बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता नागमणि धोबघट क्षेत्र के निवासी शिक्षक पंकज कुमार से बातचीत की जिसमें पंकज ने जानकारी दी कि नौकरी के अवसर कम हैं और इन्हीं अवसरों में महिलाओं को भी नौकरी तलाशनी पड़ रही है। इसके साथ ही असुरक्षा के कारण महिलायें नौकरी के लिए आगे नहीं आती हैं। अगर महिलाओं को सुरक्षा और सही नीति मिले तो वो जरूर नौकरी के लिए आगे आयेंगी। महिलाओं को अपना जीवन सुरक्षित लगेगा और उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखा जायेगा तो महिला जरूर नौकरी के लिए आगे आयेंगी। आज महिलायें हर क्षेत्र में आगे हैं। अगर महिलाओं को थोड़ा समर्थन और सुरक्षा मिले तो स्थिति इससे भी बेहतर हो सकती है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन कोल्हुआ पंचायत क्षेत्र के निवासी पशुराम से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलायें आर्थिक दृष्टिकोण से कमजोर इसलिए रहती हैं। क्योंकि उनका ज्यादा असमय अपने घर - परिवार को सँभालने में जाता है। महिलायें इस बात पर ध्यान नहीं दे पाती हैं की वो भी आर्थिक रूप से मजबूत रहे। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को आर्थिक आजादी नहीं होती है। इसका कारण है की महिलाओं को कमजोर समझा जाता है। लेकिन अगर महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हक मिले और उन्हें परिवार का सहयोग प्राप्त हो तो बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अधिकारों के साथ महिला का मनोबल बढ़ेगा उनमें कुछ करने की हिम्मत आयेगी। महिलायें खुद आत्मनिर्भर होंगी और अपने बच्चों का भविष्य भी अच्छा बना पायेगी। इसलिए घर के पुरुषों को अपनी घर की महिला को आगे बढ़ने में सहयोग करना चाहिए

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता नागमणि साव ने जामती देवी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि समाज में पुरुषों को अधिकार ज्यादा दिया जाता है। अगर महिलाओं को भी अधिकार दिया जाये तो बदलाव देखने को मिल सकता है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता नागमणि साव ने कोल्हुआ पंचायत निवासी मंजु देवी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि समाज में पुरुषों को अधिकार ज्यादा दिया जाता है। घर का खर्च पुरुष ही देखते हैं और करते हैं। महिलाओं को पैसे खर्च करने की आजादी नहीं होती है। अगर महिलाओं को भूमि अधिकार दिया जाए तो महिला उसमे खेती कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। जिससे समाज में बदलाव नजर आ सकता है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बिंदु देवी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान बिंदु ने बताया की महिलाओं के मुकाबले पुरुष का अधिकार ज्यादा है। महिला को अगर संपत्ति का अधिकार दिया जायेगा तो महिलाएं आत्मनिर्भर हो का खेती कर पाएंगी और अच्छे से परिवार चला पाएंगी

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता नागमणि साव ने कोल्हुआ पंचायत निवासी से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि आर्थिक दृष्टिकोण से महिलायें बहुत कमजोर होती हैं। क्योंकि उन्हें घर से निकलने की आजादी नहीं होती है। आज भी पुरुष प्रधान समाज महिला को घर में ही रखते हैं।महिलाओं को अचल संपत्ति का भी हक़ नहीं दिया जाता है। महिला पुरुष के डर से अपना अधिकार भी नहीं मांगती है। क्योंकि महिलायें कम पढ़ी लिखी होती है, तो पुरुष महिला को कम महत्व देते हैं। महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलेगा तो महिलाएं खेती और व्यवसाय कर के आत्मनिर्भर होंगी। इससे एक अच्छा बदलाव देखने को मिल सकता है

