Transcript Unavailable.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानि की NCRB के हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 23,178 गृहिणियों ने आत्महत्या की थी। यानी देशभर में हर दिन 63 और लगभग हर 22 से 25 मिनट में एक आत्महत्या हुई है। जबकि साल 2020 में ये आंकड़ा 22,372 था। जितनी तेज़ी से संसद का निर्माण करवाया, सांसद और विधायक अपनी पेंशन बढ़ा लेते है , क्यों नहीं उतनी ही तेज़ी से घरेलु हिंसा के खिलाफ सरकार कानून बना पाती है। खैर, हालत हमें ही बदलना होगा और हमें ही इसके लिए आवाज़ उठानी ही होगी तो आप हमें बताइए कि *---- आख़िर क्या वजहें हैं जिनके कारण हज़ारों गृहणियां हर साल अपनी जान ले लेती हैं? *---- घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? *---- और क्या आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा को होते हुए देखा है ?

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

जापान में कामकाजी महिलाओं के खुदकुशी मामले में बीते पांच साल के औसत के मुकाबले 30% अधिक बढ़ोत्तरी हुई है और एक सरकारी रिपोर्ट में इसकी वजह अनियमित काम की प्रकृति को माना गया है. खुदकुशी रोकथाम मामले में जारी सरकारी श्वेत पत्र के अनुसार, 2020 में कामकाजी महिलाओं में खुदकुशी के 1,698 मामले सामने आए हैं. खुदकुशी के पीछे एक बड़ा कारण अनियमित काम यानी ठेका या हायर एंड फ़ायर की भर्ती नीति है क्योंकि उन्हीं कामकाजी महिलाओं में खुदकुशी के अधिक मामले सामने आए हैं जिनकी काम की प्रकृति अनियमित है. हेल्थ, लेबर एंड वेलफ़ेयर मिनिस्ट्री के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान अनियमित काम करने वाले कर्मचारियों में बेरोज़गार होने या उनकी आमदनी कम होने का अधिक ख़तरा हो गया है. जापान में 2020 में खुदकुशी के कुल मामले 21,081 पाए गए जो 2019 के मुकाबले 4.5% अधिक हैं. इसमें कुल 7,026 महिलाओं ने खुदकुशी की, जो कि 2019 के मुकाबले 15.4% अधिक है. खुदकुशी के मामलों पर 1978 से नज़र रखने की शुरुआत हुई थी और कहा जा रहा है कि तबसे ये दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि है. साल 2020 में कुल 5,240 बेरोज़गार महिलाओं ने आत्महत्या की जोकि 2015 से 2019 के बीच औसतन 5,268 खुदकुशी के मामलों से कुछ ही काम है।

बिहार राज्य के पूर्णिया ज़िला से भक्त प्रह्लाद ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि नैनपुरी में जो दहेज़ के कारण महिला ने आत्मदाह की ,उसके दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। साथ ही नया कानून ला कर उम्र कैद की सज़ा होनी चाहिए ताकि दहेज़ प्रथा पर अंकुश लग सके

हरियाणा राज्य श्रोता साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की किसान आंदोलन के दौरान आज एक किसान ने अपनी जान दे दी

हरियाणा राज्य के झज्जर ज़िला के बहादुरगढ़ से अनुभव कुमार ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसान आंदोलन के 39वं दिन में गाज़ीपुर बॉर्डर पर एक किसान ने फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली। किसानों और सरकार के बीच अगली वार्ता होने वाली है। आंदोलन व किसान समस्या का हल के लिए किसान ने जान दी। ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी ख़बर...

हरियाणा राज्य से हमारे श्रोता अनुभव साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसान निरंजन सिंह ने सोमवार को सल्फर पीकर जान देने की कोशिश की

यह मोबाइल वाणी का साझा मंच मैं हूं भानु शक्ति तिवारी कोडरमा से एक खबर के साथ....