Transcript Unavailable.
संजीव कुमार जी कापसहेड़ा से बताते हैं कि उनका पीएफ बहादुरगढ़ में एक कंपनी में फंसा हुआ है और कपनी कहीं और चली गई है। उनका पीएफ नहीं निकल पा रहा है उनकी सहायता करें
कापसहेड़ा से शतीश कुमार पटेल साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि चार माह पहले ये सीमेस्टियल कम्पनी में गार्ड के रूप में कार्य करते थे। कपनी द्वारा काम से निकाल दिया गया और कहा गया कि दूसरे जगह स्थानांतरण कर दिया जाएगा लेकिन अबतक ऐसा नहीं हुवा है और चार माह से वेतन भी नहीं मिला है। मांगने पर कहा जाता है की डीएमआरपी द्वारा पैसा नहीं मिला है।
दिल्ली दवारका से सूरज साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मजदुर भाइयों के लिए ये जो साझा मंच की सुविधा चलाई गई है वो बहुत ही अच्छी है। उनके खिलाफ हो रहे शोषण पर मजदुर भाई इसके माध्यम से आवाज उठा सकते हैं
हमारे एक श्रोता यह कहते हैं की साझा मंच बहुत ही अच्छा है इसमें चल रहे कार्यक्रम ज्ञान वर्धक होते हैं।
संदीप कुमार साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि ये बहादुर गढ़ एक्सन कम्पनी में कार्य करते हैं जंहा पीएफ का पैसा नहीं निकल पा रहा है
दिल्ली एनसीआर के उद्योग विहार से हमारे संवाददाता नन्द किशोर ने सांझा मंच के माध्यम से लक्ष्मण जी के साथ बातचीत की। लक्ष्मण जी, अपनी समस्या के बारे में बताते हैं कि कम्पनी के द्वारा प्रत्येक माह बारह सौ रुपया काटा जाता था।लेकिन अब 3-4 सौ रुपया काटा जा रहा है साथ ही 15 दिन का रजिस्टर में भी अनुपस्थित दिखा दिया जा रहा है। कम्पनी के द्वारा छः माह तक वेतन की स्लिप दी गई और फिर चार माह से वो भी देने से मना कर दिया जा रहा है। पीएफ और ईएसआई नंबर मांगने से भी नहीं दिया जा रहा है। वेतन भी चेक में ही दिया जाता है
कापसहेड़ा से महेंद्र पासवान जी बताते हैं कि वे फेज-3 उधोग बिहार में एक कम्पनी में काम करते हैं जंहा कम्पनी द्वारा पिछले 15 महीने से पीएफ का पैसा जमा नहीं किया जा रहा है, मैनेजर से पूछने पर कहा जाता है कि पैसा जमा हो रहा है।दूसरी ओर यह चर्चा हो रही है कि कम्पनी बरही में स्थापित किया जा रहा है।अतः मजदूरों का पीएफ का पैसा जमा हो सके इसके लिए कोई उपाय बताए।
एक श्रोता साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि ये एक चॉइस फैक्ट्री में पांच महीने तक काम किये। और बिना किसी बात के काम से निकाल दिया गया साथ ही डेढ़ माह का पीएफ का पैसा भी नहीं दिया गया।किसी कंपनी में काम की तलाश में जाने पर भी काम नहीं मिल पा रहा है।यदि कहीं काम मिलता भी है तो ठेकेदार द्वारा काहा जाता है कि पीएफ और ईएसआई का पैसा भी काटा जाएगा लेकिन इसके विषय पर किसी से कुछ मत कहना।
साझा मंच मोबाईल वाणी से रफ़ी जी जिन्होंने बताया कि एक कंपनी है जो की एक जगह से दूसरे जगह शिफ्ट किया जा रहा है जिसके कारण मजदूरों को वहां से निकल दिया गया।वेतन न मिलने की आशंका के कारण मजदूरों ने कंपनी की गाड़ी को रोक लिया था और और यह जानकारी मजदूरों में पुलिस को भी दे दी थी। जहाँ प्रबंधन विभाग जे अधिकारी और एच आर ने मिलकर मजदूरों को पैसा देने का आश्वासन दिया था। पर कर्मचारियों ने बताया की बिना किसी लिखित सूचना के 20 से 25 कर्मचारियों को कंपनी से निकाला दिया। कर्मचारी अपने वेतन के लिए संघर्ष कर रहे हैं