बिहार राज्य के जिला गिद्धौर से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निकिता कुमारी से हुई। निकिता कुमारी यह बताना चाहती है कि आर्थिक दृश्टिकोण से महिला कमजोर दिखाई देती है, क्योंकि वह घर से बाहर नहीं निकल पाती है। आज भी पुरुष महिला को खुली आज़ादी नहीं दे रहे है। पुरुष के मुकाबले महिला में असमानता अधिक दिखाई देता है। अचल संपत्ति का हक़ महिलाओं को नहीं दिया गया है। महिलायें पुरुष के डर से अपना अधिकार नहीं मांग पाती है। महिला कम पढ़ी - लिखी होती है। महिलाओं के नाम से अगर भूमि दिया जाए तो निश्चित ही वह आत्मनिर्भर हो सकती है और परिवार का परवरिश अच्छी ढंग से कर सकती है

बिहार राज्य के जमुई ज़िला के गिद्धौर प्रखंड से डब्लू पंडित की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित कुमार से हुई। रोहित कहते है कि सरकार को इस बात का ध्यान देना चाहिए की महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हक़ मिल रहा है या नहीं। साथ ही महिलाओं को भी अपने हक़ अधिकार की जानकारी रखने के लिए जागरूक होना होगा। अगर महिला आगे बढ़ कर अपने हक़ के लिए लड़ेगी तो कानून बनेगा और उन्हें अधिकार मिलेगा ही । अगर बेटियों को अपना जमीनी अधिकार लेना है तो सभी बेटियों को एकजुट हो कर सरकार से मांग करनी होगी।

बिहार राज्य के गिद्धौर ज़िला के बनाडीह से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनू से हुई। ये कहते है कि अभी महिलाओं के नाम से भूमि अधिकार नहीं है। क्योंकि वो शिक्षित नहीं है और इस कारण उन्हें अधिकार की जानकारी नहीं है। अगर महिलाओं के नाम भूमि होगा तो महिलाओं के लिए अच्छा होगा,उनका विकास होगा । संविधान में जो भूमि का अधिकार का कानून बना है वो कमज़ोर नज़र आ रहा है। अभी सरकार द्वारा सर्वेक्षण हो रहा है ,इससे महिलाओं को लाभ पहुचेंगा और अभी वंशावली और कुछ दस्तावेज़ों की मांग की जा रही है ,ये जुगाड़ करना महिलाओं के लिए मुश्किल होगा क्योंकि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। महिलाओं को शिक्षित होना पड़ेगा ताकि वो विकास कर पाए

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन सिमुलतला थाना क्षेत्र के निवासी महेंद्र यादव से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भूमि पर अधिकार मिलना चाहिए। इससे महिलाएं खेती कर के आत्मनिर्भर होंगी। अपने बच्चों का बेहतर भविष्य बना पायेंगी। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी की महिला अगर शिक्षित होती है, तो वह कई पीढ़ी को शिक्षित करती है। अपने आस - पास भी शिक्षा का प्रचार प्रसार कर लोगों को शिक्षित करने का प्रयास करती है। हमारे समाज में महिलाओं को शुरू से आगे बढ़ने से रोका गया है। आज महिला पिछड़ी हैं क्योंकि शिक्षा और जागरूकता की कमी है। अगर महिलाओं को शिक्षित किया जाए तो हमारा देश का विकास होगा। भारत में शिक्षा के मामले में बिहार सबसे नीचे है, लेकिन इसमें अभी भी सुधार हो रहा है और आने वाले दिनों में और सुधार होंगे।साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी की पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के नाम पर संपत्ति नहीं ली जाती है। लेकिन अगर महिला के नाम पर संपत्ति हो तो कई तरह के लाभ होते हैं। बिहार में अभी महिलाएं बड़े पैमाने पर भूमि सर्वेक्षण में भाग नहीं ले पाएंगी। क्योंकि यह भूमि सर्वेक्षण थोड़ा गलत समय पर हो रहा है। क्योंकि अभी फसल का समय है और लोगों के पास कागज उपलब्ध नहीं है।