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सरकार हर बार लड़कियों को शिक्षा में प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग योजनाएं लाती है, लेकिन सच्चाई यही है कि इन योजनाओं से बड़ी संख्या में लड़कियां दूर रह जाती हैं। कई बार लड़कियाँ इस प्रोत्साहन से स्कूल की दहलीज़ तक तो पहुंच जाती है लेकिन पढ़ाई पूरी कर पाना उनके लिए किसी जंग से कम नहीं होती क्योंकि लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने और पढ़ाई करने के लिए खुद अपनी ज़िम्मेदारी लेनी पड़ती है। लड़कियों के सपनों के बीच बहुत सारी मुश्किलें है जो सामाजिक- सांस्कृतिक ,आर्थिक एवं अन्य कारकों से बहुत गहरे से जुड़ा हुआ हैं . लेकिन जब हम गाँव की लड़कियों और साथ ही, जब जातिगत विश्लेषण करेंगें तो ग्रामीण क्षेत्रों की दलित-मज़दूर परिवारों से आने वाली लड़कियों की भागीदारी न के बराबर पाएंगे। तब तक आप हमें बताइए कि * -------आपके गाँव में या समाज में लड़कियों की शिक्षा की स्थिति क्या है ? * -------क्या सच में हमारे देश की लड़कियाँ पढ़ाई के मामले में आजाद है या अभी भी आजादी लेने की होड़ बाकी है ? * -------साथ ही लड़कियाँ को आगे पढ़ाने और उन्हें बढ़ाने को लेकर हमे किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है ?

बरहट प्रखंड अंतर्गत गोल्डी पंचायत के चंद्रशेखर नगर महा दलित बस्ती का विकास पीसीसी सड़क के माध्यम से हो रहा है लेकिन महादलित बस्सी में रहने वाले पुरुष मनरेगा योजना के काम से काफी दूर नजर आ रहे हैं

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बीड़ी मजदूरी में बढ़ोतरी की मांग को लेकर बीड़ी मजदूरों ने किया बैठक

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भारत समेत दुनिया के कई देशों में निर्माण परियोजनाओं में सिलक्यारा सुरंग जैसी दुर्घटनाएं होती ही रहती हैं अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुने

जमुई जिले के झाझा चैती दुर्गा मंदिर के समीप जमुई जिला बीड़ी मजदूर यूनियन संबद्धता बिहार राज्य बीड़ी मजदूर फेडरेशन एटक के बैनर तले एक बैठक रखी गई।जिसकी अध्यक्षता यूनियन के अध्यक्ष सुमित्रा देवी के द्वारा की गई। खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें

गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के किसान इन दिन करो या मरो की स्थिति में से गुजर रहा है क्योंकि किसानों को धान कटनी करने एवं धन को हटाने के लिए मजदूर नहीं मिल रहा है कार्तिक समाप्त होते ही सभी मजदूर आईटी पाने के लिए दूसरे प्रदेश चले गए हैं जिसके कारण मजदूरों का घोर अभाव हो गया है किसान अपने बच्चों को कमाने के लिए पहले ही प्रदेश भेज चुका है इसलिए किसान जितना संभव होता है उतना ही धान का कटनी कर रहा है अगर धान कटनी देर से हुआ तो निश्चित रूप से रवि फसल गेहूं लगाने में अधिक समय लग जाएगा और उसकी फसल फिर हाथ हो जाएगा ऐसे में फसल पर सीधा असर पड़ेगा। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।