तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से गोविन्द ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तिरुपुर स्थित एक कंपनी की हॉस्टल में एक लड़की की मृत्यु हो गयी हैं। लड़की का शव को उसके गांव तक पहुँचाने के लिए कंपनी प्रबंधन सहायता नहीं कर रही हैं। श्रमिकों को भी छुट्टी नहीं दी जा रही हैं साथ ही उनसे जबरदस्ती काम करवाया जा रहा हैं। श्रमिकों को बोनस को लेकर धमकी भी दी जा रही हैं।
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एक बोनस एक वित्तीय मुआवजा है जो अपने प्राप्तकर्ता की सामान्य भुगतान अपेक्षाओं से ऊपर और परे है। बोनस कंपनी द्वारा प्रोत्साहन के रूप में या अच्छे प्रदर्शन को पुरस्कृत करने के लिए दिया जा सकता है। बोनस का भुगतान नकद में किया जा सकता है।भुगतान के अधिनियम के अनुसार, यह बोनस कर्मचारी के वार्षिक मूल वेतन का 8.33% से लेकर 20% तक हो सकता है।
Nov. 11, 2019, 12:34 p.m. | Tags: PADAM-ADV int-PAJ industrial work workplace entitlements
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तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर से मीना कुमारी ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि तिरुपुर में डेंगू का प्रकोप फ़ैला हुआ हैं। तमिल वाले सफ़ाई कर्मचारी दवाई छिड़काव का कार्य करते तो हैं परन्तु हिंदी भाषा वालों को उनकी भाषा समझ में नहीं आती इस कारण उन्हें डेंगू से बचने के उपायों की पर्याप्त जानकारी नहीं मिल पाती हैं। कुछ हिंदी भाषा वाले लोग ,तमिल सफ़ाई कर्मचारियों को दवाई डालने से भी रोकते हैं क्योंकि उन्हें तमिल भाषा की समझ नहीं हैं। इसलिए तिरुपुर में हिंदी प्रवासियों को ध्यान में रखते हुए ,हिंदी भाषा में एक पर्चा जारी कर डेंगू के लक्षण व इससे बचाव की जानकारी दी जानी चाहिए।
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर से मीना कुमारी ने साझा मच के माध्यम से बताया कि साझा मंच के द्वारा श्रम से जुड़े हर एक सवाल का ज़वाब व हर एक समस्याओं का समाधान निकाला जाता हैं।
तिरुपुर से मीणा कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि तिरुपुर में हिन्दीवासियों को आधार कार्ड बनवाने में कई तरह की परेशानी हो रही है। यदि किसी व्यक्ति के पास वोटर आईडी या जन्म प्रमाण पत्र है तब भी उस व्यक्ति का आधार कार्ड नहीं बन पाता है। जब भी कोई मजदुर भाई कार्ड बनवाने जाते हैं तो उनसे लोकल पता माँगा जाता है। जो की मजदुर भाई के पास उपलब्ध नहीं रहता है। जिस वजह से मजदुर अपना बैंक में खाता खुलवाने से वंचित रह जाते हैं। और कम्पनी वाले कहते हैं कि खाता खुलवाओ तभी वेतन दिया जाएगा। अतः आधार बनवाने के लिए मजदूरों को क्या करना चाहिए
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मीना कुमारी ने एक सवाल पूछा है। उत्तर भारतीय श्रमिकों के लिए यहां आधार कार्ड प्राप्त करना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। मुख्य रूप से, बैंक खाता खोलने के लिए वे आधार कार्ड मांग रहे हैं। लेकिन वे यहां पहुंचने में असमर्थ हैं। क्योंकि वे लोकल आईडी प्रूफ मांग रहे हैं। मेरी सलाह है कि अपने मूल से आने के दौरान, Adhar कार्ड प्राप्त करना बेहतर है। यदि आपको इसे यहां से प्राप्त करना है, तो अपने घर के मालिक से एक पत्र प्राप्त करें, यह बताते हुए कि यह आपका नाम और उम्र है। आप इन कई वर्षों से यहां रह रहे हैं और अपने पिता के नाम और उस कंपनी के नाम का उल्लेख करते हैं जहाँ आप काम करते हैं। यदि आप VO को यह प्रमाण देते हैं तो वह आपको आवासीय प्रमाण देगा। उसी की मदद से आप Adhar card प्राप्त कर सकते हैं। दूसरा तरीका यह है, यदि आपके पास पहले से ही अपने मूल निवासी का आधार कार्ड है, तो आप बैंक खाते के लिए स्थानीय प्रमाण तैयार कर सकते हैं। अपनी कंपनी से आईडी प्रूफ लें या बोनफाइड सर्टिफिकेट लें। इसे बैंक में दें और खाता खोलें।
Dec. 28, 2019, 1:12 p.m. | Tags: int-PAJ
तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला से मीना कुमारी की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यूनिस मंडल से हुई। बच्चे ने एक बेहतरीन कविता पेश की हैं।
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यह शिकायत सिडको क्षेत्र से दर्ज की गई थी। पहले से ही हमें यह खबर मिली थी कि डेंगू बुखार के कारण सिडको क्षेत्र के प्रवासी श्रमिकों की जान चली गई है। कंपनी ने किसी को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी। कुछ लोग छुट्टी लेकर अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहते थे। लेकिन उन्होंने उन्हें धमकी दी है कि अगर उन्होंने छुट्टी ली तो उन्हें दिवाली का बोनस नहीं मिलेगा। आपको हमें बताना होगा कि आप किस कंपनी में काम करते हैं? आपने छुट्टी के लिए किससे संपर्क किया? लड़की की मौत कैसे हुई? यदि आप इन सभी चीजों को बताते हैं, और अगर हमें यह सच लगता है तो हम कंपनी से बात करेंगे। इसलिए इसे फिर से पंजीकृत करें। यदि आप जानकारी देने में संकोच करते हैं तो हम आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए तैयार हैं। हम चर्चा करेंगे और आपको नुकसान पहुंचाए बिना इसका समाधान ढूंढेंगे।
Dec. 29, 2019, 10:51 a.m. | Tags: int-PAJ disease workplace entitlements