तमिलनाडु तिरुपुर से मीना कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से पूछ रही हैं कि किन मजदूरों को पी.एफ का लाभ मिलता है?
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से सिडको से अशोक कुमार ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सुबह के वक़्त बहुत धुप बढ़ गई है। लोग परेशान है। श्रमिक भी परेशान होते है पर उन्हें काम की चिंता ज्यादा रहती है
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के सिडको प्रखंड से अशोक कुमार ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि 25 फरवरी को हुई हड़ताल में पुलिस मुस्तैद नहीं दिखी। परिवहन की असुविधा के कारण श्रमिक पैदल ही अपने कार्यस्थल को जाते हुए दिखे। उन्हें काफ़ी समस्या हुई
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर से मीणा कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि लाइट में कुछ खराबी होने के कारण सिडको में सभी जगह लाइट काट दिया गया है साथ ही कह रही है कि लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पद रहा है तथा कुछ कंपनियों ने मजदूरों को छुट्टी दे दी है
तमिलनाडु राज्य के कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि बस हड़ताल के कारण आम युवाओं को बहुत दिकत्तों का सामना करना पद रहा है। बता रही है कि हड़ताल की वजह से बहुत से मजदूर अपने काम पर नहीं जा पा रहे है साथ ही बच्चे भी स्कूल नहीं पहुँच पाए रहे हैं
तमिलनाडु से रंजन साझा मंच के माध्यम से कहते हैं कि आज तमिलनाडु में स्ट्राइक लगा हुआ है। जिसके कारण बस सेवा पूरी तरह से बाधित कर दिया गया है और मजदूरों को कार्य स्थल पर जाने में परेशानी हो रही है
तमिलनाडु सिडको से मीणा कुमारी और इनके साथ एक मजदुर साथी हैं साझा मंच के माध्यम से कहते हैं कि वे एक कम्पनी में करीब दस साल से काम कर रहे हैं जहाँ उन्हें पीस रेट और शिफ्ट दोनों में काम करने का मौका मिलता है। कम्पनी द्वारा सही समय पर वेतन तथा बोनस दे दिया जाता है
तमिलनाडु के सिडको से मीणा कुमारी साझा मंच के माध्यम से कहती हैं कि शिक्षकों एवम आंगनबाड़ी कार्यक्रताओं द्वारा पेंशन की मांग को लेकर कलेक्टर ऑफिस के पास हड़ताल दिया
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के सिडको से अशोक कुमार,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि तिरुपुर में तेज़ बारिश हुई जिससे श्रमिकों को आने जाने में समस्या हुई। अचानक होने वाली वर्षा से कई लोगों को परेशानी होती है
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के सिडको से अशोक कुमार ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि एक श्रमिक को कंपनी में नाईट का काम मिल रहा था। चूँकि पुलिस वालों के कारण श्रमिक को रात में सिडको आने जाने में परेशानी होती है ,उनके मना करने पर कंपनी वालों ने उन्हें काम से ही हटा दिया
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आपको बताना चाहेंगे कि 20 से अधिक श्रमिकों वाली सभी कंपनियों को पी.एफ में अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए, चाहे वे सीधे काम पर रखे गए हों या ठेकेदार के माध्यम से। श्रमिकों के वेतन में 12% की कटौती की जाती है और कंपनी को भी 12% का योगदान करना अनिवार्य है। इसमें से अधिकांश बचत में चला जाता है जबकि एक छोटा हिस्सा पेंशन में योगदान देता है, जो श्रमिकों को सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचने पर लाभ दे सकती हैं। प्रत्येक कार्यकर्ता को एक पी.एफ / यू.ए.एन नंबर प्रदान किया जाता है, जिसके जरिये वे अपना खाता मैंटेन कर सकते हैं और अपने मासिक पी.एफ कटौती का रिकॉर्ड भी रख सकते हैं।
March 5, 2021, 2:36 p.m. | Tags: govt entitlements int-PAJ