झारखण्ड राज्य के रांची जिला के बुढ़मू लोकसभा चुनाव को लेकर बुढ़मू थाना मोड़ में वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पदाधिकारीयों के साथ बुढ़मू पुलिस ने वाहनों में ले जा रहे सामनों की जांच की। वही वाहन का डिक्की सहित में जा रहे लोगों का बैग की जांच की गई।वाहन चेकिंग अभियान में बुढ़मू अंचलाधिकारी सच्चिदानंद वर्मा एवं बुढ़मू प्रखंड विकास पदाधिकारी व बुढमू पुलिस बल के जवान शामिल थे। जानकारी के अनुसार वाहन चेकिंग अभियान आगे भी चलाया जाएगा।

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मैक्लुस्कीगंज में लगातार चलाया जाएगा चेकिंग अभियान. मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों सघन मोटर साइकिल चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. अभियान में ट्रिपल लोड बाइक चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. साथ ही बिना हेलमेट, बिना लाइसेंस व तेज़ गति से बाइक चलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है. मैक्लुस्कीगंज थाना के सअनि दिनेश कुमार मंडल ने अभिभावकों व क्षेत्र वासियों से एक अपील की है कि बाइक अथवा अन्य किसी तरह का वाहन अपने बच्चों को न दे, अत्यंत जरूरी पड़ने पर भी लापरवाही न बरतें. उन्होंने कहा कि इन दिनों दुर्घटना में मृत्य डर बढ़ रही है, इसी के मद्देनजर वरीय पदाधिकारियों के दिशा निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. बताया कि बिना हेलमेट, बिना लाइसेंस व ट्रिपल सवारी सहित उपरोक्त किसी तरह की लापरवाही में पकड़े जाने पर (एमवी) मोटर वेहिकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी, जिसके बाद फाइन कटेगा और चालान सीधे घर पहुंचेगा.

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रांची : झारखंड से हज यात्रा 2024 के लिए पूर्व की भांति इम्बार्केशन प्वाइंट रांची करवाने को लेकर मरहबा ह्यूमन सोसायटी का प्रतिनिधिमंडल पूर्व उप-मुख्यमंत्री सह आजसू पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री सुदेश कुमार महतो से उनके आवास पर मिले और मांग पत्र सौंपा। मरहबा ह्यूमन सोसायटी के सचिव मो नेहाल अहमद ने बताया कि झारखंड कि राजधानी रांची को इम्बार्केशन प्वाइंट वर्ष 2009 में बनाया गया था और तब से लेकर वर्ष 2019 तक लगभग हर वर्ष 3000- 3200 हज यात्री हज करने के लिए रांची से जेद्दा फ्लाइट से जाए करते थे। लेकिन कोविड -19 के कारण वर्ष 2020-2021 में हज यात्रा पर रोक लग गया और आवेदन करने के बावजूद यात्री हज में यात्री नही जा सके, इधर वर्ष 2022 में रांची से इम्बार्केशन प्वाइंट हटा दिया गया और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) बना दिया गया और झारखंड के लगभग 3000 हज यात्रियों को आर्थिक मानसिक शारीरिक परेशानियों का सामना करते हुए हज के लिए कोलकाता से जेद्दा जाना पड़ा। वर्ष 2023 में दोबारा रांची को इम्बार्केशन प्वाइंट बनाकर जेद्दा के लिए सीधी फ्लाइट हज यात्रियों को उपलब्ध कराने का घोषणा किया गया और हज आवेदन के साथ पैसे भी लिए गए लेकिन अंतिम समय में रद्द कर दिया गया। जिसके कारण झारखंड के हज यात्रियों को शारीरिक और आर्थिक नुकसान के साथ कोलकाता से जेद्दा हज यात्रा में जाना पड़ा। उन्होंने बताया देश के लगभग सभी राज्यों में इम्बार्केशन प्वाइंट है और वर्ष 2009 से 2019 तक झारखंड रांची में भी हुआ करता था लेकिन केन्द्र एवं राज्य सरकार के उपेक्षा के कारण रांची को इम्बार्केशन प्वाइंट नही बनाया जा रहा। *पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुदेश महतो* ने झारखंड के हज यात्रियों कि परेशानियों पर चिंता जताते हुए कहा कि हज यात्रियों को अपने राज्य से ही हज यात्रा में जाने का अवसर मिलनी चाहिए, रांची में इम्बार्केशन प्वाइंट फिर से मिले ताकि फ्लाइट से हजयात्री रांची से सीधे जेद्दा जाए इसके लिए पूरा प्रयास करुंगा। उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी के तरफ से एक प्रतिनिधि मंडल केन्द्रीय उड्डयन मंत्री और राज्यपाल से जल्द मिलेंगे।

