नमस्ते साथियो जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है राजस्थान मौसम अपडेटः 16 फरवरी एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 19 फरवरी को उत्तर-पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र (Induced Cyclonic circulation) बनने की प्रबल संभावना है। इसके प्रभाव से 19-20 फरवरी को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में गरज-चमक (Thunderstorm, lightning) के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। धन्यवाद

नमस्ते साथियो मेरा नाम पूजा है और आज हम बात करेंगे की सेनेटरी पेड का निपटान कैसे करे। अक्सर आपने देखा होगा सेनेटरी नैपकिन जैसे मेडिकल कचरे को अक्सर हम घर से निकलने वाले कचरे के साथ मिक्स करके, कचरे की गाड़ी में डाल देतें है | तोह क्या ये निपटान का तरीका सही है ? आइये जानते हैं, सेनेटरी पैड का निपटान कैसे करें? सैनिटरी पैड निपटान पर सही जानकारी होना स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है | ज्यादातर घरों में सूखे और गीले कूड़े के लिए अलग-अलग कंटेनर या कचरा पात्र होते हैं। इस्तमाल किये गए सैनिटरी नैपकिन के लिए कोई भी पक्ष जिम्मेदार नहीं है। ये कचरा परियवर्ण के साथ साथ जानवरो के लिए भी हानिकारक माना जाता है। सैनिटरी पैड को सुरक्षित रूप से निपटाने में पहला कदम उनके लिए एक अलग कचरा पात्र रखना है यह न केवल बदबू, बैक्टीरिया और मक्खियों को दूर रखेगा, बल्कि उन्हें ढक कर भी रखेगा और साथ ही ये जानवरो की पहुंच से भी दूर रहेगा | सही निपटान के लिए जब आप हर तीन घंटे में नैपकिन चेंज कर रहे हैं तोह सेनेटरी पेड को सावधानी से रोल करें और इसको अख़बार में लपटे। नैपकिन के लिए अलग डस्टबिन या थैले में नैपकिन और नए पेड के कवर को डाले। यदि आप कपडे का इस्माल करते हैं और उसे दुबारा उपयोग में नहीं लेने वाले हैं तोह इसे भी इसी प्रकार कागज में लपेट के अलग डस्टबिन में डाले | हमने देखा की कुछ बस्ती जैसे गेटोर की छतरियों में किशोरिया सूती कपडे से बने पेड का इस्तमाल करती हैं, जिसे साबुन से धो कर, तेज़ धुप में सूखा कर दुबारा इस्तमाल में लिया जा सकता हैं। आप ध्यान रखे की कपडे से बने पेड या कपडे का तेज़ धुप में सुखना जरुरी है, ताकि इसका सुरक्षित रूप से दुबारा इस्तमाल किया जा सके। कई बार किशोरी और महिलाये, पेड़ को अँधेरे या रात में धो कर सुबह इस्तमाल में ले लेती है । तेज़ धुप लगने से कड़पे में छुपे बैक्टरिया मर जाते हैं तोह कृपया कपडे को तेज़ धुप में सूखा कर ही दुबारा इस्तमाल में ले । आप चाहे तो कागज के थैले या पेपर बैग में भी वेस्ट सेनेटरी पैड को इकट्ठा कर सकती हैं | यह सेनेटरी पेड वाले एकत्रित कूड़े को बाकी सूखे/गीले कूड़े के साथ मिश्रित होने से बचाएगा। याद रखे की इकट्ठा सैनिटरी नैपकिन के थैले को कचरे की गाड़ी में ही डाले | इसे टॉयलेट में फ्लश न करे क्योंकि वे सीवर और पाइपलाइन को जाम कर सकता हैं। आपने पाया होगा की अंतिम दिन में हम ये सोचते हैं की पेड साफ़ ही है और उसे बिना परवाह किये बिना कागज में लपेटे हुए सीधे डस्टबिन में डाल देते हैं लेकिन ये समझना जरुरी है की पेड का ये सही निपटान का तरीका सही नहीं है, इस लिए पेड को हमे उसी प्रकार से निपटान करना है जैसे हम माहवारी के अन्य दिनों में करते है। सुलभ शौचालिये में नैपकिन बदलते पर इसका डिस्पोसे आप इंसीनिरेटर मशीन के द्वारा भी कर सकते हैं। यहाँ आपको इसे अख़बार में लपेटने की जरूरत नहीं है। इंसीनेटर मशीन में इस्तेमाल किये गए पेड़ को रोल करके डाले इकठ्टे हुए नैपकिन दिन के अंत में एक साथ लाल बटन दबाने से मशीन में ही नष्ट हो जाते हैं । अगर आप स्कूल टीचर या विद्यार्थी हैं तोह यहाँ आप एक सेनेटरी नैपकिन गड्ढे का निर्माण कर सकते हैं जहा सामूहिक रूप से इकठ्टे हुए नैपकिन का निपटान स्कूल में सहायका के साथ मिल कर सकते हैं। जब आप घर पर होते हैं तो सैनिटरी पैड का निपटान करना आसान होता है, और आप इसे अपनी सुविधा अनुसार निपटान कर सकते हैं। साथियो…. आप जान गए हैं की नैपकिन का सही निपटान घरलू स्तर पर कैसे करना है। आप नैपकिन के निपटान के लिए कोनसा तरीका इस्तमाल करते हैं हमे जरूर बताये, हो सकता है की सेनेटरी पेड के निपटान से जुड़े और सवाल आपको परेशान कर रहे होंगे जिसे आप नंबर ३ दबा हम से साँझा कर सकते हैं| हम आपको फिर मिलेंगे और जानकारियों के साथ तब तक के लिए धन्यवाद !

