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झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के नावाडीह प्रखंड के पेंक से शीतल किस्कू ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि झारखण्ड के एक कंपनी के माध्यम से असम में ढ़ाई ,तीन माह तक काम किये थे ,वहाँ कहा गया था कि माह के दसवां तारीख को वेतन मिल जाएगा परन्तु आधा माह बीत जाने के बाद भी पैसा नहीं मिला

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से सुदाम कुमार सेन ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि आधुनिक काल में श्रमिकों को काम मिलना मुश्किल हो गया है। पहले के युग में काम इतना था कि श्रमिकों की आवश्यकता होती थी पर अब मशीनी युग में श्रमिकों के लिए काम नहीं है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए ,श्रमिकों को उचित काम मिलना चाहिए

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से सुदाम कुमार सेन ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि श्रमिक मज़बूरी में बाहर शहर जा कर काम करते है। लेकिन अभी देखा जाता है कि श्रमिक जो दिनभर कमाते है ,वही रात में गलत संगत और बुरी आदत में फंस कर अपना और अपने परिवार का भविष्य ख़राब करते है। इस कारण कई श्रमिकों का परिवार भी टूट जाता है

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से सुदाम कुमार सेन ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रवासी श्रमिकों का जीवन तकलीफ भरा रहता है। कार्य क्षेत्र में बड़ी समस्या होती है। ठेकेदार द्वारा सही से वेतन नहीं मिलता है कि श्रमिक अपने परिवार का भरण पोषण कर पाए। अगर ऊँची इमारतों में काम करते वक़्त श्रमिकों के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उन्हें कार्यक्षेत्र से तो सहायता मिलती ही नहीं। अगर श्रमिक की दुर्घटना में मौत हो जाती है तो तो उनके मालिक और पुलिस प्रशासन द्वारा परिवार वालों को श्रमिक की भनक तक नहीं लगने देते है। कार्यक्षेत्र का ही नहीं ,जहाँ प्रवासी श्रमिक निवास करते है ,वहां भी उनके साथ दुर्व्यवहार होता है

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला से सुदाम कुमार सेन ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि मज़दूर समस्याओं से जूझते हुए पलायन करते है। अच्छी रोजी रोटी की तलाश में बहार जाते है पर जब वो शहरों में किराये के मकान में रहते है तो उन्हें बहुत समस्या होती है। छोटी छोटी बातों पर उन्हें घर से निकालने की धमकी दी जाती है। वहीं छोटे बच्चे के कारण श्रमिकों का शहर से गाँव फिर गाँव से शहर की ओर आना जाना लगे रहता है। सरकार इन समस्याओं को देखती है पर पलायन रोकने में असमर्थ है।

झारखण्ड राज्य, धनबाद जिला के तोपचांची से खीरु महतो श्रमिक वाणी के माध्यम से एक लोक गीत सुना रहें हैं

झारखण्ड राज्य के बोकारो से खीरी महतो श्रमिक वाणी के माध्यम से एक झूमर प्रस्तुत कर रहें हैं

झारखण्ड राज्य के बोकारो से खीरी महतो श्रमिक वाणी के माध्यम से एक गाना प्रस्तुत कर रहें हैं। इस गाना के बोल हैं "तेरे बिना भी क्या जीना"

झारखंड राज्य के धनबाद से शैलेश मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहें हैं कि, धनबाद के बाघमारा कोलियरी के डुमरा साइडिंग में सीआईएसएफ और कोयला उठा रहे असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें गोलीबारी में चार युवकों की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हुए।