तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से मीना कुमारी की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यूनिस मंडल से हुई।यूनिस मंडल एक विद्यार्थी हैं और उन्होंने बताया कि तिरुपुर में एक हिंदी माध्यम का विद्यालय स्थित हैं जो बहुत ही छोटा हैं। उसमें लगभग 20 बच्चें पढ़ते हैं। उनका सरकार से अनुरोध हैं कि विद्यालय को बड़ा बनाया जाए ताकि बाकि बच्चे भी विद्यालय में पढ़ाई करने की इच्छा जताए।

तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से मीना कुमारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सिडको में एक सरकारी स्कूल खोला गया हैं जो हिंदी भाषा बोलने वाले बच्चों के लिए हैं। इसमें बच्चों को स्कूल की तरफ से कपडा,बैग व किताबों की सुविधा प्रदान की जाती हैं।

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तमिलनाडु तिरुपुर से पुष्पा साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि तीन साल पहले इनकी बेटी की एक्सीडेंट हो गई थी। जिसकी करवाई करते हुवे तीन साल हो चुकी है लेकिन अबतक कोई लाभ नहीं मिला। जब भी मदद के लिए जाती हैं तो आज आना और कल आना कह दिया जाता है। दुर्घटना में इनकी बेटी की पेर टूट गई थी. जिस कारन तीन साल से वो स्कूल नहीं जा पाती है। अतः इस समस्या का कोई हल निकाला जाए।

तमिल नाडु राज्य के तिरपुर जिला से मीणा कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि उनके कम्पाउंड में बोरवेल का पानी है जिसे पूरा मोहल्ला स्तेमाल करता है,साथ ही कहा की उस बोरवेल के पानी को एक बच्चा खेल खेल में पि गया जिससे उस बच्चे की मौत हो गई जांच के बाद पता चला की उस बोरवेल में एक जेह्रीला साप मारा हुआ था जिससे पानी भी जेहेर बन गया था इस घटना से पुरे मोहल्ले में अफरा तफरी मच गई हैं।

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तिरुपुर से शांति साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि वो सिडको कंपनी में काम करती है जाहा के हालात कुछ इस प्रकार है की श्रमिकों के साथ बहुत शोषण किया जाता है। बताती है की ज्यादा तर श्रमिक बहार से आकर वहा काम करते है,जिसके कारण कंपनी में उनके साथ अच्छा बरताव नहीं किया जाता है श्रमिकों को उनका हक नहीं मिलता,हमेशा उनपर काम को लेकर दबाव दिया जाता है बताती है की खास कर के जो महिलाएँ वहा पर काम करती है उनकों ज़रा सा भी सुविधा नहीं दी जाती हैं।साथ ही कहा कि श्रमिकों का पिएफ भी नहीं बनता है तथा कंपनी में काम करने वाली एक महिला श्रमिक जो गर्भवती हो उनको भी छुट्टी नहीं मिलती है,ओवरटाइम करने के बावजूद भी उनको ओवरटाइम का पैसा नहीं मिलता है,तिरुपुर के स्थानीय लोग जो कंपनी में काम करते है उनका आपस में यूनियन बहुत मजबूत है तथा इसी वजह से बहार से आये श्रमिकों के ऊपर अत्याचार किया जाता है उनको उनका हक नहीं मिलता है।अंत में कहा की इन सब परेशानियों से जूझ रहे है सिडको कंपनी में काम करने वाले श्रमिक इसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए सबको बराबर का हक मिलना चाहिए।

तमिल नाडु राज्य के तिरुपुर से मीणा कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि वहा के स्थानीय लोग जन्मास्टमी के लिए चंदा इक्क्ठे कर रहे थे,इसी प्रक्रिया में चंदा लेने वाले लोग एक दूकान में चंदा मांगने गए जहा पर दूकान के मालिक 300 रुपय देने के लिए तैयार हो गया परन्तु चंदा मांगने वाले लोगों ने दादागिरी करनी शुरू कर दी उन्होंने दूकान मालिक से 1000 रुपय की मांग की इसी बिच जब दुकानदार ने 1000 देने से मन किया तो चंदा वसूल करने वालों ने दुकान के मालिक और उसकी पत्नी के ऊपर हाथा पाई कर दिया।

तमिलनाडु तिरपुर से मीना कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तिरपुर में हर जगह गन्दगी फैली नजर आती है इसलिए सूखे कचरे जैसे कागज़ ,पत्री ,प्लास्टिक को अलग से और गीले कचरे को अलग से फेकना चाहिए। कचरे को कवर के साथ नहीं फेकना चाहिए क्योंकि जानवर कवर के साथ ही खाना खा जाते हैं जिससे उन्हें बहुत समस्या हो जाती है या उनकी जान भी चली जाती है । इसलिए हमलोगों को कूड़े कचड़े फेकने से पहले ध्यान देना चाहिए।