मौसम विभाग केंद्र द्वारा दिए जाने वाले कलर कोड्स के अनुसार आपदा की चेतावनी के पैमाने को समझने के लिए श्री मान राधेश्याम सर ने इन कलर कोड के मायने बताये और इसको समुदाय के साथ जयपुर वाणी से साँझा किया

नमस्ते ,मेरा नाम सीता नायक हैं , मैं बाई सी की ढाणी से जयपुर वाणी पर साझा कर रही हु की मेरे बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की जानकारी देने की कृपया करे।

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Oct. 3, 2023, 12:32 p.m. | Tags: information   scheme   government   birth certificate  

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नमस्ते साथियो, जयपुर वाणी पर आपका स्वागत है। हर साल 28 मई का दिन दुनियाभर में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद महिलाओं को सुरक्षित महावारी के फायदों से अवगत कराने के साथ ही इसके बारे में खुलकर बात करने को बढ़ावा देना है। लेकिन सथियो क्या आप जानते है की ट्रांस पुरुष - यानि महिला से पुरुष में परिवर्तित हुए साथियो को भी महावारी आती है और माहवारी पर खुलके बोलने का अधिकार उनका भी है। उनके माहवारी से जुड़े मुद्दे भी आमजन के मुद्दों के समान होते है किन्तु माहवारी से जुडी सुविधाओं का लाभ उतना उनके लिए आसान नहीं होता। इसी बात को समझने, उनकी बातो को सुनने और सब तक ये जानकारी पहुंचने के लिए जयपुर वाणी आपके सामने उनकी कहानी ला रहा है तोह साथियो जल्द ही सुनते है सुरक्षित महावारी पर ये कार्येक्रम,जो आने वाला है 26 मई को दोपहर २ बजे। हमे जरूर सुने। सुरक्षित महावारी और स्वछता के इस दिन के लिए सभी को ढेरो शुभकामनाये। धन्यवाद।

राज्य में दिनांक 23 से 25 मई को कुछ स्थानों पर अंधड़_मेघ गर्जन_ओलावृष्टि की प्रबल संभावना | 24 मई, आपके क्षेत्र में 0900-1200 बजे के दौरान तीव्र गरज चमक के साथ आँधी 40-50 Kmph ओलावृष्टि बारिश की संभावना है। कृपया सावधानी बरतें।आपदा प्रबन्धन,विभाग.राजस्थान

तीजा सुदामापुरी से जयपुर वाणी पर बता रहे है की पाहते नही आती थी लेकिन जयपुर वाणी पर कॉल करने के बाद से कचरे की गाड़ी आने लग गई है

सीमा जवाहर नगर टीला 3 से जयपुर वाणी पर साझा कर रही है की पर्यावरण पर जानकारी देना चाहती है

सपना जवाहर नगर टीला न 3 से जयपुर वाणी पर साझा कर रही है की बस्ती में बीसलपुर का पानी अच्छा आता है