Transcript Unavailable.

झारखंड राज्य के चतरा जिला से ममता कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताई की जानकारी बहुत फायदेमंद रहा जैसे रासन कितना वितरण करनी है और प्रवाशी मजदूरों का कैसे पंजीकरण करनी है |

झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखंड से अनीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वह अपने पंचायत की मुखिया है। वह बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन में सही से देखभाल कर रही है।उनके लिए नाश्ता और खाना का भी व्यवस्था किया गया है।उन्हें किसी तरह से परेशानी न हो जैसे सर्दी बुखार इन सब में दवा भी देने का काम किए है और उनको खाना में दाल,चावल,अचार,सब्जी और पापड़ भी दिया जा रहा था।वही अगर किसी तरह उनका तबीयत ख़राब हो जाये तो उन्हें सेंटर भेजने में भी मदद की।वही कई प्रवासी मजदुर बाहर फंसे हुए थे उनको भी लाने का काम कर रही थी।वही वह महिला मुक्ति संस्था द्वारा असहाय लोगों के लिए आटा,चावल,साबुन,पैड इत्यादि सामानों को वितरण करने का भी काम किया गया है।वह लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए लोगों की काफी मदद की।

झारखण्ड राज्य के चतरा जिले से पूनम कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि लोखड़ाऊं में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। घर के गार्जियन प्रवासी मजदुर थे ,अब आमदनी में दिक्कत हो रहा है।घर चलाना मुश्किल हो रहा है

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के टीकर पंचायत से रीना देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहतीं है,कि लॉक लॉक के कारण बहुत परेशानी उठानी पड़ी ,समूह की बैठक में भी नहीं जा पा रही हैं। लॉक डाउन के कारण बच्चों की पढाई भी रुक गयी है। पति भी बाहर काम करते थे अभी घर आये हैं तो बहुत दुखद का सामना करना पड़ रहा है

Transcript Unavailable.

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के ग्राम बेड़ाहरियरा से अनिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि गांव में जो प्रवासी बाहर से कमा कर आये है ,वो जिस चापाकल में नाहा रहे है, उस जगह किसी को नहीं जाना है ,क्यूंकि वो कोरोना ले कर ही आया है, उनके साथ कोई आना जाना नहीं करते है, उनके साथ एक प्रकार का भेद भाव ही किया जा रहा है।

साथियों, आप सुन रहे हैं जीत गई जिंदगी लेकिन आज एक जिंदगी हर गई और इस हार की वजह शायद इन्सान की वो जरूरत है। जिसे पूरा करने एक सपना हम सब देखते हैं। कोरोना का सबसे ज्यादा असर हमरे देश की प्रगति के पहियों यानी की गरीबों,दिहाड़ी पर काम कर रहे कामगारों पर पड़ा है। पर साथियों यदि आपको किसी भी तरह से अपनी जरूरत पूरी करने में कोई मुश्किल आ रही है तो हम तक जरूर साझा कीजिये अपने फोन में नंबर-3 दबाकर

झारखण्ड राज्य के चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड के बनासरी पंचायत से नाज़िआ खातून जो जो लिब्दा की वार्ड नंबर 11 की वार्ड सदस्य हैं,मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना चाहती है कि लॉक डाउन के दौरान भी उनसे जहाँ तक हो सका है महिलाओं कि मदद हैं,उनके गांव में महिलायें और पुरुष भी बेरोजगार हैं ,गांव के रोजगार लोग जो बहार फंस गए थे उन्हें आने में भी बहुत परेशानिया हुई है। उनके गांव के पंचायत से एक साबुन और केवल एक मास्क मिला है

झारखण्ड राज्य केचतरा जिले के सिमरिया प्रखंड से सोनी देवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि बहुत से प्रवासी मजदुर गांव आ रहे हैं।इनके पति भी मुश्किलों का सामना करते हुए इनके पति गांव पहुंचे हैं और 14 दिन क्‍वारंटाइन सेंटर में रहे हैं। इनका सुझाव है कि सभी को लॉकडाउन के नियमों का पालन करना चाहिए एवं सतर्क रहना चाहिए।