बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रंजन ने धनराज पंडित से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि आज की महिलायें शिक्षित हैं और रोजगार में भी है। लेकिन कई बार महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ती है। इसका कारण है परिवार से दूर महिला अपने परिवार को समय नहीं दे पाती है और पारिवारिक कारणों साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महिलाओं को नौकरी छोड़नी पड़ती है। महिलाओं को अपने परिवार के आस - पास वाले क्षेत्र में ही अगर नौकरी दी जाए तो महिला अपने परिवार की देख - रेख करते हुए अपनी नौकरी की जिम्मेदारी भी ईमानदारी के साथ निभा सकती है
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बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नरेंद्र पाठक से बातचीत किया। बातचीत के दौरान नरेंद्र पाठक ने बताया कि महिलाएं कड़ी मेहनत कर नौकरी प्राप्त करती है, लेकिन वह बीच रास्ते में ही नौकरी छोड़कर घर वापस आ जाती है। क्योंकि वह अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रही है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। महिलाओं को नौकरी से दूर होने का एक मुख्य कारण यह भी है कि कार्यस्थल घर से काफी दूर होता है
गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत पूर्वी गूगल दी पंचायत के केवल गांव से विकास कुमार बता रहे हैं कि बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना घर-घर नल जल योजना का लाभ उनके घरों तक नहीं पहुंच रहा है
नल से जल नहीं गिर पा रहा है जिसके कारण वार्ड वासी को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो रहा है
पूर्वी गूगलडीह पंचायत के केवल गांव वार्ड नंबर 3 में बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना घर-घर नजरिया योजना का लाभ प्रजापति समाज एवं ताकि समाज के लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
केवल गांव के प्रजापति समाज को बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना घर-घर नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता भीम राज जानकारी दे रहे हैं कि जमुई के एस. डी. एम. अभय कुमार तिवारी कल बुधवार देर शाम गिधौर मेला पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पूजा समिति के अधिकारियों और सदस्यों को पूजा कार्यक्रम और मेले के संचालन के बारे में विशेष निर्देश भी दिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार राज्य के जमुई ज़िला के धौघट से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शुभाष साहू से हुई। ये कहते है कि महिला को जमीन में अधिकार मिले तो वो खेती कर सकती है ,पशुपालन कर सकती है। स्वरोजगार कर अपना भरण पोषण कर सकती है। अगर महिलाओं को भूमि अधिकार दिया जाए तो वो आत्मनिर्भर बन सकती है। शुरू से पुरुषों को प्रधानता मिल रहा है ,ये सोच गलत है। आज के समय में लड़कियाँ लड़कों से कम नहीं है। शिक्षा के अभाव में समाज के लोग महिलाओं को ऊपर नहीं ला पाते है। जबतक महिला शादीशुदा नहीं होती है ,उन्हें पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलता है ,शादी के बाद पैतृक संपत्ति में हकदार नहीं माना जाता है ,उनका ससुराल में अधिकार माना जाता है। यह गलत है। समाज में दहेज़ प्रथा अभिशाप है। समाज में महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी कमज़ोर है। अगर महिला शिक्षित होगी तो वो आगे अपने खुद के लिए प्रयास कर सकती है ,आगे बढ़ सकती है। सरकार महिलाओं को बढ़ाने का प्रयास कर रही है पर ग्रामीण क्षेत्र की महिला अभी भी जागरूक नहीं है। सरकार चाहे तो ऋण ,कम ब्याज दर पर महिला की मदद करे तो महिला आगे बढ़ सकती है