बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बरसात के मौसम अपने साथ अनेक तरह की बीमारियां साथ लेकर आती है। इस मौसम में एलर्जी, इन्फेक्शन,सर्दी,जुखाम,डायरिया,फ्लू आदि हमें घेर लेते है। इस मौसम में हमें साफ-सफाई और सही खान-पान का ख्याल रखना चाहिए। इस मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है,जिससे कई प्रकार की बीमारी उत्पन्न होती है। इससे हमें बचकर रहना चाहिए। साथ ही हमें पानी भी उबालकर पीना चाहिए।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि प्रशासनिक स्तर पर प्रखंड को खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर गांव-गांव में अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन प्रखंड मुख्यालय का शौचालय विहीन चौक ओडीएफ अभियान का मुंह चिढ़ा रहे है। स्थानीय गोल चौक पर सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से बाजार आ रहे लोगों को खास कर महिलाओं व छात्राओं को काफी फजीहत उठानी पड़ रही है। चौक के अगल-बगल लोग खुले में पेशाब करते हैं। जिससे गंदगी फैल रही है। बावजूद जनप्रतिनिधि व अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त हो रहा है। बाजार में प्रति दिन हजारों लोगों का आना जाना होता है। कोई बस पकड़ने, तो कोई बाजार करने आता है। इसमें पुरुष तो किसी तरह खुले में शौच क्रिया कर ले रहे हैं। लेकिन महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि सरकार की लाख प्रयास के बावजूद स्वास्थ्य की क्षेत्र में कोई खास बदलाव लोगो को नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण इसलिए किया गया था,ताकि सभी को प्राथमिक स्तर की स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके और उन्हें हर छोटे उपचार के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। लेकिन वर्तमान समय में यह स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ दिखावे का बनकर रह गया है। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि गिद्धौर प्रखंड में धूमधाम से भाई-बहन का प्यार रक्षाबंधन मनाया जा रहा है। प्रखंड के सभी इलाकों में इस त्यौहार की रौनक देखी जा रही है। यह त्यौहार भाई-बहन के प्यार का त्यौहार माना जाता है। बहन भाई की कलाई में राखी बांध कर अपनी रक्षा का संकल्प लेती है और भाइयों की लब्मी उम्र की कामना करती है। बाज़ारों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है। राखी की दुकाने,मिठाइयों की दुकाने सजी हुई है। लोग जमकर खरीदारी का रहे है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रक्षाबंधन पर बहनों को तोहफा दिया है। तोहफा स्वरूप नीतीश सरकार ने राज्य परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा का ‘गिफ्ट’ दिया है।शनिवार को रात के 12 बजे से बहनें बिना किराया दिए अपने भाइयों के पास जाकर राखी बांध सकेंगी। एक दिन के लिए फ्री बस सेवा की सौगात दी है। निगम के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि “निगम की ओर से इस संबंध में बस चालकों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पटना शहर में ही निगम की 76 सिटी बसें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावे मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, दरभंगा में भी सिटी बसों को निगम द्वारा परिचालन किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित पत्र क्षेत्रीय कार्यालयों को भी भेजा गया है। इस मुफ्त यात्रा का उद्देश्य महिलाओं को बिना किसी परेशानी के सुरक्षित यात्रा की सुविधा मुहैया कराना है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि 10 वर्ष से कम उम्र वाले वैसे बच्चे, जिनका बैंक में खाता नहीं खुल पाया है, वैसे बच्चों के लिए खुशखबरी है। अब ऐसे बच्चे पुस्तक की राशि से वंचित नहीं रह पाएंगे। ऐसे बच्चों को पुस्तक की राशि उनके माता-पिता या अभिभावक के खातों में ही भेजी जाएगी। इसको लेकर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने सभी डीईओ, डीपीओ सर्व शिक्षा को आवश्यक निर्देश जारी कर पुस्तक राशि खाते में हस्तांतरित करने में तेजी लाने को कहा है। दरअसल पिछले वर्ष पुस्तक उपलब्ध कराने में फजीहत झेल चुकी सरकार ने इस वर्ष पुस्तक के बदले राशि ही बच्चों को देने का फैसला लिया। जिसके तहत कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से राशि भेजी जानी थी। परंतु 10 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों आधार कार्ड या अन्य कारण से बैंक में खाता नहीं खुल पा रहा था। जिसके कारण जिले के सैकड़ों बच्चे पाठ्य-पुस्तक की राशि से वंचित पड़े थे।