मैक्लुस्कीगंज 16 फरवरी 2024 फोटो 2 - छाया घना कोहरा. अस्त व्यस्त आम जनजीवन. मैक्लुस्कीगंज में दूसरे दिन भी छाया रहा कोहरा, बढ़ी ठंड. शुक्रवार प्रातः 5 बजे से मैक्लुस्कीगंज एवं आसपास के नावडीह, हेसालौंग, लपरा, मायापुर, चीनाटांड़, जोभिया, दुल्ली सहित अन्य जगहों पर कोहरे के प्रकोप रहा. घने कोहरे से वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही. कोहरे के कारण ट्रेनों की भी रफ्तार धीमी रही. विद्यार्थियों को भी समय पर विद्यालय पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा. मैक्लुस्कीगंज का न्यूनतम तापमान दस डिग्री के आसपास रहा. घना कोहरा से विजिबिलिटी भी 15 मीटर के लगभग रहा. दिन के लगभग 10 बजे खिली धूप से लोगों ने राहत की सांस ली. दिन भर मौसम खुशनुमा रहा.

रांची/ बुढ़मू : बुढ़मू प्रखंड क्षेत्र के ठाकुरगांव के पास एक चार चक्का वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। जिससे वाहन पलटने से वहन में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

मैक्लुस्कीगंज 14 फरवरी 2024 फ़ोटो 4 - मैक्लुस्कीगंज रेवले फाटक, और लगी जाम. मैक्लुस्कीगंज रेलवे फाटक गेट में जाम , राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य पथ पर बने रेलवे फाटक नम्बर 8/ए/टी पर लगे इंटर लॉकिंग गेट है. साप्ताहिक बाजार रहने से भीड़ ज्यदा रहती है. समय लगभग 5:30 फाटक को बन्द किया गया, रेल के गुजरने के बाद जब गेटमैन ने गेट खोलने की कोशिश की तो एक तरफ का ही गेट खुला वहीं दूसरी तरफ टेक्निकल फॉल्ट के चलते नहीं खुला. जिससे वाहनों की काफी लंबी जाम में लोग फंस गए. लगभग आधा घंटा के बाद किसी तरह से गेट खुला तो आमने सामने जाने वालों की कतार थी. किसी तरह प्रशासन की पहल व सूझबुझ से जाम को हटाया गया. ज्ञात हो कि मैक्लुस्कीगंज पर्यटन के साथ साथ एजुकेशन हब के नाम से भी जाना जाता है, पूरे राज्य से छात्र गंज में रहकर पठन पाठन का कार्य करते है. उधर मुख्य पथ रहने से एम्बुलेंस का भी आवागमन होता रहता है. बराबर रेलवे फाटक जाम रहने से सभी वर्गों के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

मैक्लुस्कीगंज  7 फरवरी 2024 फ़ोटो 1 - कोयला धुलाई में लगे हाइवा डम्फर. मैक्लुस्कीगंज के रास्ते हाइवा डम्फर से कोयला ट्रांसपोर्टिंग से आम जनों को हो रही है परेशानी. इन दिनों मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के बघमरी, हेसालौंग, कोनका, लपरा के रास्ते कोयला ट्रांसपोर्टिंग चरम पर है. कोयला ढुलाई में लगभग दो दर्जन से अधिक हाइवा डम्फर को लगाया गया है, जिससे उक्त मार्ग पर चलने वाले राहगीरों व आमजनों को धूल गर्द, ट्रैफिक आदि भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वहीं विद्यालय जाने वाले विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि मैक्लुस्कीगंज पर्यटन के साथ साथ एजुकेशन हब के नाम से विख्यात है. एक ओर जहां देश विदेश से पर्यटकों का आना जाना पूरे वर्ष मैक्लुस्कीगंज में लगा रहता है, वहीं गंज स्थित शिक्षण संस्थानों में झारखंड सहित अन्य राज्यों से विद्यार्थी छात्रावासों में रहकर पठन पाठन करने में लीन है. विद्यालय आवागमन में परेशानी का सबब बना हुआ है. दुर्घटना का भी संभावना बनी रहती है. इस बाबत रांची जिला ग्रामीण महामंत्री प्रीतम कुमार साहू, जितेन्द्रनाथ पांडेय, भाजपा खलारी मंडल संयोजक रामसूरत यादव, समाजसेवी रामबिलास गोप सहित अन्य ने विद्यार्थियों ग्रामीणों व आमजनों की समस्याओं से स्थानीय प्रशासन को अवगत कराते हुए हाइवा डम्फर से कोयला धुलाई पर अंकुश लगाने की मांग की है. साथ ही विद्यालय के समय व छुट्टी के समय बड़े वाहनों के परिचालन पर नो एंट्री लगाने की मांग की है. 

एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।