाली का प्रयोग करना । इस्तमाल किये गए नैपकिन, शम्पू के पाउच, बाल आदि को सीवर में न जाने देना | सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तमाल नहीं करना । प्लास्टिक बैग की जगह कपडे के बैग को उपयोग में लेना ।