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि राज्य के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने शनिवार को कहा कि बिहार देश का दूसरा हरित क्रांति का केंद्र बनेगा। कृषि को नई दिशा व दशा देने के लिए कृषि रोड मैप में कई नई योजनाएं शामिल की गई है। अब देश की थाली में बिहार का व्यंजन होगा । राज्य में छह अरब से कस्टमहायरिंगस्थापित हो रहे हैं। आधुनिक तकनीक से खेती के लिए कृषि यांत्रिकीकरण पर 160 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे इसके लिए अब तक 15 लाख किसानों का ऑन लाईन निबंधन किया गया है मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को सबसे पहले बिहार हासिल करेगा। यहां जैविक खेती को प्राथमिकता के तौर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदूषण की वजह से ग्लोबल वार्मिंग व मौसम में बदलाव की समस्या पैदा हो रही है।मौसम के बदलाव का असर किसान व किसानी पर नहीं पड़े इसके लिए 24 करोड़ की राशि से 10 हजार गांवों के एक लाख किसानों को प्रशिक्षण देकर समेकित खेती से जोड़ा जाएगा।सुखाड़ की मार से किसानों को बचाने के लिए उन्हें कम ¨सचाई वाला सहभागी धान के बीज मुहैया कराए गए हैं। किसानों को आकस्मिक फसलों में मक्का, कुलथी, उड़द, तोरिया आदि की खेती के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि वैसे तो रक्षाबंधन से जुड़ी कई कहानियां सुनने में आती है और यह माना जाता है कि इन्हीं के बाद यह पर्व प्रचलन में आया। इनमें से एक कथा भगवान श्रीकृष्ण और युधिष्ठिर से जुड़ी हुई भी है। इसके बावजूद मुख्य रूप से तीन कथाओं को राखी के तौर पर रक्षा सूत्र बांधने का प्रचलन शुरू करने का कारण माना जाता है। इनमें से दो भगवान विष्णु और राजा बालि से संबंधित है जबकि तीसरी कथा देवराज इन्द्र और बृहस्पति जी से संबंधित है।पहली कथा कुछ इस तरह की है जब दानवेंद्र राजा बाली ने अपनी 100 यज्ञ पूर्ण कर स्वर्ग का राज्य छीनने का प्रयत्न किया तो इंद्र आदि देवताओं ने भगवान विष्णु से रक्षा करने की प्रार्थना की, इस पर भगवान वामन(बौना) अवतार में ब्राह्मण का वेश धारण कर बालि से भिक्षा मांगने पहुंचे। गुरु के मना करने पर भी राजा बाली ने उन्हें 3 डेग यानी तीन पग से नाप लेने योग्य भूमि दान करने का वचन दे दिया। जिसके बाद भगवान ने 3 डेग में सारा आकाश पाताल और धरती नाप लिया।इस पर राजा बालि ने अहंकार छोड़कर विष्णु जी को रक्षा सूत्र बांधा और अपनी रक्षा कि,इसके बाद भगवान ने राजा बलि को रसातल में भेज दिया तभी से इस पर्व को रक्षाबंधन के रुप में मनाया जाता है।भगवान विष्णु द्वारा राजा बलि के अभिमान को चकनाचूर कर देने के कारण यह त्यौहार बलेव नाम से भी कहीं-कहीं जाना जाता है।कहते हैं जब राजा बाली रसातल में चला गया तब राजा बलि ने अपनी भक्ति के बल से विष्णु जी से रात- दिन अपने सामने रहने का वचन ले लिया। भगवान के घर न लौटने से परेशान लक्ष्मी जी को नारद जी ने एक उपाय बताया। उस उपाय का पालन करते हुए लक्ष्मी जी ने राजा बलि के पास जाकर उसे रक्षा सूत्र बांधकर अपना भाई बना लिया। इसके बाद उन्होंने बलि से अपने पति को वापस मांग लिया और अपने साथ विष्णु लोक ले आईं। उस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था,तभी से इस दिन ही रक्षाबंधन की परंपरा शुरू हो गई।
बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि हमारे जिले में पॉलीथिन पर रोक लगा दी गयी है,जो कि बहुत ही अच्छी पहल है। लेकिन अब देखना यह होगा कि आखिर यह कब तक व्यवहारिक रूप से अमल हो पाती है। क्योंकि पहले भी पॉलीथिन पर रोग लगायी गयी थी। इसलिए सरकार को इसपर ध्यान देने की ज़रूरत है।
बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बीपीएससी ने 64वीं सिविल सेवा की प्रारंभिक संयुक्त परीक्षा के लिए आवदेन करने की तिथि 20 से बढ़ाकर 27 अगस्त कर दी है। वहीं, परीक्षा शुल्क भुगतान की तारीख 24 से बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी गई है। ऑनलाइन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 31 से बढ़ाकर 7 सितंबर की गई है।सर्वर स्लो रहने के कारण सोमवार को अंतिम दिन आयोग की वेबसाइट नहीं खुल पा रही थी। अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत की तो आयोग ने तिथि बढ़ाने की सूचना विज्ञप्ति के माध्यम से जारी की। इस बार बीपीएससी में बढ़ी सीटों की संख्या के अनुसार पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों के परीक्षा में शामिल होने की संभावना है।बिहार लोक सेवा आयोग 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2018 से पहले आयोग ने 140 और पदों की संख्या बढ़ा दी है। अब कुल 1255 की जगह 1395 पदों के लिए परीक्षा होगी। आयोग लंबे समय बाद इतने पदों के लिए परीक्षा लेगा।